Description
आयुर्वेद में बहुत सी ऐसी जड़ी-बूटी है जिसका उपयोग विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं की समाधान के लिए किया जाता है। शालपर्णी भी एक ऐसा ही ख़ास आयुर्वेदिक औषधी है जिसका उपयोग बहुत से स्वस्थ्य समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए किया जा सकता है। इसका वानस्पतिक नाम डेस्मोडियम गैंगिटिकम है। पाचन संबंधी दिक्कतों को दूर करने के लिए विशेष रूप से इसका उपयोग किया जाता है।
शालपर्णी से होने वाले फायदे (Benefits)
- पाचन तंत्र के लिए शालपर्णी : एक शोध के अनुसार शालपर्णी को पाचन तंत्र के लिए काफी उपयोगी माना जाता है। इसके सेवन से पाचन संबंधी सभी दिक्कतों को दूर करने में काफी सहायता मिलती है। इसके सेवन से पेट में गैस, दस्त और अपच की समस्या हो सकती है। इसके सेवन से भूख ना लगने की समस्या से भी छुटकारा पाया जा सकता है।
- दिल की बीमारियों के लिए शालपर्णी : हार्ट की बीमारी से आजकल बहुत से लोग परेशान रहते हैं। इस बीमारी से हार्ट फेलियर की समस्या ज्यादा होती है। इस बीमारी को कंट्रोल में करने के लिए खासतौर से शालपर्णी का सेवन काफी लाभदायक है। यह कोलेस्ट्रॉल लेवल को कम करने में विशेष रूप से प्रभावी माना जाता है।
- ब्रोंकाइटिस की समस्या के लिए शालपर्णी : : ब्रोंकाइटिस की बीमारी में सांस लेने में समस्या होती है। इस बीमारी से निजात पाने के लिए भी शालपर्णी को विशेष रूप से काफी सहायक माना जाता है। इसकी मदद से विशेष रूप से फेफड़ों में जमे बलगम को बाहर निकालने में काफी मदद मिलती है।
- बवासीर की समस्या में शालपर्णी : बवासीर एक ऐसी बीमारी है जिसमें मलत्याग करने में लोगों को काफी समस्या होती है। इस समस्या से निजात पाने के लिए शालपर्णी को काफी मददगार माना जाता है। यह कब्ज की समस्या को जड़ से ठीक करने में बेहद प्रभावी ढंग से काम करता है।
शालपर्णी की ख़ुराक (Dosage)
- आमतौर पर शालपर्णी की ख़ुराक व्यक्ति के उम्र, स्वास्थ्य अवस्था और जेंडर पर निर्भर करता है। एक दिन में 1 से 3 ग्राम तक आमतौर शालपर्णी की ख़ुराक दी जाती है।
शालपर्णी से सावधानी (Precautions)
गर्भावस्था
गर्भवती महिलाओं को शालपर्णी का सेवन बिना डॉक्टरी परामर्श के नहीं करना चाहिए।
स्तनपान
स्तनपान करवाने वाली महिलाओं को इसका सेवन बिना डॉक्टरी परामर्श के नहीं करना चाहिए।
हार्ट
हार्ट के मरीजों को शालपर्णी का सेवन डॉक्टरी सलाह के बाद ही करनी चाहिए।
लिवर
लिवर की बीमारी से ग्रसित लोगों के लिए इसके सेवन से पहले डॉक्टरी परामर्श लेना जरूरी है।
किडनी
किडनी से जुड़ी समस्या होने पर शालपर्णी का सेवन डॉक्टरी सलाह के बाद ही करें।
शालपर्णी के नुकसान (Side Effects)
- यूँ तो शालपर्णी की ख़ुराक का कोई ख़ास नुकसान नहीं है। लेकिन इसके अधिक सेवन से व्यक्ति को उल्टी या मतली की समस्या हो सकती है।
- डायबिटीज, हार्ट और बीपी की दवा का सेवन करने वालों के लिए शालपर्णी का सेवन नुकसानदेह हो सकता है।
- हर्ब्स से एलर्जी वाले लोगों के लिए इसका सेवन नुकसानदेह है।
- सर्जरी से ठीक पहले या कुछ दिनों बाद तक इसके सेवन से नुकसान हो सकता है।
सवाल जवाब (FAQs)
- क्या शालपर्णी के सेवन से वजन कम करने में मदद मिल सकती है ?
शालपर्णी के सेवन से वजन कम करने में कितनी मदद मिलती है इसकी जानकारी अभी उपलब्ध नहीं है।
- क्या छोटे बच्चों को शालपर्णी की ख़ुराक दी जा सकती है ?
छोटे बच्चों को शालपर्णी की ख़ुराक देने से पहले डॉक्टरी सलाह लेना आवश्यक है।
Reviews
There are no reviews yet.