Description
कफ,वात और पित्त को दूर करने के लिए कासनी को आयुर्वेद में बेहद लाभकारी माना जाता है। इसका उपयोग मुख्य रूप से सांस संबंधी बीमारियों को दूर करने के साथ ही शारीरिक दर्द को दूर करने के लिए भी किया जाता है। इसका वानस्पतिक नाम किचोरियम इंडीवीए है। यह भारत में जुलाई के सितम्बर महीने के बीच पाया जाता है। आयुर्वेद में इसे एक बेहद प्रभावी हर्ब्स माना जाता है।
कासनी से होने वाले फायदे (Benefits)
- किडनी स्टोन के लिए कासनी : किडनी स्टोन की समस्या को दूर करने के लिए कासनी का सेवन ख़ासा प्रभावी माना जाता है। इसके नियमित सेवन से आयुर्वेदिक तरीके से किडनी स्टोन से छुटकारा पाया जा सकता है। इस समस्या का पता चलते ही यदि वक़्त रहते कासनी का सेवन किया जाए तो ऑपरेशन की नौबत नहीं आती है।
- पाचन क्रिया के लिए कासनी : पाचन संबंधित परेशानियों को दूर करने के लिए कासनी का सेवन काफी हद तक प्रभावशाली माना जाता है। इसके सेवन से काफी हद तक गैस, अपच, सीने में जलन आदि समस्याओं का निदान होता है। इसके साथ ही कब्ज या बवासीर जैसी गंभीर समस्या को दूर करे में भी यह उपयोगी है।
- जॉन्डिस के लिए कासनी : आयुर्वेद में जॉन्डिस या पीलिया रोग के निवारण के लिए भी कासनी का काफी उपयोग किया जाता है। इस बीमारी को दूर करने के लिए इसका सेवन करना विशेष रूप से फायदेमंद माना गया है। जॉन्डिस की समस्या आमतौर पर बच्चों को होती है, बहरहाल इसके सेवन से बच्चों को भी इस बीमारी से छुटकारा मिल सकता है।
- सिरदर्द के लिए कासनी : सिरदर्द की समस्या होने पर कासनी का काढ़ा पीने से काफी लाभ मिलता है। सिरदर्द एक ऐसी समस्या है जो किसी को भी कभी भी हो सकती है। यह समस्या आगे चलकर माइग्रेन का रूप भी ले सकती है। ऐसे में कासनी का उपयोग कई मायनों में फायदेमंद साबित हो सकता है।
कासनी की ख़ुराक (Dosage)
- व्यक्ति के उम्र, जेंडर और स्वास्थ्य समस्या के आधार पर कासनी की ख़ुराक दी जाती है। आमतौर पर एक दिन में 1 से 3 ग्राम तक कासनी का सेवन किया जा सकता है।
कासनी से सावधानी (Precautions)
गर्भावस्था
गर्भवती महिलाओं को कासनी का सेवन बिना डॉक्टरी परामर्श के नहीं करना चाहिए।
स्तनपान
स्तनपान करवाने वाली महिलाओं को इसका सेवन बिना डॉक्टरी परामर्श के नहीं करना चाहिए।
हार्ट
हार्ट के मरीजों के लिए कासनी का सेवन बेहद लाभकारी माना जाता है।
लिवर
लिवर की बीमारी से ग्रसित लोगों के लिए इसका सेवन फायदेमंद माना गया है।
किडनी
किडनी से जुड़ी समस्या होने पर कासनी का सेवन डॉक्टरी सलाह के बाद ही करें।
कासनी से नुकसान (Side Effects)
- हार्ट, बीपी और डायबिटीज की दवा लेने वालों के लिए कासनी के सेवन से नुकसान हो सकता है।
- सर्जरी से पहले या कुछ दिनों बाद तक इसके सेवन से नुकसान हो सकता है।
- अधिक मात्रा में इसका सेवन करने से उल्टी और दस्त की समस्या हो सकती है।
सवाल जवाब (FAQs)
- क्या कासनी का सेवन बच्चों के लिए सुरक्षित है ?
बच्चों को जॉन्डिस होने पर कासनी की ख़ुराक दी जा सकती है। हालाँकि इसे देने से पहले डॉक्टरी सलाह लेना आवश्यक है।
- क्या कासनी का उपयोग आर्थराइटिस के मरीजों के लिए उपयोगी है ?
आर्थराइटिस क समस्या से पीड़ित व्यक्ति के लिए कासनी बेहद लाभकारी है।
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