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पैरों में दर्द का कारण, लक्षण और घरेलू उपाय

Written by Pooja Sharma

@ Health Expert

पैरों में दर्द कई कारणों से हो सकता है। उम्र के साथ यह बढ़ती जाती है। किसी गुप्त चोट या झटके के कारण भी दर्द होने लगता है। अधिकतर नसों के खिंच जाने की वजह से पैर सुन्न पड़ जाते हैं। कई बार पैरों में दर्द असहनीय हो जाता है। पैरों में कमजोरी आने के कारण भी दर्द की समस्या पैदा हो जाती है। चलते-चलते पैरों में ऐंठन आ जाती है। शरीर में पानी की कमी के होने से या लंबे समय तक एक ही मुद्रा में रहने की वजह से भी पैरों में दर्द होता है।

पैरों में दर्द ले सकता है इस खतरनाक बीमारी की जगह

  1. पैरों में दर्द का कारण
  2. पैरों में दर्द के लक्षण
  3. पैरों में दर्द से राहत पाने के लिए घरेलू उपचार
  4. पैरों में दर्द होने से पहले सावधानियां
  5. पैरों में दर्द होने के बाद रोकथाम
  6. पैरों में दर्द के खान-पान
  7. पैरों में दर्द के योगासन

पैरों में दर्द का कारण

वैसे तो पैरों में दर्द के अनेक कारण हो सकते हैं। आमतौर पर होने वाले पैरों के दर्द के कुछ मुख्य कारण नीचे दिए गए हैं।

  • अधिक चलना

सेहत के लिए चलना- फिरना जरूरी है। लेकिन कभी-कभी अधिक चलने के कारण भी दर्द होने लगता है।

  • थकान

इस भागदौड़ भरी लाइफस्टाइल में थकान होना आम बात है। ऐसे में अक्सर पैरों में दर्द रहता है।

  • शरीर में खून की कमी

जिन नसों के जरिए पैरों तक खून पहुंचता है अगर वह संकुचित हो जाएं तो पैरों की मांसपेशियों में अकड़न आ जाती है। जिसकी वजह से व्यायाम करते समय भी गंभीर दर्द महसूस हो सकता है। कुछ दिन अगर व्यायाम करना बंद कर देंगें तो यह ऐंठन और दर्द खुद ठीक हो जाते हैं।

  • नसों का दबना

रीढ़ की हड्डी की नसों पर दबाव पड़ने के कारण की मांसपेशियों में ऐंठन आने का डर रहता है। है। यह दर्द आपके चलने के साथ-साथ और गंभीर होता जाता है।

  • आहार में असंतुलन

स्वस्थ रहने के लिए आपका आहार संतुलित होना ज़रूरी है। आपके भोजन में महत्वपूर्ण खनिजों जैसे कैल्शियम और विटामिन भरपूर मात्रा में ना होने के कारण पैरों की मांसपेशियों में ऐंठन हो सकती है।

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पैरों में दर्द के लक्षण

किसी भी रोग के होने से पहले अगर उसके रोगों को पहचान लिया जाए तो उस बिमारी से निजात पाया जा सकता है। नीचे बताए गए लक्षणों पर ध्यान देने से आप बीमारी का पता लगा सकते हैं और साथ ही उससे जल्द ही छुटकारा पा सकते हैं।

  • पैरों में सूजन या पैरों की नसों में सूजन भी दर्द का एक लक्षण हो सकता है।
  • खान-पान ठीक से ना होने के कारण भी वीकनेस होने लगती है।
  • टांग के उस हिस्से का अचानक से गर्म हो जाना भी जिसमें सूजन या दर्द हो भी दर्द का कारण हो सकता है।
  • अक्सर दर्द होने से पहले पैर अचानक से लाल या नीले भी हो जाते है।

पैरों में दर्द से राहत पाने के लिए घरेलू उपचार

हर समय काम में व्यस्त रहने के कारण हम किसी भी दर्द का इलाज नहीं करवा पाते हैं। ऐसे में हम अक्सर बिमारी को नज़रअंदाज़ कर देते हैं। ऐसे में केवल घरेलू उपचार ही सही सहारा होता है।

