Description
मूसली सफ़ेद का इस्तेमाल आयुर्वेद में विभिन्न रोगों के दवा के रूप में किए जाने के साथ ही विशेष रूप से पुरुषों के लिए यौन नपुंसकता को दूर करने के लिए किया जाता है। यह बरसात के मौसम में जंगलों में अपने आप भी उग आती है। मूसली सफ़ेद का उत्पादन सबसे ज्यादा भारत में ही होता है, दुनिया के किसी अन्य देश में इसकी उपलब्धता कम है। इसमें प्रोटीन, कैल्शियम, कार्बोहाइड्रेट, पोटेशियम और फाइबर के साथ ही अन्य विटामिन और मिनरल्स का खजाना भी माना जाता है। इसका वानस्पतिक नाम क्लोरोफाइटम बोरिविलेनम है।
मूसली सफ़ेद से होने वाले फायदे (Benefits)
- पुरुषों यौनशक्ति बढ़ाने के लिए उपयोगी : आयुर्वेद में मूसली सफ़ेद का इस्तेमाल खासतौर से पुरुषों की यौन शक्ति को बढ़ाने के लिए किया जाता है। इसे एक तरह का आयुर्वेदिक वियाग्रा भी माना जाता है। इसके सेवन से पुरुषों की नपुंसकता दूर होती है और साथ ही उनकी यौन इच्छाओं में वृद्धि होती है। यह पुरुषों में शुक्राणु की वृद्धि को बढ़ाने का काम करती है।
- बांझपन दूर के लिए उपयोगी : महिलाओं के लिए मूसली सफ़ेद विशेष रूप से बांझपन की समस्या को दूर करने के लिए उपयोगी माना जाता है। इसके इस्तेमाल से बांझपन के लिए जिम्मेदार सभी कारण दूर होते हैं और महिलाओं को गर्भधारण करने में काफी सहायता मिलती है। इसके साथ ही यह प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए भी काफी लाभप्रद है। इसके सेवन से माँ और बच्चे दोनों को काफी जरूरी पोषण मिलता है। एक बेहतर सेहत के लिए गर्भवती स्त्री बच्चा होने के बाद भी इसका सेवन कर सकती है।
- इम्यून सिस्टम के लिए फायदेमंद : विभिन्न बीमारियों से बचने के लिए इम्यून सिस्टम का मजबूत होना काफी जरूरी है। मूसली सफ़ेद इम्यून सिस्टम को मजबूत कर विभिन्न मौसमी बीमारी और खास करके अस्थमा के लिए रोग प्रतिरक्षा तंत्र को मजबूत बनाने का काम करती है।
- डायबिटीज के लिए मूसली सफ़ेद पाउडर के लाभ : टाइप 2 डायबिटीज के मरीजों के लिए इसका सेवन काफी फायदेमंद है। मूसली सफ़ेद पाउडर में कुछ ऐसे ख़ास एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं जो शरीर में ग्लुकोज की मात्रा को कम करके ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने का काम करते हैं।
मूसली सफ़ेद की ख़ुराक (Dosage)
- एक वयस्क व्यक्ति एक दिन में 2 से 6 ग्राम तक मूसली सफ़ेद की ख़ुराक ले सकते हैं। हालांकि विभिन्न उम्र और रोगों के इलाज के लिए इसकी मात्रा अलग-अलग बताई गई है। प्रेग्नेंट और ब्रेस्टफीडिंग कराने वाली महिलाओं को इसकी केवल 1 से 2 ग्राम ख़ुराक ही लेनी चाहिए।
मूसली सफ़ेद से सावधानी (Precautions)
गर्भावस्था
स्तनपान
लिवर
हार्ट
किडनी
मूसली सफ़ेद के नुकसान (Side Effects)
- यूँ तो आयुर्वेद में मूसली सफ़ेद के इस्तेमाल को पूरी तरह से सुरक्षित माना गया है लेकिन इसके ओवरडोज से पाचन शक्ति कमजोर हो सकती है।
- इसके इस्तेमाल से सेंसेटिव लोगों को गैस या पेट में दर्द की समस्या भी हो सकती है।
- चूँकि इसकी तासीर ठंडी होती है इसलिए कई बार इसके सेवन सर्दी-ज़ुकाम या कफ की समस्या हो सकती है।
सवाल जवाब (FAQs)
- नपुंसकता दूर करने के लिए मूसली सफ़ेद का सेवन कैसे करें ?
नपुंसकता दूर करने के लिए पुरुषों को इसका सेवन गाय के दूध के साथ करनी चाहिए।
- वजन कम करने के लिए मूसली सफ़ेद का सेवन किस समय करना प्रभावशाली है ?
वेट लॉस के लिए मूसली सफ़ेद का इस्तेमाल वर्कआउट या एक्सरसाइज के बाद करना विशेष रूप से असरदार माना जाता है।
- क्या कैंसर के रोकथाम के लिए मूसली सफ़ेद असरदार है ?
एक शोध के अनुसार रोजाना आधा से एक चम्मच मूसली सफ़ेद कैंसर के रोकथाम के लिए काफी असरदार है।
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