Description
आयुर्वेद में काली जीरी का इस्तेमाल विशेष रूप से वजन कम करने के लिए किया जाता है। इसके साथ ही अन्य स्वास्थ्य समस्याओं के समाधान में भी यह उपयोगी है। यह स्वाद में कड़वा और तासीर में गर्म होता है। इसका वानस्पतिक नाम पर्पल फ्लीबेन है।आयुर्वेद में इसे काफी कारगर औषधि के रूप में जाना जाता है।
काली जीरी से होने वाले फायदे (Benefits)
- वजन कम करने के लिए काली जीरी : आजकल वजन कम करने के लिए लोग हज़ारों नुश्खे अपनाते हैं। आयुर्वेद में काली जीरी का इस्तेमाल सदियों से वेट लॉस में प्रभावी माना गया है। काली जीरी चूर्ण का प्रयोग नियमित रूप से करने से वजन कम करने में काफी सहायता मिल सकती है।
- एक्जिमा के लिए काली जीरी : एक्जिमा या किसी तरह की त्वचा संबंधी समस्या के समाधान के लिए काली जीरी का इस्तेमाल फायदेमंद हो सकता है। यह सूजन को कम करने और किसी तरह के घाव को जल्द ठीक करने में भी असरदार है।
- डायबिटीज के लिए काली जीरी : मधुमेह या डायबिटीज की समस्या से ग्रसित लोगों के लिए काली जीरी का सेवन फायदेमंद है। यह शरीर में इंसुलिन को बढ़ाने का काम करता है। इसका सेवन टाइप वन और टाइप टू दोनों डायबिटीज से पीड़ित मरीज कर सकते हैं।
- सफ़ेद दाग के लिए काली जीरी : सफ़ेद दाग की समस्या होने पर काली जीरी का उपयोग उपयुक्त मात्रा में करने से लाभ मिल सकता है। शरीर के किसी भी हिस्से में सफ़ेद दाग की समस्या होने पर उस जगह इसका पेस्ट लगाने से लाभ मिल सकता है।
काली जीरी की ख़ुराक (Dosage)
- विभिन्न स्वास्थ्य समस्या के लिए काली जीरी की अलग-अलग ख़ुराक दी जाती है। रोजाना 4 ग्राम से ज्यादा काली जीरी का सेवन वर्जित माना गया है। छोटे बच्चों के लिए एक दिन में एक ग्राम काली जीरी काफी है।
काली जीरी से सावधानी (Precautions)
गर्भावस्था
स्तनपान
हार्ट
लिवर
किडनी
काली जीरी के नुकसान (Side Effects)
- स्वाद में कड़वा और तासीर में गर्म होने की वजह से इसका सेवन करने से पेट दर्द और उल्टी की समस्या हो सकती है।
- कुछ लोगों में काली जीरी के सेवन से चक्कर आने की समस्या भी हो सकती है।
- उचित मात्रा में इसका सेवन न करने से आँखों से पानी आने की समस्या भी हो सकती है।
- जीभ में सूजन और स्किन एलर्जी की समस्या भी काली जीरी खाने से हो सकता है।
सवाल जवाब (FAQs)
- क्या काली जीरी की ख़ुराक बच्चों को दी जा सकती है ?
आमतौर पर एक ग्राम काली जीरी की ख़ुराक बच्चों को दी जा सकती हैं लेकिन उत्तम परिणाम के लिए डॉक्टरी परामर्श लेना आवश्यक है।
- खाने में काली जीरी का सेवन कब किया जाना चाहिए ?
बेहतर परिणाम के लिए काली जीरी की ख़ुराक खाना खाने के आधे घंटे बाद लेना उपयुक्त है।
- गर्भवती महिलाओं को काली जीरी का सेवन क्यों नहीं करना चाहिए ?
काली जीरी का तासीर काफी गर्म होता है, इसलिए प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए इससे काफी दिक्कतें हो सकती है। यह गर्भपात का कारण भी बन सकता है।
- काली जीरी चूर्ण का सेवन किस चीज के साथ किया जाना बेहतर है ?
काली जीरी का सेवन हमेशा नार्मल या गुनगुने पानी के साथ करना चाहिए।
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