  • सिकांई

अधिक दौड़-भाग करने से अगर आपकी पैरों में दर्द है तो ठंडी पट्टी का प्रयोग करने से दर्द थोड़ी देर में दूर हो जाएगा। ऐसा करने से आपकी पैरों का दर्द तो कम होगा ही और साथ ही सूजन भी खत्म हो जाएगी। दिम में दो से तीन बार पतले कपड़े में बर्फ के कुछ टुकड़ों को डालकर दर्द वाली जगह पर 10 से 15 मिनट तक सिकाई करें।

  • मालिश करना

मांसपेशियों में खिंचाव के कारण पैरों में दर्द बढ़ जाता है। हल्के हाथों से मालिश करने से दर्द कम होने लगेगा। दिन में दो से तीन बार मसाज करने से दर्द की शिकायत दूर होगी।

  • हल्दी का प्रयोग

हल्दी के उपयोग से पैरों के दर्द से छुटकारा मिल जाता है। हल्दी में एंटी-ऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेट्री गुण पाएं जाते हैं। जो दर्द उत्पन्न करने वाले कारकों से लड़ते हैं।

  • सेंधा नमक

पैरों में दर्द के कारण सूजन आ जाती है। सेंधा नमक को हल्के गर्म पानी में लेकर उसमें दोनों टांगे डालकर उपयोग करने से दर्द से राहत मिलती है।

पैरों में दर्द होने से पहले सावधानियां

अक्सर हमारे शरीर में होने वाली कोई भी समस्या लापरवाही के कारण ही होती है। वैसे ही पैरों में दर्द भी कुछ सावधानियों पर ध्यान ना देने के कारण हो जाते हैं। तो आज हम आपको पैरों में होने वाले दर्द से बचने की कुछ सावधानियां बताने जा रहें जिसका ध्यान रखकर आप इस दर्द के चपेट में आने से बच सकते हैं।

  • अगर आप गठिया रोग से पीड़ित हैं तो ऐसे में जल्द से जल्द इस रोग का इलाज करवा लें क्योंकि ऐसा ना करने से इसका दर्द एक टांग से दूसरी टांग में आसानी से फैल सकता हैं।
  • यदि आप पैरों के रोग से बचना चाहते हैं तो सही ढंग से जूते-चप्पल पहनें। इससे आपके पैरों को आराम मिलेगा और दर्द नहीं होगा।
  • खेल-कूद के दौरान सावधान रहें। अपने पैरों को सही तरीके से मोड़े। खेल के दौरान थोड़ी भी लापरवाही आपको पैरों में दर्द का शिकार बना सकती है।

पैरों में दर्द होने के बाद रोकथाम

कई बार अनेक सावधानियां और परहेज के बावजूद भी टखनों में दर्द की शिकायत हो जाती है। अगर आपको भी ऐसी समस्या होती है तो नीचे दिए रोकथाम को फॉलो करना बिल्कुल ना भूलें।

  • बर्फ का प्रयोग सूजन व दर्द को ठीक करने का सबसे अचूक इलाज है। अगर आपके पैरों में ज़्यादा दर्द है तो इसके लिए बर्फ के पैक को सूजन वाली जगह पर लगाएं। ऐसा करने से आपको दर्द में आराम मिलेगा।
  • गर्म पानी में चुटकी भर नमक डालकर सूती कपड़े को पानी में डूबाकर पैरों की सिकाई करें। ऐसा करने से पैरों की सूजन से राहत मिलेगी।
  • यदि आपकी पैरों में ज़्यादा दर्द है तो उस स्थति में हील पहनना नज़रअंदाज करें। क्योंकि हील आपके दर्द को और बढ़ा सकता है।

पैरों में दर्द के खान-पान

पैरोंमें दर्द होने का एक कारण आहार में असंतुलन भी हो सकता है। अच्छे स्वास्थ्य के लिए सही खान-पान का होना ज़रूरी है।

 

ये खाएं

 

  • हरी सब्जियां

शरीर को भरपूर मात्रा में प्रोटीन और विटामिन मिलना ज़रूरी है। इससे पैरोंमें कमजोरी आने की संभावना कम होती है।

