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Glimestar Pm3 Tablet ग्लाइमेस्टर पीएम 3 टैबलेट: इस्तेमाल, फायदे और साइड इफेक्ट की जानकारी

5 मिनट में जानें
Written by Prashant Pratap Singh

@ Pratap Singh

ग्लाइमेस्टर पीएम 3 टैबलेट एक कॉम्बिनेशन दवा है जो ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने में मदद करती है। इस दवा का इस्तेमाल टाइप 2 डायबिटीज मेलिटस वाले वयस्कों में ब्लड शुगर कंट्रोल में सुधार करने के लिए किया जाता है। इस दवा का उपयोग डाइट और एक्सरसाइज के साथ लिया जाता है। यह ब्लड शुगर के स्तर को कम करता है। इस दवा का उत्पादन मैनकाइंड फार्मा लिमिटेड कंपनी ने किया है। दवा में ग्लिमेंपिराइड 3mg+मेटफार्मिन 500mg+पिओग्लिटाजोन 15mg का संयोजन किया गया है।

  • निर्माता कंपनी – मैनकाइंड फार्मा लिमिटेड
  • दवा के घटक- ग्लिमेंपिराइड 3mg+मेटफार्मिन 500mg+पिओग्लिटाजोन 15mg
  • स्टोरेज के निर्देश- 30 डिग्री सेल्सियस से कम ताप पर रखें

ग्लाइमेस्टर पीएम 3 टैबलेट से जुड़ी जानकारी

  1. ग्लाइमेस्टर पीएम 3 टैबलेट के फायदे (Benefits of Glimestar Pm3 Tablet)
  2. ग्लाइमेस्टर पीएम 3 टैबलेट के साइड इफेक्ट (Side effect of Glimestar Pm3 Tablet)
  3. ग्लाइमेस्टर पीएम 3 टैबलेट को इस्तेमाल कैसे करें? (How to use Glimestar Pm3 Tablet?)
  4. ग्लाइमेस्टर पीएम 3 टैबलेट को स्टोरेज कैसे करें ? (How to store Glimestar Pm3 Tablet?)
  5. ग्लाइमेस्टर पीएम 3 टैबलेट से जुड़ी सुरक्षा संबंधी सलाह (Safety Advise)

ग्लाइमेस्टर पीएम 3 टैबलेट के फायदे (Benefits of Glimestar Pm3 Tablet)

ग्लाइमेस्टर पीएम 3 टैबलेट एक प्रकार की दवा है जो हाई ब्लड ग्लूकोज के स्तरों को नियंत्रित करने में मदद करती है। यह दवा शरीर से ज्यादा ग्लूकोज को बाहन निकाल देती है। यह हार्मोन इंसुलिन के प्रति शरीर की प्रतिक्रिया को बेहतर बनाता है, जो शरीर में ब्लड ग्लूकोज लेवल को कम करने में मदद करता है और खाना खाने के बाद उसके बढ़ने की रोकथाम करता है। इस दवा का ज्यादा लाभ लेने के लिए इसका इस्तेमाल डॉक्टर के निर्देश के अनुसार ही करना चाहिए। इस दवा को नियमित रूप से उपयोग करने पर ही यह बहुत कम समय में ही असरदार हो जाती है। डॉक्टर के निर्देश के अनुसार इस दवा का तब तक उपयोग करना चाहिए। जबतक कि रोग पूरी तरह से खत्म ना हो जाये।

ग्लाइमेस्टर पीएम 3 टैबलेट के साइड इफेक्ट (Side effect of Glimestar Pm3 Tablet)

ग्लाइमेस्टर पीएम 3 टैबलेट का उपयोग करने से वैसे तो बहुत कम ही साइड इफेक्ट देखे गये हैं। इससे होने वाले ज्यादातर साइड इफेक्ट में डॉक्टर की सलाह की जरूरत नहीं पड़ती है। इस दवा के नियमित रूप से उपयोग करने पर इससे होने वाले साइड इफेक्ट खुद ही खत्म हो जाते हैं। यदि उपयोग के दौरान साइड इफेक्ट बने रहते हैं या फिर लक्षण बिगड़ने लगते हैं तो तुरंत डॉक्टर को दिखांए। इससे होने वाले साइड इफेक्ट की सूची निम्न है-

ग्लाइमेस्टर पीएम 3 टैबलेट को इस्तेमाल कैसे करें? (How to use Glimestar Pm3 Tablet?)

