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बवासीर में ये 4 दवाइयां करेंगी उठने-बैठने की परेशानी को दूर

5 मिनट में जानें
Written by Juli Kumari

@ Health Expert

इन दिनों बवासीर (piles) की समस्या होना आम बात है.आयुर्वेद में बवासीर(piles) को ‘अर्श’ भी कहते हैं. इस समस्या (piles) के होने का सबसे बड़ा कारण लगातार कब्ज, घंटो खड़े रहना, धूम्रपान, शराब का अधिक सेवन और अनुवांशिकता है. इस रोग (piles) में मलद्वार के अंतिम हिस्सों की शिराओं में सूजन आ जाती है. और (and) धीरे-धीरे ये सूजन मस्से में तब्दिल हो जाते हैं। जो काफी पीड़ादायक होता है। इसलिए (as a result) बवासीर(piles) से पीड़ित व्यक्ति को चलने-फिरने, बैठने और मलमूत्र के दौरान परेशानियों का सामना करना पड़ता है।

बवासीर में ये 4 दवाइयां करेंगी उठने-बैठने की परेशानी को दूर

  1. बवासीर की दवाइयां
  2. पतंजली दवाइयां
  3. एलोपैथी दवाइयां
  4. होम्योपैथी दवा करेगा बवासीर दूर
  5. आयुर्वेदिक दवाईयों में है बवसाीर का इलाज

बवासीर की दवाइयां (Piles medicines in hindi)

बवासीर से पीड़ित व्यक्ति को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इसलिए जल्द से जल्द इसका इलाज करवाना ज़रूरी होता है। वैसे तो बाज़ार में बवासीर के लिए कई तरह की दवाइयां उपलब्ध है। लेकिन (but) इस स्थिति में बिना जानकारी के कोई भी दवाई लेना आपके लिए खतरों से खाली नहीं है। ये आपकी समस्या को और अधिक बढ़ा सकती है। इसलिए(so) आज हम आपको बवासीर के लिए कई प्रकार की दवाइयां बताने जा रहे हैं। तो आइए जानते हैं।

ये भी पढ़ें – जानिए क्या है बवासीर के लक्षण, कारण और पाइल्स से बचने के उपाय

पतंजली दवाइयां (Patanjali medicines)

बवासीर कई प्रकार के होते हैं। जो बहुत ही कष्टदायक होते हैं। ऐसे में पतनजली दवाई बहुत फायदेमंद है। क्योंकि(because) ये अनेक प्रकार की जड़ी-बूटियों से मिलकर बनी होती है। जिसका शरीर पर किसी भी प्रकार का धुष्प्रभाव नहीं पड़ता है। इसलिए आज हम आपको बवासीर की पतंजली दवाई बताने जा रहे हैं जो आपके लिए बहुत फायदेमंद होगी।

  • दिव्य अर्शकल्प वटी (Divya Arshkalp Vati)- खासकर बवासीर के लिए बनाई गई है। ये एक प्रसिद्ध आयुर्वेदिक औषधि हैं। बवासीर में इस दवाई के नियमित सेवन से ऑपरेशन की नौबत नहीं आती है। ये आपको ऑपरेशन के खतरे से दूर रखता है। दिव्य अर्शकल्प वटी नसों में होने वाली सूजन, खिंचाव, कब्ज़ आदि समस्याओं से भी छुटकारा दिलाता है। ध्यान रहे अगर (if) आप गर्भवती हैं तो इस दवाई का सेवन बिल्कुल ना करें। क्योंकि ये दवाई बहुत ही गर्म होती है जिससे आपका गर्भपात भी हो सकता है।

एलोपैथी दवाइयां (Allopathy medicines)

एलोपैथी दवाइयां गंभीर रोगों के लिए बहुत फायदेमंद है। क्योंकि ये दवाइयां किसी भी प्रकार के रोग में जल्द ही अपना असर दिखाती हैं।

बवासीर की दवाइयां (Piles medicines in hindi)

  • ओसिल क्रीम (Osil Cream)- ओसिल क्रीम का इस्तेमाल बवासीर, दर्द, जलन, सूजन, त्वचा की सूजन, घाव आदि के लिए किया जाता है। यह दवाई केवल बाहरी इस्तेमाल के लिए ही है। ध्यान रहे इसे लगाने के बाद अपने हाथों को धो लें।
  • रेकमॉक्स 500 एमजी टैबलेट (Rekmox 500 MG Tablet)- इस दवाई का इस्तेमाल तब किया जाता है जब व्यक्ति त्वचा न्फेक्शन, साइनस, श्वसन और मूत्र पथ के इन्फेक्शन और बवासीर आदि से पीड़ित हो। इसे बहुत ही हार्ड दवाई माना जाता है इसे खुराक से ज़्यादा लेने पर गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल, पीलिया और हेपेटाइटिस जैसी बीमारी हो जाती है।
  • REPL Pilelex ड्रॉप (REPL Pilelex Drop)- ये बवासीर में होने वाले दर्दनाक और रक्तस्राव के लिए बहुत ही लाभकारी दवा है। बवासीर के कारण प्रभावित जगह में सूजन आ जाती है ऐसे में इस दवाई के सेवन से सूजन, दर्द व खून का बहाव ठिक होता है।

