Description
आयुर्वेद में थाइम को एक ऐसा जड़ी-बूटी माना जाता है जिसका इस्तेमाल खाना बनाने के साथ ही विभिन्न प्रकार की औषधियों के निर्माण में भी किया जाता है। इसका वानस्पतिक नाम थाइमस वुल्गैरिस लिन है। इसकी ताज़ी पत्तियों के साथ ही सूखी पत्तियों का उपयोग भी किया जाता है। थाइम का पौधा भारत में पूरे साल मिलता है। रसोई घरों में इसका उपयोग चिकन, सूप या किसी सब्जी आदि की गार्निशिंग के लिए किया जाता है।
थाइम से होने वाले फायदे (Benefits)
- पेट की समस्याओं के लिए थाइम : पेट से जुड़ी विभिन्न समस्याओं के समाधान के लिए थाइम को काफी लाभकारी माना जाता है। इसका सेवन पेट दर्द, गैस या अपच की समस्याओं के निदान के लिए किया जा सकता है।
- कैंसर से बचाव के लिए थाइम : कुछ शोधों से इस बात की जानकारी मिलती है कि, थाइम में मौजूद कुछ विशेष गुणों की वजह से यह कैंसर से लड़ने में सक्षम है। इसका सेवन करने से विशेष रूप से ब्रैस्ट कैंसर और कोलोन कैंसर से काफी हद तक बचाव किया जा सकता है।
- कफ की समस्या के समाधान के लिए थाइम : अक्सर बदलते मौसम के साथ बहुत से लोगों को कफ की समस्या हो जाती है। ऐसे में थाइम की पत्तियों का सेवन करने से कुछ ही दिनों में कफ की समस्या से राहत पाया जा सकता है।
- स्किन प्रॉब्लम्स के लिए थाइम : चूँकि थाइम में एंटी-फंगल और एंटी बैक्टेरियल गुण पाए जाते हैं लिहाजा इसे स्किन के लिए काफी फायदेमंद माना जाता है। त्वचा से जुड़ी समस्याओं के निदान के लिए विशेष रूप से थाइम ऑयल का इस्तेमाल करना प्रभावी साबित होता है।
- नींद ना आने की समस्या के लिए थाइम : मानसिक तनाव या स्ट्रेस की वजह से आजकल काफी लोग नींद ना आने की समस्या से ग्रसित हैं। ऐसे में थाइम का उपयोग काफी लाभदायक है। चूँकि इसकी महक काफी एरोमैटिक होती है इसलिए इससे अनिंद्रा की समस्या का समाधान संभव होता है।
थाइम की ख़ुराक (Dosage)
- थाइम की सही ख़ुराक की जानकारी अपनी स्वास्थ्य समस्या के आधार पर किसी हर्बलिस्ट से लेना ही उचित माना जाता है। इसका उपयोग कई रूपों में किया जाता है इसलिए इसकी ख़ुराक भी अलग-अलग होती है।
थाइम से सावधानी (Precautions)
गर्भावस्था
गर्भवती महिलाओं को थाइम का सेवन डॉक्टरी सलाह के बिना नहीं करनी चाहिए।
स्तनपान
स्तनपान करवाने वाली महिलाओं को इसका सेवन डॉक्टरी परामर्श के बाद ही चाहिए।
लिवर
लिवर की बीमारी से ग्रसित लोगों के लिए इसके सेवन से पहले डॉक्टरी परामर्श लेना जरूरी है।
हार्ट
हार्ट के मरीजों को थाइम का सेवन सुरक्षित माना गया है।
किडनी
किडनी से जुड़ी समस्या होने पर थाइम का सेवन डॉक्टरी सलाह के बाद ही करें।
थाइम के नुक़सान (Side Effects)
- किसी प्रकार की दवाओं का सेवन करने वालों के लिए थाइम का उपयोग नुकसानदेह हो सकता है।
- हर्बल चीजों से एलर्जी वाले लोगों को इसका सेवन नुकसान पहुंचा सकता है।
- किसी गंभीर बीमारी से ग्रसित लोगों के लिए थाइम का सेवन नुकसानदेह है।
- सर्जरी के कुछ दिनों पहले या बाद तक इसका सेवन नहीं करना चाहिए डिसऑर्डर हो सकता है।
सवाल जवाब (FAQs)
- त्वचा के लिए थाइम का उपयोग कैसे किया जा सकता है ?
स्किन के पर विशेष रूप से थाइम ऑयल का उपयोग किया जाता है।
- क्या आर्थराइटिस के इलाज में थाइम उपयोगी है ?
आर्थराइटिस या गठिया के रोग से पीड़ित व्यक्ति थाइम का उपयोग कर सकते हैं।
- क्या गले की खराश को दूर करने के लिए थाइम का उपयोग फायदेमंद है ?
थाइम गले की खराश को दूर करने में बेहद प्रभावशाली है।
- खाना बनाने में थाइम का उपयोग कैसे किया जा सकता है ?
खाना बनाने में विशेष रूप से थाइम का उपयोग गार्निशिंग के लिए किया जाता है।
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