Description
नील या इंडिगो एक तरह की आयुर्वेदिक औषधी है जिसका इस्तेमाल विभिन्न रोगों के रोकथाम के लिए दवा बनाने के लिए किया जाता है। इसके साथ ही इसका प्रयोग बालों को सुंदर बनाने के लिए भी किया जाता है। इसका वानस्पतिक नाम बैप्टीशिया ऑस्ट्रेलिस है। इसके जड़ और फूल दोनों का इस्तेमाल किया जाता है।
नील से होने वाले फायदे (Benefits)
- बालों के लिए नील के फायदे : नील को विशेष रूप से असमय बालों के सफ़ेद होने की समस्या को दूर करने के लिए उपयोग किया जाता है। बालों पर इसका पेस्ट लगाने से बालों को समय से पहले ही सफ़ेद होने से बचाने के साथ ही उन्हें टूटने से भी बचाया जा सकता है। इसका इस्तेमाल मेहँदी पाउडर में मिक्स करके भी काफी लोग करते हैं।
- लंग्स के लिए नील के फायदे : यह उनलोगों के लिए भी काफी फायदेमंद है जिन्हें लंग्स में सूजन की समस्या होती है। इसके चूर्ण का सेवन करने से लंग्स के सूजन के साथ ही सांस फूलना या खांसी की समस्या का भी निदान किया जा सकता है।
- ट्यूमर के लिए नील के फायदे : ट्यूमर की समस्या होना बेहद खतरनाक हो सकता है क्योंकि ज्यादातर मामलों में ट्यूमर कैंसर की बीमारी को जन्म देता है। इसलिए इससे समय रहते ही छुटकारा पाना आवश्यक है। नील में कुछ ऐसे ख़ास गुण पाए जाते हैं जो ट्यूमर की समस्या का समाधान करने में काफी प्रभावी रूप से काम करता है।
- टाइफाइड के लिए नील के फायदे : टाइफाइड में व्यक्ति के शरीर का तापमान काफी हाई हो जाता है। इस बुखार से छुटकारा पाने के लिए भी नील का सेवन काफी हद तक कारगर साबित हो सकता है। इसका उपयोग बुखार उतारने के लिए प्राचीन काल से ही आयुर्वेदिक इलाज के रूप में किया जाता आ रहा है।
नील की ख़ुराक (Dosage)
- इसके ख़ुराक की सही जानकारी किसी हर्बलिस्ट से लेना ही उचित माना जाता है। बालों पर यदि इसका इस्तेमाल कर रहे हों तो एक बार में एक चम्मच ही नील का उपयोग करें।
नील से सावधानी (Precautions)
गर्भावस्था
प्रेग्नेंट महिलाओं को नील का इस्तेमाल डॉक्टरी सलाह के बाद ही करना चाहिए।
स्तनपान
स्तनपान करवाने वाली महिलाओं को इसके प्रयोग से पहले डॉक्टरी सलाह लेनी चाहिए।
हार्ट
हार्ट के मरीजों को डॉक्टरी सलाह के बाद ही नील का उपयोग करना चाहिए।
लिवर
लिवर से जुड़ी समस्या होने पर इसका उपयोग सुरक्षित नहीं है।
किडनी
किडनी से जुड़ी समस्या होने पर इसका सेवन डॉक्टरी परामर्श के बाद ही करना चाहिए।
नील के नुकसान (Side Effects)
- यदि आप किसी भी बीमारी की दवा का सेवन कर रहे हों तो ऐसी स्थिति में नील का सेवन नुकसानदेह है।
- हर्बल प्रोडक्ट या दवाईयों से एलर्जी होने वाले लोगों के लिए भी नील का सेवन नुकसानदेह है।
- डायबिटीज, ब्लड प्रेशर या अन्य किसी डिसऑर्डर में नील के सेवन से नुकसान पहुंच सकता है।
- इसके अधिक सेवन से उल्टी या डायरिया की समस्या हो सकती है।
सवाल जवाब (FAQs)
- क्या त्वचा से जुड़ी परेशानियों को दूर करने के लिए नील का उपयोग किया जा सकता है ?
त्वचा संबंधी परेशानियों को दूर करने के लिए नील का उपयोग फायदेमंद हो सकता है।
- क्या अल्सर की बीमारी में नील लाभदायक है ?
अल्सर पर नील का लेप लगाने से काफी लाभ मिल सकता है।
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