यह टैबलेट डॉक्टर की पर्ची द्वारा मिलने वाली दवा है। इसका उपयोग एलर्जी के लक्षणों को खत्म करने के लिए किया जाता है। इस दवा को सिप्ला लिमिटेड कंपनी ने बनाकर तैयार किया है। जिसमें लेवोसेट्रीजीन 2.5mg+ Phenylephrine10mg का कंपोजीशन किया गया है। यह दवा एलर्जी के सभी लक्षणों को राहत देने के लिए उपयोग की जाती है।
- निर्माता कंपनी –सिप्ला लिमिटेड
- दवा के घटक –लेवोसेट्रीजीन 2.5mg+ Phenylephrine10mg
- स्टोरेज के निर्देश- 30 डिग्री सेल्सियस से कम ताप पर स्टोर करें
लेवोरिड डी टैबलेट से जुड़ी जानकारी
- लेवोरिड डी टैबलेट के फायदे (Benefits of Levorid D Tablet Tablet)
- लेवोरिड डी टैबलेट के साइड इफेक्ट (Side effect of Levorid D Tablet Tablet)
- लेवोरिड डी टैबलेट को इस्तेमाल कैसे करें? ( How to use Levorid D Tablet Tablet?)
- लेवोरिड डी टैबलेट को स्टोरेज कैसे करें ? (How to store Levorid D Tablet Tablet ?)
- लेवोरिड डी टैबलेट से जुड़ी सुरक्षा संबंधी सलाह (Safety Advise)
लेवोरिड डी टैबलेट के फायदे (Benefits of Levorid D Tablet Tablet)
इस दवा का प्रयोग मौसमी बुखार से होने वाली सर्दी, बहती नाक या अन्य लक्षणों के इलाज के लिए किया जाता है। शरीर में हिस्टामाइन नामक पदार्थ एलर्जी के लक्षणों को जन्म देते हैं। यह दवा उन सभी पदार्थों को कम करके काम करता है। साथ ही यह नाक के अंदर की सूजन को भी कम करता है। बंद नाक से आराम दिलाकर यह दवा सांस लेने में मदद दिलाती है। साथ ही बेहतर महसूस भी कराती है। इसका ज्यादा लाभ लेने के लिए इसका उपयोग डॉक्टर की सलाह द्वारा ही करना चाहिए।
लेवोरिड डी टैबलेट के साइड इफेक्ट (Side effect of Levorid D Tablet Tablet)
इस टैबलेट के उपयोग से कई साइड इफेक्ट हो सकते हैं। लेकिन जरूरी नहीं कि उपयोग करने पर हमेशा ही साइड इफेक्ट हों। इस दवा के द्वारा होने वाले साइड इफेक्ट में डॉक्टर से सलाह लेने की जरूरत नहीं होती है। ये खुद से ही ठीक हो जाते हैं। लेकिन लगातार उपयोग के बाद भी यदि इसके द्वारा हुए साइड इफेक्ट ठीक नहीं होते हैं तो ऐसे में किसी डॉक्टर से जरूर परामर्श लेनी चाहिए। ऐसी स्थिति में इन बीमारियों को ढ़ील ना दें। ये घातक और गंभीर हो सकती हैं।
कुछ साइड इफेक्ट की सूचि निम्न है-
- सिर दर्द
- नींद आना
- बेचैनी
लेवोरिड डी टैबलेट को इस्तेमाल कैसे करें? ( How to use Levorid D Tablet Tablet?)
इस दवा को डॉक्टर की सलाह के बाद ही लेना चाहिए। डॉक्टर द्वारा बताये गये समय और मात्रा में ही लें। इस दवा को ताजे या गर्म पानी के साथ निगलना है ना कि इसे चबाना या काटना है। चबाकर या काटकर खाने में काफी तकलीफ होगी। क्योंकि यह टैबलेट कड़वी होती है। दवा का ओवरडोज नहीं लेना चाहिए। इसके घातक परिणाम निकल सकते हैं। वैसे तो इस दवा को किसी भी समय ले सकते हैं लेकिन इसे नियमानुसार सही समय पर लेना काफी बेहतर है। दवा को खरीदते समय पैकेट पर लिखी सभी जानकारी ध्यान से पढ़नी चाहिए। जल्दी स्वस्थ होने के लिए दवा का नियम से उपयोग बेहद जरूरी है। इसके बावजूद किसी भी प्रकार की परेशानी होती है तो उसे डॉक्टर को दिखाएँ।
लेवोरिड डी टैबलेट को स्टोरेज कैसे करें ? (How to store Levorid D Tablet Tablet ?)
इस दवा को 30 डिग्री सेल्सियस के कम तापमान पर रखना जरूरी है। पानी, गीली जगह और धूप इन सभी से इसे बचाकर रखना है। क्योंकि ये तीनों इसे खराब कर सकती है। दवा को बच्चों और जानवरों से बचाकर रखना है। ताकि उन्हें इससे होने वाली परेशानियों से बचाया जा सके। इसे फ्रिज में भी नहीं रखना है। इलाज पूरा होने के बाद यदि उपयोग की हुई दवा बच जाती है तो इसे कहीं भी नहीं फेंकना है। इसे खत्म करने के लिए डॉक्टर या फार्मासिस्ट की सलाह जरूरी है।
लेवोरिड डी टैबलेट से जुड़ी सुरक्षा संबंधी सलाह (Safety Advise)
अल्कोहल
गर्भावस्था
स्तनपान
ड्राइविंग
किडनी
लिवर
जरूरी सूचना- हमारा काम आपको दवाइयों से जुड़ी सभी जानकारी देना है। यहां पर दी गई जानकारी को बिल्कुल भी डॉक्टर की सलाह नहीं मानें। दवा का सेवन करने से पहले कृप्या अपने डॉक्टर से एक बार सलाह जरूर लें। बिना सलाह के दवा का सेवन करना मरीज के स्वास्थय के लिए घातक सिद्ध हो सकता है।