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ब्रेस्ट कैंसर : स्तन कैंसर के कारण, लक्षण और बचाव

4 मिनट में जानें
Written by Dr. Anas B.A.M.S

@ B.A.M.S

विश्व भर में अक्टूबर महीने को ब्रेस्ट कैंसर जागरूकता माह (Breast Cancer Awareness Month) के रूप में मनाया जाता है। महिलाओं में होने वाला यह दूसरा सबसे आम कैंसर है।

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मुताबिक यह समस्या निम्न और मध्यम आय वर्ग के देशों में अधिक है। इन देशों में भारत (India) का नाम भी आता है।

भारतीय महिलाओं में स्तन कैंसर (Breast cancer) तेज़ी से फैल रहा है। पश्चिम के मुकाबले भारतीय औरतें कम उम्र में ही इसका शिकार हो रही हैं। जहां पश्चिम में स्तन कैंसर होने की औसत उम्र 57 वर्ष है वहीं भारतीय महिलाओं में इसकी औसत उम्र 47 साल है।

स्तन कैंसर के इन लक्षणों को नज़रअंदाज़ करती हैं भारतीय औरतें…यह है वजह…

  1. इसकी वजह क्या है?
  2. ब्रेस्ट कैंसर के लक्षण
  3. इन वजहों से हो सकता है ब्रेस्ट कैंसर
  4. स्तन कैंसर से ऐसे करें बचाव

इसकी वजह क्या है?

दरअसल भारतीय महिलाएं बेहद शर्मीली होती हैं। उनसे कहा भी जाता है कि शर्म करें। जान चली जाए लेकिन शर्म न छोड़ें। समस्या जब बुखार, सिर दर्द, खासी-जुकाम, या हाथ पैरों में दर्द की होती है तो वे इलाज करा भी लेती हैं लेकिन अगर यह समस्या शरीर के किसी ऐसे अंग में हो जिसे छुपाकर रखने को कहा जाता है तो औरतें किसी को बताने या डॉक्टर के पास जाने से हिचकती हैं। शर्म करती हैं। यह शर्म तब और बढ़ जाती है जब पैसे की कमी, पति के साथ की कमी या स्वास्थ्य सुविधाओं का अभाव हो।

वे ब्रेस्ट कैंसर के लक्षण (breast cancer symptoms) महसूस कर रही होती हैं मगर उन्हें हल्के में ले लेती हैं। समस्या अगर गंभीर भी होने लगे तो भी नज़रअंदाज़ करती हैं। इसकी एक वजह जागरूकता की कमी भी है। ग्रामीण क्या, कई दफा शहरी औरतें भी स्तनों में हो रहे बदलाव को नहीं समझ पातीं।

यहां हम आपको ब्रेस्ट कैंसर के कुछ ऐसे लक्षण बता रहे हैं जिन्हें आपको कभी नज़रअंदाज़ नहीं करना चाहिए।

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    ब्रेस्ट कैंसर के लक्षण (Breast Cancer Symptoms in Hindi)

    स्तनों में दर्द या गांठ महसूस हो तो यह ब्रेस्ट कैंसर की निशानी हो सकती है। मगर सिर्फ यही ब्रेस्ट कैंसर के लक्षण (Breast cancer ke lakshan) नहीं हैं। ऐसे और भी कई लक्षण हैं जो ब्रेस्ट कैंसर होने का संकेत देते हैं:

    ब्रेस्ट कैंसर के लक्षण

    • एक या दोनों स्तनों के आकार में फर्क दिखना।
    • ब्रेस्ट की त्वचा के रंग और टेक्स्चर में बदलाव।
    • ब्रेस्ट में सूजन आना और खुजली महसूस होना।
    • निपल की त्वचा उतरने लगे या उस पर पपड़ी जम जाए तो यह ब्रेस्ट कैंसर का लक्षण का हो सकता है।
    • स्तन से दूध के साथ किसी अन्य तरह का डिस्चार्ज भी निकलने लगे तो यह भी ब्रेस्ट कैंसर होने का संकेत हो सकता है।
    • स्तन सिकुड़ जाए या उसमें गड्ढा हो जाए तो यह भी ब्रेस्ट कैंसर की निशानी हो सकती है।

    हालांकि स्तन में गड्ढे होना स्तन कैंसर का कोई आम लक्षण नहीं है। पर अगर इसे नज़रअंदाज़ किया जाए तो यह समस्या गंभीर होकर कैंसर का रूप ले सकती है। ब्रेस्ट में गड्ढे होने की स्थिति में स्तन लाल पड़ जाते हैं। उनमें सूजन आ जाती है। निपल या तो अंदर की तरफ या बाहर की ओर हो जाते हैं।

    इन वजहों से हो सकता है ब्रेस्ट कैंसर (Breast cancer reasons in Hindi)

    विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की वेबसाइट पर दी गई जानकारी के अनुसार ब्रेस्ट कैंसर होने की असल वजह ज्ञात नहीं है। पर ऐसा माना जाता है कि खराब जीवन शैली के कारण ब्रेस्ट कैंसर की समस्या बढ़ सकती है। पर नेशनल ब्रेस्ट कैंसर फाउंडेशन (National Breast Cancer Foundation) के अनुसार ब्रेस्ट कैंसर के कुछ कारण ऐसे हैं जिनसे दूरी बनाकर स्तन कैंसर से बचा जा सकता है। लेकिन कुछ मामलों में ब्रेस्ट कैंसर आनुवांशिक कारणों की वजह से होता है। ऐसे मामलों में स्तन कैंसर से बच पाना मुश्किल है।

    इन वजहों से हो सकता है ब्रेस्ट कैंसर

    स्तन कैंसर से ऐसे करें बचाव (breast cancer prevention in hindi)

    इन बातों का ध्यान रखकर आप ब्रेस्ट कैंसर से बच सकती हैं:

    • अपने ब्रेस्ट में होने वाले किसी भी तरह के बदलाव को नज़रअंदाज़ न करें। हर तीन महीने में अपने ब्रेस्ट की जांच कराएं। अगर आपके घर में ब्रेस्ट कैंसर का पारिवारिक इतिहास रहा हो तो यह जांच और भी ज़रूरी हो जाती है।
    • अपने आहार में ऐसे खाद्य पदार्थ शामिल करें जिनमें एंटी ऑक्सीडेंट और एंटी कार्सिनोजेनिक गुण होते हैं। जैसे कि काली मिर्च, टमाटर, लहसुन, अदरक, ग्रीन टी आदि। ये कैंसर कोशिकाओं को बढ़ने से रोकते हैं और आपकी स्वस्थ कोशिकाओं को नष्ट होने से बचाते हैं।
    • धूम्रपान और शराब का सेवन न करें। इससे कैंसर कोशिकाएं तेज़ी से बढ़ती हैं।

    स्तन कैंसर से ऐसे करें बचाव

    गंभीर होने पर कैंसर को ठीक कर पाना मुश्किल हो जाता है इसलिए अगर आपको कैंसर के कोई भी लक्षण दिखें तो जांच अवश्य करवाएं। इससे आप समय रहते खुद को कैंसर से बचा पाएंगी।

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