ग्लायको पी इंजेक्शन एक एंटीकोलिनर्जिक दवा है। यह डॉक्टर की पर्ची के द्वारा मिलने वाली दवा है। इस दवा का इस्तेमाल ऑपरेशन से पहले या उसके दौरान भी स्त्राव को कम करने के लिए किया जाता है। यह सर्जरी के दौरान उपयोग की जाने वाली कुछ दवाओं के न चाहने वाले इफेक्ट्स को भी उलट देता है। ओरल मेडिकेशन को लेने में यदि परेशानी होती है तब यह पोप्टिक अल्सर के इलाज में भी मदद करता है। इस दवा का उत्पादन खंडेलवाल लैबोरेटरीज प्राइवेट लिमिटेड ने किया है। इस दवा में ग्लाइकॉपीरोलेट 0.2mg का मिश्रण किया गया है।
- निर्माता कंपनी – खंडेलवाल लैबोरेटरीज प्राइवेट लिमिटेड
- दवा के घटक- ग्लाइकॉपीरोलेट 0.2mg
- स्टोरेज के निर्देश- 30 डिग्री सेल्सियस से कम ताप पर रखें
ग्लायको पी इंजेक्शन से जुड़ी जानकारी
- ग्लायको पी इन्जेक्शन के फायदे और इस्तेमाल (Uses And Benefits of Glyco P Injection)
- ग्लायको पी इन्जेक्शन के साइड इफेक्ट्स (Side Effects of Glyco P Injection)
- ग्लायको पी इन्जेक्शन को इस्तेमाल कैसे करें ? (How to use of Glyco P Injection)
- ग्लायको पी इन्जेक्शन का रखरखाव कैसे करें ? (How to Store of Glyco P Injection)
- ग्लायको पी इंजेक्शन से जुड़ी सुरक्षा संबंधी सलाह (Safety Advise Related to Glyco P Injection)
ग्लायको पी इन्जेक्शन के फायदे और इस्तेमाल (Uses And Benefits of Glyco P Injection)
ग्लायको पी इंजेक्शन का उपयोग सर्जरी से पहले और उसके दौरान मुंह, गले या पेट के स्त्राव को कम करने के लिए किया जाता है। यह कुछ दवाओं जैसे नियोस्टिग्माइन, पाइरिडोस्टिग्माइन आदि के कारण होने वाले अनचाहे प्रभावों को कम करने में भी मदद करता है। यह विशेष रूप से डॉक्टर द्वारा दिया जाता है जिसे हॉस्पिटल सेटअप में एनेस्थेटिस्ट कहा जाता है। इस दवा का ज्यादा लाभ लेने के लिए इसका इस्तेमाल डॉक्टर के निर्देश के अनुसार ही करना चाहिए। इस दवा को नियमित रूप से उपयोग करने पर ही यह बहुत कम समय में ही असरदार हो जाती है। डॉक्टर के निर्देश के अनुसार इस दवा का तब तक उपयोग करना चाहिए। जबतक कि रोग पूरी तरह से खत्म ना हो जाये।
ग्लायको पी इन्जेक्शन के साइड इफेक्ट्स (Side Effects of Glyco P Injection)
इस दवा से होने वाले ज्यादातर दुष्प्रभाव में डॉक्टर की सलाह की जरूरत नहीं होती है। दवा को नियम के अनुसार लेने से जो भी परेशानी है, वह खुद ही ठीक हो जाती है। आमतौर पर इस दवा के उपयोग करने पर कोई साइड इफेक्ट हो ऐसे मरीजों को कम ही देखा गया है। यदि फिर भी इसके नियमित उपयोग से ऐसा नहीं होता है और लक्षण बने रहते हैं, तो इस दवा का उपयोग तुरंत बंद कर दें। और डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
- कम पसीना निकलना
- दिल की धड़कन बढ़ना
- धीमी हृदय गति
ग्लायको पी इन्जेक्शन को इस्तेमाल कैसे करें ? (How to use of Glyco P Injection)
इस इंजेक्शन को आपको खुद इस्तेमाल नहीं करना है, बल्कि डॉक्टर के निर्देश पर ही यह डॉक्टर या नर्स द्वारा आपको लगाया जायेगा। मरीज की उम्र, लिंग और स्वास्थ्य से जुड़ी पिछली जानकारी के आधार पर ही इस इंजेक्शन की खुराक दी जाती है। यदि मरीज उस दौरान कोई दूसरी दवा ले रहा हो तो उसे डॉक्टर को जरूर बताना चाहिए। इसका ज्यादा डोज नहीं लेना चाहिए। इसकी ज्यादा डोज लेने से गंभीर परिणाम भी हो सकते हैं। दवा लेने से पहले एक्सपायरी डेट जरूर चेक कर लेनी चाहिए।
ग्लायको पी इन्जेक्शन का रखरखाव कैसे करें ? (How to Store of Glyco P Injection)
ग्लायको पी इंजेक्शन को बहुत ही सावधानी के साथ रखा जाना चाहिए। इसके रखरखाव में हल्की सी भी चूक इंजेक्शन को खराब कर सकती है। साथ ही खराब इंजेक्शन का उपयोग करना स्वास्थ्य को हानि पहुँचा सकता है। इस दवा को धूप से बचाकर रखना है। इंजेक्शन 30 डिग्री सेल्सियस से कम तापमान पर रखना बेहद जरूरी है। इस इंजेक्शन को डॉक्टर की सलाह के बिना फ्रिज में भी नहीं रखना चाहिए। इंजेक्शन को जहाँ भी रखा जाये ध्यान रहे यह बच्चों और जानवरों की पहुँच से दूर रहे। दवा का उपयोग खत्म होने के बाद इसे कहीं भी या घर के आस पास ना फेंकें। इससे वातावरण को हानि होने की संभावना रहती है। उपयोग के बाद इंजेक्शन को नष्ट करने के लिए अपने डॉक्टर या फार्मासिस्ट की सलाह जरूर लें। क्योंकि बिना सलाह के उपयोग की गयी कोई भी दवा हानि पहुँचा सकती है।
ग्लायको पी इंजेक्शन से जुड़ी सुरक्षा संबंधी सलाह (Safety Advise Related to Glyco P Injection)
गर्भावस्था
स्तनपान
ड्राइविंग
किडनी
जरूरी सूचना- दवाइयों से जुड़ी सभी जानकारी देना हमारा काम है। हमारे द्वारा दी गई सभी जानकारियों को डॉक्टर की सलाह बिल्कुल भी नहीं मानना चाहिए। दवाइयों की दी गई जानकारियों में से किसी भी दवा का उपयोग करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लेनी चाहिए। बिना डॉक्टर की सलाह के दवा का सेवन करना मरीज के स्वास्थ्य के लिए घातक सिद्ध हो सकता है। इसका विशेष ध्यान रखें।