Description
आयुर्वेद में रीठा का इस्तेमाल सदियों से बालों की विभिन्न समस्याओं के निदान के लिए किया जाता आ रहा है। बालों के साथ ही इसका उपयोग अन्य समस्याओं के निवारण में भी किया जा सकता है। इसे इंडियन सोपबेरी या सोपनट के नाम से भी जाना जाता है। इसका वानस्पतिक नाम सैपिन्डस मूकोरोस्सी है। इसमें मौजूद एंटी बैक्टेरियल, एंटी-कैंसर और एंटी इंफ्लैमटॉरी गुणों की वजह से विभिन्न स्वस्थ्य समस्याओं के निदान के लिए भी इसका इस्तेमाल किया जाता है।
रीठा से होने वाले फायदे (Benefits)
- त्वचा की समस्याओं के लिए रीठा : त्वचा से जुड़ी विभिन्न समस्याओं जैसे स्किन एलर्जी, मुहांसे या एक्ज़िमा के इलाज के लिए रीठा का उपयोग करना बेहद प्रभावशाली है। इसमें पाया जाने वाला एंटी-बैक्टेरियल और एंटी इंफ्लैमटॉरी गुणों की वजह से यह स्किन की इन समस्याओं का निदान करने में सक्षम है। इसके इस्तेमाल से स्किन कैंसर की समस्या से भी बचाव किया जा सकता है।
- बवासीर के लिए रीठा : बवासीर या पाइल्स की बीमारी में व्यक्ति को मल त्याग करने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। इस समस्या से छुटकारा पाने के लिए रीठा का सेवन करना काफी लाभदायक हो सकता है। यह पेट को साफ़ करने में बेहद प्रभावी है जिससे बवासीर की समस्या का निदान भी हो जाता है।
- बालों की समस्याओं के लिए रीठा : बालों की विभिन्न समस्याओं से निजात के लिए भी रीठा का उपयोग फायदेमंद है। इसके इस्तेमाल से स्कैल्प साफ़ रहता है और रूसी की समस्या से बचाव किया जा सकता है। इसके साथ बालों के झड़ने की समस्या के लिए भी रीठा का इस्तेमाल उपयोगी माना जाता है। यह बालों को पोषण प्रदान कर उसे टूटने से बचाने के साथ ही बालों की चमक को बरक़रार रखने में भी सहायक है।
- डायबिटीज के लिए रीठा : ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल में रखने के लिए रीठा का सेवन करना काफी लाभकारी है। यह शरीर में ग्लूकोज की मात्रा को कंट्रोल कर डायबिटीज की समस्या से छुटकारा दिलाने में भी प्रभावी है।
रीठा की ख़ुराक (Dosage)
- बालों पर एक बार में एक से दो चम्मच तक रीठा का उपयोग किया जा सकता है। इसके साथ ही इसके सेवन की खुराक व्यक्ति की उम्र और स्वास्थ्य समस्या के ऊपर निर्भर करता है। इसकी सही जानकारी किसी हर्बलिस्ट से लेना ही उचित है।
रीठा से सावधानी (Precautions)
गर्भावस्था
प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए रीठा का सेवन सुरक्षित नहीं है।
स्तनपान
स्तनपान करवाने वाली महिलाओं को इसका सेवन डॉक्टरी सलाह के बाद ही करनी चाहिए।
लिवर
लिवर से जुड़ी समस्या वाले व्यक्ति को इसका सेवन डॉक्टरी सलाह के बाद ही करनी चाहिए।
हार्ट
हार्ट के मरीजों के लिए इसका सेवन सुरक्षित नहीं है।
किडनी
किडनी के मरीजों को रीठा का सेवन डॉक्टरी परामर्श के बाद ही करना चाहिए।
रीठा के नुकसान (Side Effects)
- प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए इसका सेवन बेहद नुकसानदेह माना गया है। इसके सेवन गर्भपात की समस्या हो सकती है।
- हर्ब्स से एलर्जी होने वालों को इसके सेवन से नुकसान हो सकता है।
- डायबिटीज, हार्ट और बीपी की दवाओं का सेवन करने वालों के लिए रीठा का उपयोग नुकसानदेह हो सकता है।
- बालों पर इसका इस्तेमाल बिना सेंसिटिविटी चेक के करना नुकसानदेह हो सकता है।
सवाल जवाब (FAQs)
- क्या रीठा का सेवन इम्यूनिटी बूस्टर के रूप में किया जा सकता है ?
रीठा सेवन करने से काफी हद तक इम्यूनिटी सिस्टम को मजबूत बनाने में मदद मिलती है।
- क्या जोड़ों के दर्द के लिए रीठा का उपयोग फायदेमंद है ?
जोड़ों में होने वाले दर्द और सूजन की समस्या को दूर करने के लिए रीठा का उपयोग लाभकारी माना जाता है।
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