  • सादा खाना

बेहतर स्वास्थ्य के लिए कम मिर्च- मसाले वाला खाना खाएं।

  • ब्रोकली

गोभी, पालक और ब्रोकली आदि दर्द की समस्या को खत्म करते हैं। इसलिए पैरोंमें दर्द की समस्या होने पर ब्रोकली का सेवन ज़रूर करें।

  • विटामिन

अगर आपके हमेशा पैरोंमें दर्द की शिकायत रहती है तो खाने में विटामिन डी3, विटामिन सी, कैल्शियम और फास्फोरस आदि का भरपूर मात्रा में सेवन करें।

  • जैतून का तेल

जैतून के तेल में फैटी एसिड पाया जाता है। जो हृदय रोग व टखने में दर्द जैसी समस्या को दूर करती है। ऐसे में खाना बनाने के लिए जैतून के तेल का प्रयोग करें।

ये ना खाएं

खानपान की बुरी आदतों से परहेज़ करना बेहद ज़रूरी है। नीचे आपको बताया गया है कि आपको किन- किन खाने के चीज़ों से परहेज़ करना है।

  • मांस-मछली

अगर पैरों में दर्द की समस्या है तो बेहतर होगा कि आप मांस और मछली का सेवन ना करें। मांस खाने से हमारे शरीर में ज्यादा यूरिक एसिड पैदा होता है। महीने में एक से दो बार खाने से शरीर को नुकसान नहीं करेगा।

  • मीठे खाद्य-पदार्थ

जिन लोगों को पैरों में दर्द की शिकायत रहती है उन्हें चीनी और मीठे से परहेज करना चाहिए। चीनी का अधिक सेवन करने से गठिया का दर्द बढ़ने लगता है। इसलिए बेहतर होगा कि अपने आहार में से मीठे को किनारा कर दें।

  • डेयरी प्रोडक्‍ट

दूध- दही से बने खाद्य-पदार्थ भी पैरोंमें दर्द को बढ़ा सकते हैं। क्‍योंकि दुग्‍ध उत्‍पाद जैसे, पनीर, बटर आदि में चिकनाहट होती है। जिसकी वजह से जोड़ों का दर्द बढ़ सकता है।

  • खट्टे खाद्य पदार्थ

टमाटर और अंगूर जैसे खाद्य पदार्थों का सेवन करने से आपकी पैरों का दर्द बढ़ सकता है। वैसे तो इनमें विटामिन और मिनरल भरपूर मात्रा में होता है लेकिन यह अर्थराइटिस को बढ़ावा देते हैं। टमाटर खाने से गठिया का दर्द बढ़कर जोड़ों में सूजन पैदा करता है।

पैरों में दर्द के योगासन

किसी भी रोग को दूर करने के लिए योग सबसे बेहतर उपाय है। नीचे दिए गए योगासनों से पैरोंका दर्द जड़ से खत्म हो जाता है।

  • दंडासन

सबसे पहले दीवार से पीठ लगाकर बैठ जाएँ। कूल्हों को पूरी तरह से दीवार से स्पर्श कर लें। घुटने व टाँगे बिल्कुल सीधे करके बैठ जाएँ। अपने पाँव के पंजों को अपनी ओर खींचें। इस आसन को दस से पंद्रह मिनट करने के बाद आप हल्की थकान महसूस करेंगें।

  • पादाँगुठासन

इस आसन को करने के लिए जमीन पर एकदम सीधे लेट जाएं। कर दोनों टाँगें सीधी कर लें। दोनों टाँगें अपनी ओर खींचें। योग बेल्ट की मदद से टाँग को सीधा ऊपर उठाएँ। घुटना सीधा व पाँव का पंजों को अपनी ओर खींचकर रखें। आसन को लगभग एक से तीन मिनट के लिए रोकें। इस आसन को करते समय साँस ना रोकें।

इस लेख में आपको पैरों में दर्द के कारण ,लक्षण और कुछ उपाय बताए गए हैं। इससे आपको दर्द से राहत पाने में आसानी होगी।
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