ग्लाइमेस्टर पीएम 3 टैबलेट को डॉक्टर की परामर्श के बाद सही समय और ठीक मात्रा के अनुसार ही लेना चाहिए। इस दवा का उपयोग तोड़कर, कुचलकर और चबाकर नहीं करना है। बल्कि साबुत ही निगलना है या डॉक्टर ने जैसा निर्देश किया हो वैसे लेना चाहिए। दवा का ओवरडोज नहीं लेना चाहिए। इससे मरीज में घातक परिणाम आ सकते हैं। लिंग, उम्र और रोग के हिसाब से हर मरीज की हालत अलग-अलग हो सकती है। लेकिन इस दवा को नियमानुसार लिया जाये तो बेहतर है। जल्दी स्वस्थ्य होने के लिए दवा का नियमित रूप से सेवन करना चाहिए। अगर किसी भी तरह की परेशानी होती है तो डॉक्टर को तुरंत दिखाएं। जब तक बीमारी पूरी तरह से ठीक नहीं हो जाती तब तक दवा को बिना डॉक्टर की सलाह के बंद नहीं करना चाहिए। रोगी को दवा का पूरा कोर्स करना चाहिए, बीच में दवा का उपयोग छोड़ने पर इन बीमारियों के लक्षण वापस आ सकते हैं। इन बीमारियों के लक्षण वापस आने पर इनका इलाज करना मुश्किल हो जाता है।

ग्लाइमेस्टर पीएम 3 टैबलेट को स्टोरेज कैसे करें ? (How to store Glimestar Pm3 Tablet?)

ग्लाइमेस्टर पीएम 3 टैबलेट को बहुत ही सावधानी के साथ रखा जाना चाहिए। इसके रखरखाव में हल्की सी भी चूक टैबलेट को खराब कर सकती है। साथ ही खराब टैबलेट का उपयोग करना स्वास्थ्य को हानि पहुँचा सकता है। इस दवा को धूप से बचाकर रखना है। इस दवा को 30 डिग्री सेल्सियस से कम ताप पर ही रखा जाना चाहिए। इस टैबलेट को डॉक्टर की सलाह के बिना फ्रिज में भी नहीं रखना चाहिए। टैबलेट को जहाँ भी रखा जाये ध्यान रहे यह बच्चों और जानवरों की पहुँच से दूर रहे। दवा का उपयोग खत्म होने के बाद इसे कहीं भी या घर के आस पास ना फेंकें। इससे वातावरण को हानि होने की संभावना रहती है।

ग्लाइमेस्टर पीएम 3 टैबलेट से जुड़ी सुरक्षा संबंधी सलाह (Safety Advise)

अल्कोहल
(असुरक्षित)
इस दवा के उपयोग के साथ शराब का सेवन करना असुरक्षित है।
गर्भावस्था
(असुरक्षित)
गर्भावस्था के दौरान इस दवा का इस्तेमाल करना असुरक्षित है। जानवरों और गर्भवती महिलाओं पर किए गए अध्ययनों में देखा गया है कि इस दवा के उपयोग से विकसित हो रहे बच्चे पर हानिकारक प्रभाव पड़ता है। डॉक्टर पहले इससे होने वाले लाभ और हानि की तुलना करेंगे। उसके बाद ही इस दवा के उपयोग की सलाह देंगे। कृपया डॉक्टर से सलाह लें।
स्तनपान
(असुरक्षित)
स्तनपान के दौरान इस दवा का इस्तेमाल संभवतः असुरक्षित है। मानवों पर किए गए अध्ययनों से पता चला है कि यह दवा मां के दूध में मिश्रित हो सकती है और बच्चे को नुकसान पहुँचा सकती है। इस दवा के साथ मैटर्नल थेरेपी के दौरान स्तनपान करने वाले बच्चे में ब्लड ग्लोकोज पर ध्यान देने की सलाह दी जाती है।
ड्राइविंग
(डॉक्टर से सलाह लें)
यदि मरीज का शर्करा बहुत कम या बहुत अधिक है तो ड्राइव करने की क्षमता प्रभावित हो सकती है। ऐसे लक्षणों के महसूस होने पर वाहन ना चलाएं।
किडनी
(सावधान)
किडनी की बीमारी से पीड़ित मरीजों को इस दवा का इस्तेमाल सावधानी के साथ किया जाना चाहिए। इस दवा की खुराक में बदलाव की आवश्यकता हो सकती है। कृपया डॉक्टर से सलाह लें। किडनी की गंभीर बीमारी से पीड़ित मरीजों को इश दवा के इस्तेमाल की सलाह नहीं दी जाती है। ये रोगी खून में बहुत कम शुगर लेवल का अनुभव कर सकते हैं जो काफी समय बाद सामान्य हो सकते हैं।
लिवर
(सावधान)
लिवर की बीमारी से पीड़ित मरीजों को इस दवा का इस्तेमाल सावधानी के साथ किया जाना चाहिए। इस दवा की खुराक में बदलाव की आवश्यकता हो सकती है। कृपया डॉक्टर से सलाह लें। किडनी की गंभीर बीमारी से पीड़ित मरीजों को इस दवा के इस्तेमाल की सलाह नहीं दी जाती है। ये रोगी खून में बहुत कम शुगर लेवल का अनुभव कर सकते हैं जो काफी समय बाद सामान्य हो सकते हैं।

जरूरी सूचना- दवाइयों से जुड़ी सभी जानकारी देना हमारा काम है। हमारे द्वारा दी गई सभी जानकारियों को डॉक्टर की सलाह बिल्कुल भी नहीं मानना चाहिए। दवाइयों की दी गई जानकारियों में से किसी भी दवा का उपयोग करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लेनी चाहिए। बिना डॉक्टर की सलाह के दवा का सेवन करना मरीज के स्वास्थ्य के लिए घातक सिद्ध हो सकता है। इसका विशेष ध्यान रखें।

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