Description
मुलेठी को आयुर्वेद में बेहद कारगर जड़ी-बूटी माना जाता है। कई तरह के स्वास्थ्य समस्याओं के समाधान के लिए इसका उपयोग किया जाता है। इसका वानस्पतिक नाम ग्ल्य्किररहिज़ा ग्लबरा है। विभिन्न एशियाई देशों में पाए जाने के साथ ही मुलेठी ग्रीस और तुर्की में भी पाई जाती है। विभिन्न रोगों से निदान पाने के साथ ही इसका उपयोग बालों पर भी किया जाता है।
मुलेठी से होने वाले फायदे (Benefits)
- कफ़ की समस्या को दूर करने के लिए मुलेठी : छाती में कफ जमा होने की वजह से कई प्रकार के सांस संबंधी समस्या भी उत्पन्न हो जाती है। कफ के इलाज के लिए मुलेठी को बेहद असरदार माना जाता है। इसके सेवन से सालों पुराने कफ को भी बाहर निकाला जा सकता है।
- ल्यूकोरिया की समस्या के लिए मुलेठी : बहुत सी महिलाओं को ल्यूकोरिया या सफ़ेद पानी आने की समस्या से ग्रसित पाया गया है। इसके समाधान के लिए भी मुलेठी को काफी प्रभावी माना गया है। इसका सेवन दिन में कम से कम दो बार कर लेने से भी इस समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है।
- मानसिक तनाव के लिए मुलेठी : स्ट्रेस या तनाव को दूर करने के लिए मुलेठी को बेहद लाभदायक माना जाता है। इसका सेवन करने से व्यक्ति किसी भी तरह की मानसिक तनाव से राहत पा सकता है। इसके सेवन से दिमागी शक्ति में भी वृद्धि होती है। इसलिए इसे बच्चों के लिए भी यह काफी उपयोगी माना गया है।
- पेट से जुड़ी समस्याओं के लिए मुलेठी : पेट से जुड़ी विभिन्न समस्याएं जैसे पेट दर्द, अल्सर, एसिडिटी, गैस आदि की समस्या होने पर मुलेठी का सेवन करना फायदेमंद है। इसमें एक ख़ास प्रकार का एसिड पाया जाता है जो पेट की इन समस्याओं को दूर करने में सक्षम है।
- कैंसर से बचाव के लिए मुलेठी : कई शोधों के आधार पर इस बात की जानकारी मिलती है कि, मुलेठी का सेवन करने से कुछ ख़ास प्रकार के कैंसर से बचाव किया जा सकता है। मुलेठी का सेवन करने से विशेष रूप से ब्रैस्ट कैंसर और प्रोस्टेट कैंसर से काफी हद तक बचा जा सकता है। महिला और पुरुष में होने वाले कैंसर में इन्हें सबसे आम माना जाता है।
मुलेठी की ख़ुराक (Dosage)
- व्यक्ति के उम्र, जेंडर और स्वास्थ्य समस्या को ध्यान में रखते हुए इसकी खुराक तय की जाती है। वैसे आमतौर पर एक दिन में 1 से 3 ग्राम तक ही मुलेठी का सेवन किया जाना चाहिए। इसके ख़ुराक की सही जानकारी अपने स्वास्थ्य समस्या के आधार पर किसी हर्बलिस्ट से लेना ही उचित होगा।
मुलेठी से सावधानी (Precautions)
गर्भावस्था
प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए मुलेठी का सेवन सुरक्षित नहीं है।
स्तनपान
स्तनपान करवाने वाली महिलाओं को इसका सेवन करने से डॉक्टर की सलाह जरूर लेनी चाहिए।
लिवर
लिवर से जुड़ी समस्या होने पर इसका उपयोग डॉक्टरी परामर्श के बाद ही करें।
हार्ट
हार्ट के मरीजों के लिए मुलेठी का सेवन असुरक्षित है।
किडनी
किडनी के मरीजों को इसका सेवन डॉक्टरी सलाह के बाद ही करनी चाहिए।
मुलेठी के नुकसान (Side Effects)
- ज्यादा समय के लिए मुलेठी का सेवन करना नुकसानदेह हो सकता है।
- हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों के लिए मुलेठी का सेवन नुकसानदेह हो सकता है।
- ज्यादा मात्रा में इसका सेवन करने से शरीर में पोटासियम की कमी हो सकती है। कई बार इसके सेवन से हार्ट फेलियर की समस्या भी हो सकती है।
- किसी भी चीज की दवा खाते हों तो उस दौरान मुलेठी के सेवन से नुकसान पहुंच सकता है।
सवाल जवाब (FAQs)
- क्या बच्चों के लिए मुलेठी का सेवन सुरक्षित है ?
बच्चों को मुलेठी की ख़ुराक देने से उनकी दिमागी शक्ति मजबूत होती है। बच्चों को इसे देने से पहले इसकी ख़ुराक की जानकारी किसी हर्बलिस्ट से जरूर लें।
- क्या त्वचा से जुड़ी समस्याओं के लिए मुलेठी का इस्तेमाल किया जा सकता है ?
मुलेठी में एंटी-बैक्टेरियल गुण पाए जाते हैं इसलिए इसका उपयोग त्वचा संबंधी समस्याओं के लिए किया जा सकता है।
Reviews
There are no reviews yet.