Description
हमारे आस पास बहुत सी ऐसी प्राकृतिक गुणों वाली चीजें मौजूद हैं जिनके गुणों के बारे में हमें जानकारी नहीं है। ऐसा ही एक वानस्पतिक चीज है स्पिरुलिना, यह विशेष रूप से एक एल्गी है जिसका उपयोग विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं के निवारण के लिए किया जाता है। नीले और हरे रंग के इस एल्गी का स्वाद काफी तेज होता है और इससे एक स्ट्रांग स्मेल आती है।
स्पिरुलिना से होने वाले फायदे (Benefits)
- कैंसर के रोकथाम के लिए स्पिरुलिना : एक शोध से मिली जानकारी के अनुसार स्पिरुलिना में फाइकोसाइनिन नाम का एक तत्व पाया जाता है जो कैंसर से बचाव के लिए काफी मददगार है। इसके सेवन से मानव शरीर पर कीमोप्रिवेंटिव प्रभाव पड़ता है जो काफी हद तक कैंसर के रोकथाम के लिए सहायक हो सकते हैं। हालाँकि कैंसर की बीमारी से पीड़ित व्यक्ति को घरेलू इलाज के साथ ही डॉक्टरी परामर्श भी लेते रहना चाहिए।
- हार्ट के लिए स्पिरुलिना : हृदय रोग एक ऐसी बीमारी है जिससे व्यक्ति कब कैसे ग्रसित हो जाए कुछ कहा नहीं जा सकता है। हालाँकि यदि कोलेस्ट्रॉल लेवल को कंट्रोल में रखा जाए तो इसपर काबू जरूर पाया जा सकता है। इसमें कुछ ऐसे ख़ास एंटी ऑक्सीडेंट पाए जाते हैं जो दिल की बीमारियों से बचाने में काफी हद तक सक्षम हैं। स्पिरुलिना के सेवन से कोलेस्ट्रॉल को काफी हद तक कंट्रोल में किया जा सकता है।
- मेंटल हेल्थ के लिए स्पिरुलिना : मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी स्पिरुलिना को बेहद गुणकारी माना जाता है। इसके सेवन से यादाश्त जाने की समस्या से रोकथाम किया जा सकता है। यह मस्तिष्क में खासतौर से सूजन को कम करने में भी सहायक है। इसका उपयोग पार्किंसंस की बीमारी से ग्रसित व्यक्ति के इलाज के लिए भी किया जा सकता है। इसके सेवन से तनाव और चिंता का भी अंत होता है।
- रोग प्रतिरोधक क्षमता के लिए स्पिरुलिना : किसी भी बीमारी से लड़ने के लिए शरीर के रोग प्रतिरोधक क्षमता का मजबूत होना बेहद आवश्यक है। स्पिरुलिना में पाए जाने वाले पोषक तत्व विशेष रूप से शरीर की इम्युनिटी या रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाकर इसे किसी भी बीमारी से लड़ने के योग्य बनाता है।
स्पिरुलिना की ख़ुराक (Dosage)
- एक दिन में 3 ग्राम से ज्यादा स्पिरुलिना की ख़ुराक नहीं ली जानी चाहिए। आमतौर पर इसकी ख़ुराक व्यक्ति की उम्र और स्वास्थ्य समस्या पर निर्भर करती है।
स्पिरुलिना से सावधानी (Precautions)
गर्भावस्था
गर्भवती महिलाओं को स्पिरुलिना का सेवन डॉक्टरी सलाह के बाद ही करनी चाहिए।
स्तनपान
स्तनपान करवाने वाली महिलाओं को इसका सेवन डॉक्टरी परामर्श के बिना नहीं करना चाहिए।
लिवर
लिवर की बीमारी से ग्रसित लोगों को इसका सेवन डॉक्टरी परामर्श के बाद ही करनी चाहिए।
हार्ट
हार्ट के मरीजों के लिए स्पिरुलिना का सेवन सुरक्षित है।
किडनी
किडनी की बीमारी से ग्रसित व्यक्ति इसका सेवन डॉक्टरी सलाह के बाद ही करें।
स्पिरुलिना के नुकसान (Side Effects)
- इसके अधिक सेवन से व्यक्ति का पेट ख़राब हो सकता है और उन्हें दस्त की समस्या हो सकती है।
- इसके सेवन से सिरदर्द और बदन दर्द की शिकायत भी हो सकती है।
- स्पिरुलिना के सेवन से कुछ लोगन को सूजन और स्किन एलर्जी तक की शिकायत भी हो सकती है।
सवाल जवाब (FAQs)
- क्या स्पिरुलिना के सेवन से डायबिटीज को कंट्रोल में किया जा सकता है ?
स्पिरुलिना के सेवन से काफी हद तक ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल किया जा सकता है। इससे डायबिटीज को नियंत्रण में रखने में आसानी होती है।
- क्या बच्चों के लिए स्पिरुलिना का सेवन सुरक्षित है ?
बच्चों को स्पिरुलिना की ख़ुराक देने से पहले डॉक्टरी सलाह लेना जरूरी है।
- क्या वेट लॉस के लिए स्पिरुलिना का सेवन करना फायदेमंद है ?
मोटापे की समस्या से ग्रसित लोगों के लिए इसका सेवन काफी फायदेमंद माना जाता है।
Reviews
There are no reviews yet.