Description
पारंपरिक भारतीय आयुर्वेदिक इलाज के लिए भृंगराज पत्तियों का इस्तेमाल काफी समय से किया जाता आ रहा है। इसका उपयोग बाल झड़ने की समस्या से लेकर विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं के लिए भी बेहद लाभकारी है। भृंगराज का वानस्पतिक नाम एक्लिप्टा एल्बा है।
भृंगराज से होने वाले फायदे (Benefits)
- लिवर की बीमारी में फायदेमंद : आयुर्वेद में भृंगराज की पत्तियों को लिवर के लिए सबसे ज्यादा फायदेमंद माना जाता है। भृंगराज की पत्तियों को पीसकर उसका रस पीने से लिवर से जुड़ी परेशानियों को दूर करने में काफी लाभ मिलता है। इसका इस्तेमाल पीलिया जैसे रोग को ठीक करने के लिए भी किया जाता है। पीलिया का असर सबसे ज्यादा लिवर पर ही दिखाई देता है।
- बवासीर के इलाज में उपयोगी : भृंगराज की पत्तियों का इस्तेमाल बवासीर के इलाज में भी किया जा सकता है। बवासीर की बीमारी में भृंगराज सूजन को कम कर असहाय दर्द से निजात दिलाने में भी सहायक है।
- पेट के लिए फायदेमंद : भृंगराज का उपयोग पेट संबंधी समस्याओं से निजात पाने के लिए भी किया जाता है। भृंगराज के पत्ते खासतौर से अपच और कब्ज की समस्या को दूर करने में विशेष रूप से सहायक होते हैं।
- यूटीआई की समस्या में लाभदायक : भृंगराज के पत्तों का रस पीने से यूटीआई की समस्या से भी मुक्ति पाई जा सकती है। चूंकि इसमें एंटी बैक्टीरियल गुण भी पाए जाते हैं जो यूटीआई संक्रमण में बैक्टीरिया को खत्म करने का काम करते हैं।
- बालों के लिए फायदेमंद : भृंगराज का तेल बालों के लिए काफी गुणकारी है। नियमित रूप से इसे लगाने से सफ़ेद बालों की समस्या से निजात पाया जा सकता है। इसके अलावा यह बालों को झड़ने से रोकता है और रूसी की समस्या को दूर करने में भी सहायक है।
भृंगराज की ख़ुराक (Dosage)
- लिवर की समस्या में लगभग 10 ग्राम भृंगराज के पत्तों का इस्तेमाल किया जा सकता है। विभिन्न समस्याओं के लिए इसकी ख़ुराक में अंतर देखा जा सकता है। कब्ज की समस्या से पीड़ित व्यक्ति रोजाना 5 से 6 भृंगराज की पत्तियों का सेवन कर सकते हैं।
भृंगराज से सावधानी (Precautions)
गर्भावस्था
गर्भवती महिलाओं को डॉक्टरी परामर्श के बाद ही भृंगराज का उपयोग करना चाहिए।
स्तनपान
शिशु को स्तनपान कराने वाली महिलाओं को इसका उपयोग डॉक्टर से सलाह के बाद ही करनी चाहिए।
लिवर
लिवर की बीमारी से ग्रसित लोगों के लिए भृंगराज का उपयोग सुरक्षित है।
हार्ट
हार्ट के मरीजों को भृंगराज का सेवन डॉक्टरी परामर्श के बाद ही करनी चाहिए।
किडनी
भृंगराज का सेवन किडनी की परेशानियों से जूझ रहे व्यक्तियों के लिए सुरक्षित माना गया है।
भृंगराज के नुकसान (Side Effects)
- एक सीमित मात्रा से ज्यादा भृंगराज का उपयोग करने से पेट से जुड़ी समस्याएं उत्पन्न हो सकती है।
- गर्भवती महिलाओं के लिए इसका सेवन काफी नुकसानदेह साबित हो सकता है।
- इसके सेवन से कुछ लोगों को लो शुगर की समस्या भी हो सकती है।
- भृंगराज की तासीर ठंडी होती है, लिहाजा एक सीमित मात्रा से ज्यादा इसके तेल का उपयोग बालों पर करने से सर्दी-ज़ुकाम की समस्या हो सकती है।
सवाल जवाब (FAQs)
- क्या भृंगराज तेल का उपयोग छोटे बच्चों की मालिश के लिए किया जा सकता है ?
तासीर में काफी ठंडी होने की वजह से इस तेल का उपयोग छोटे बच्चों की मालिश के लिए नहीं की जानी चाहिए।
- क्या आँखों से जुड़ी परेशानियों को दूर करने के लिए भृंगराज का उपयोग सुरक्षित है ?
भृंगराज में पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट आँखों की सेहत के लिए काफी गुणकारी होते हैं। इसके इस्तेमाल से मोतियाबिंद की समस्या से भी काफी हद तक बचाव किया जा सकता है।
- क्या भृंगराज तेल का इस्तेमाल शैम्पू के साथ किया जा सकता है ?
बालों को जरूरी पोषण देने के लिए भृंगराज तेल का उपयोग शैंपू में मिक्स करके के भी बालों पर किया जा सकता है।
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