Description
तासीर में गर्म और स्वाद में कड़वा चोपचीनी का इस्तेमाल विभिन्न प्रकार के आयुर्वेदिक दवाओं के निर्माण में किया जाता है। भारत में इसका उत्पादन सिक्किम, उत्तराखंड, बंगाल और मणिपुर आदि में किया जाता है। इसके साथ ही यह नेपाल, म्यांमार, जापान और चीन में भी उत्पादित किया जाता है। चोपचीनी का वानस्पतिक नाम स्माइलैक्स चाइना है।
चोपचीनी से होने वाले फायदे (Benefits)
- पैरालिसिस के इलाज में चोपचीनी : पैरालिसिस या लकवा के इलाज के लिए चोपचीनी का इस्तेमाल ख़ासा प्रभावशाली माना गया है। शरीर में वात दोष बढ़ने की वजह से लकवा की समस्या उत्पन्न हो सकती है। चोपचीनी का सेवन करने से वात शांत करने में मदद मिलती है।
- अस्थमा के मरीजों के लिए चोपचीनी : अस्थमा रोग से ग्रसित लोगों के लिए चोपचीनी का सेवन बेहद फायदेमंद साबित हो सकता है। तासीर में गर्म होने की वजह से यह कफ की समस्या को खत्म करने में असरदार है।
- पेट संबंधी समस्याओं के लिए चोपचीनी : चोपचीनी का इस्तेमाल कई तरह के पेट से जुड़ी समस्याओं को दूर करने के लिए किया जा सकता है। इसका सेवन कब्ज की समस्या को दूर करने में सबसे ज्यादा असरदार है। यह पेट दर्द और पित्त दोष को दूर करने में भी सहायक है।
- शारीरिक कमजोरी के लिए चोपचीनी : चोपचीनी का सेवन करने से शारीरिक कमजोरी को दूर करने में भी मदद मिलती है। शरीर से दुर्बल लोग इसका सेवन दूध के साथ कर सकते हैं।
- यूरिक एसिड के लिए चोपचीनी : यूरिक एसिड बढ़ जाने पर चोपचीनी का इस्तेमाल खाने में करने से काफी हद तक लाभ मिल सकता है। इससे यूरिक एसिड को कम कर जोड़ों के दर्द से भी राहत पाया जा सकता है।
चोपचीनी की ख़ुराक (Dosage)
- विभिन्न रोगों के लिए चोपचीनी की अलग-अलग ख़ुराक दी जाती है। आमतौर पर एक दिन में 1 से 3 ग्राम चोपचीनी का इस्तेमाल किया जा सकता है। विशेष लाभ के लिए इसकी ख़ुराक डॉक्टर से सलाह लेकर ही लेनी चाहिए।
चोपचीनी ख़ुराक से सावधानी (Precautions)
गर्भावस्था
चोपचीनी का इस्तेमाल करने के लिए गर्भवती महिलाओं को डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए।
स्तनपान
स्तनपान कराने वाली महिलाओं को इसका सेवन डॉक्टरी सलाह के बाद ही करनी चाहिए।
लिवर
लिवर की बीमारी से ग्रसित लोगों के लिए चोपचीनी पाउडर का इस्तेमाल सुरक्षित माना गया है।
हार्ट
हार्ट के मरीजों को चोपचीनी का सेवन डॉक्टरी सलाह के बाद करनी चाहिए।
किडनी
किडनी से जुड़ी समस्या होने पर चोपचीनी के उपयोग को सुरक्षित माना गया है।
चोपचीनी के नुकसान (Side Effects)
- जिन लोगों को गर्म चीजें खाने से नुकसान होता है उन्हें चोपचीनी का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
- एक सीमित मात्रा से ज्यादा चोपचीनी का इस्तेमाल करने से पेट दर्द की शिकायत हो सकती है।
- सर्दी, जुक़ाम या कफ़ होने की स्थिति में चोपचीनी का इस्तेमाल नुकसानदेह हो सकता है।
- बहुत अधिक गर्मी या ठंड के मौसम में इसके सेवन से नुकसान हो सकता है।
सवाल जवाब (FAQs)
- चोपचीनी की ज्यादा मात्रा खाने से क्या समस्या उत्पन्न हो सकती है ?
एक सिमित मात्रा से ज्यादा चोपचीनी का सेवन करने से पेट में दर्द और उल्टी की समस्या हो सकती है।
- क्या छोटे बच्चों के लिए चोपचीनी का इस्तेमाल सुरक्षित है ?
बिना डॉक्टरी सलाह के बच्चों को चोपचीनी की ख़ुराक नहीं दी जानी चाहिए।
- चोपचीनी का इस्तेमाल किन रूपों में किया जा सकता है ?
चोपचीनी का सेवन मुख्य रूप से पाउडर या फिर इसके जड़ को पानी में उबाल कर काढ़ा बनाकर भी किया जा सकता है।
- क्या ग्वायटर रोग में चोपचीनी फायदेमंद है ?
ग्वायटर या घेंघा रोग में चोपचीनी के सेवन से लाभ मिल सकता है।
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