बवासीर का होम्योपैथी इलाज (Homeopathy medicine for Piles)

होम्योपैथी दवाइयां किसी भी बीमारी के लिए बहुत फायदेमंद है। क्योंकि इन दवाइयों के सेवन से बीमारी जड़ से खत्म हो जाती है। और कई बार हम अनजाने में दवाइयों का गलत खुराक ले लेते हैं जिससे इनका शरीर पर पर बुरा असर पड़ता है। तो होम्योपैथी दवाइयों के साथ ऐसा नहीं है इनके सेवन से शरीर पर किसी भी प्रकार का दुष्प्रभाव भी नहीं पड़ता है। अगर आप बवासीर से पीड़ित हैं तो नीचे दी गई होम्योपैथी दवाइयों का सेवन कर सकते हैं।

  • हमामेलिस (Hamamelis)- होम्योपैथ की दवा बवासीर के रोगियों के लिए बहुत फायदेमंद है। इस दवाई के सेवन से बवासीर में होने वाला खून का बहाव रूक जाता है।
  • ग्रेफाइट्स (Graphites)- इस दवाई का इस्तेमाल कब्ज़ और बवासीर के दर्द मे किया जाता है। इसके अलावा ये उन लोगों को भी दिया जा सकता है जो मोटापे का शिकार हैं।
  • रतनिया (Ratania)- इस दवाई के नियमित सेवन से बवासीर के कारण बने मस्से खत्म होने लगते हैं। साथ ही ये मल त्यागने में होने वाले दर्द में आराम दिलाता है।

आयुर्वेदिक दवाई से दूर करें बवासीर(ayurvedic medicine for Piles)

आयुर्वेदिक दवाइयों की मान्यता इसलिए भी ज़्यादा है क्योंकि (because)इसे कुछ खास औषधियों की सहायता से बनाया जाता है। हालांकि (although) ये दवाईयां जल्द तो असर नहीं दिखाती हैं लेकिन इनमें रोगों को जड़ से खत्म करने की शक्ति होती है। नीचे बवासीर की कुछ आयुर्वेदिक दवाइयां दी गई हैं जिनकी सहायता से आप बवासीर में होने वाले दर्द से छुटकारा पा सकते हैं।

  • हल्दी- हल्दी एक आयुर्वेदिक औषधि है। इसका इस्तेमाल सभी आयुर्वेदिक दवाईयां बनाने में किया जाता है। हल्दी में कई एंटीसेप्टिक गुण पाए जाते हैं। बवासीर के लिए इसके इस्तेमाल के लिए एक चम्मच देसी घी में आधा चम्मच हल्दी पाउडर मिला लें और मस्सों पर मलहम की तरह लगाएं। नियमित रूप से इसके इस्तेमाल से मस्से ठीक होने लगेंगे।
  • त्रिफला चूर्ण- त्रिफला चूर्ण एक बहुत ही कारगार औषधि है। ये बवासीर में भी बहुत फायदेमंद है। इसके इस्तेमाल के लिए रात में सोने से पहले एक चम्मच त्रिफला चूर्ण का सेवन करें। रोज़ाना ऐसा करने से बवासीर से छुटकारा मिल जाता है।
  • अंजीर- अंजीर का इस्तेमाल जड़ी-बूटियों के तौर पर किया जाता है। अगर (if)आप बवासीर के मरीज हैं तो अंजीर आपके लिए बहुत लाभकारी है। इसके लिए(for this) आप रात में सोने से पहले सूखी अंजीर को गर्म पानी में भिगो कर रख दें। और (and) सुबह खाली पेट इसका सेवन करें। रोज़ाना ऐसा करने से कुछ ही दिनों में आप बवासीर की समस्या से छुटकारा पा सकेंगे।

नोट

बवासीर(piles)को खूनी बवासीर भी कहते हैं। ये काफी कष्टदायक होता है। क्योंकि(because)) इस रोग के मरीज को मल त्यागने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। यदि (if)आप भी बवासीर की परेशानी से झूझ रहे हैं तो ये लेख बहुत लाभकारी है। ध्यान रहे(remember) ऊपर बताई गई दवाईयां केवल जनकारी मात्र है। इस तरह की कोई भी दवाई का सेवन डॉक्टर की सलाह से ही करें। क्योंकि (because)सभी व्यक्ति को उनके शरीर की क्षमता के अनुसार ही दवाइयों का सुझाव दिया जाता है।

ये भी पढ़ें- बवासीर की समस्या को ना दें बढ़ावा, इन घरेलू उपाय से पाएं छुटकारा

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