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क्यों होता है वायरल फीवर? जानें इसके लक्षण और बचाव के उपाय

Written by Dr. Vinod B.A.M.S

@ B.A.M.S

वायरल फीवर एक ऐसी समस्या है जो लगभग हर तीसरे व्यक्ति में सुनने को मिलती है। ये एक ऐसा रोग है जो एक इंसान से दूसरे में बड़े ही आराम से फैल जाता है। जब आप किसी ऐसे व्यक्ति से बात करते हैं जो वायरल से पीड़ित है तो ऐसे में आप भी इस रोग के शिकार हो सकते हैं। जब ये वायरल शरीर में प्रवेश कर लेता है तो वह 16 से 48 घंटे के अंदर पूरे शरीर को संक्रमित कर देता है।

वायरल फीवर में ये एक चीज़ बन सकती है घातक

  1. वायरल फीवर क्या होता है?
  2. क्यों होता है वायरल फीवर?
  3. वायरल फीवर के लक्षण
  4. वायरल फीवर के लिए घरेलू उपचार
  5. ऐसे करें वायरल फीवर से बचाव
  6. वायरल में क्या खाएं?
  7. वायरल फीवर में क्या ना खाएं?

वायरल फीवर क्या होता है? (What is a viral fever?)

वायरल फीवर(viral fever) वायरस के संक्रमण की चपेट में आने से होता है। ये किसी भी स्वस्थ व्यक्ति को आसानी से अपनी चपेट में ले लेता है। जिसके कारण इसे वायरल फीवर कहते है। यह बुखार बच्चों और बूढ़ों को ज़्यादा प्रभावित करता है। इसके संपर्क में आने से पीड़ित व्यक्ति को अचानक तेज़ बुखार, सिरदर्द आखों में जलन, उल्टी, नाक बहना, थकान आदि की समस्या हो जाती है।

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    क्यों होता है वायरल फीवर? ( Causes of viral fever)

    अचानक मौसम में होने वाले बदलाव के कारण वायरल फीवर और सर्दी जुकाम की शिकायत हो जाती है। जिसके कारण व्यक्ति का दैनिक जीवन अस्थ-व्यस्थ हो जाता है। वायरल फीवर होने के कई कारण हैं। तो आइए जानते हैं। वायरल फीवर किन कारणों से होता है।

    क्यों होता है वायरल फीवर? ( Causes of viral fever)

    • संक्रमण के कारण- यह एक संक्रमक रोग है जो एक व्यक्ति से दूसरें व्यक्ति में आसानी से फैल जाता है। जिसके संपर्क में आने से व्यक्ति को सर्दी, ज़ुकाम, छींक और उसके बाद वायरल फीवर हो जाता है।
    • वातावरण में बदलाव- वायरल बुखार का एक बड़ा कारण अचानक से वातावरण में होने वाला परिवर्तन भी है।
    • दूषित खाना-खाना- दूषित खाना जैसे बहुत देर तक खुला रहने वाला भोजन या बासी खाने का सेवन करने से भी वायरल बुखार हो जाता है।
    • यौन संबंध द्वारा- यौन संबंध द्वारा भी ये बुखार एक व्यक्ति मे दूसरे में आसानी से फैल जाता है।
    • धूल मिट्टी के कारण- लगातार धूल-मिट्टी के संपर्क में रहना भी वायरल बूखार का कारण बन सकता है।

    ये भी पढ़े – वायरल फीवर का आयुर्वेदिक इलाज

    वायरल फीवर के लक्षण (Symptoms of viral fever)

    वायरल फीवर की शिकायत ज़्यादातर छोटे स्कूली बच्चों में होती है। क्योंकि वो एक ही कक्षा में कई तरह के बच्चों के संपर्क में रहते हैं। जिसके कारण उनमें वायरल फैल जाता है। ऐसे में इसके लक्षणों को पहचानकर इसका इलाज करवाना बहुत ज़रूरी होता है। अन्यथा ये परिवार के अन्य सदस्यों को भी अपनी चपेट में ले लेता है। तो आइए जानते हैं वायरल फीवर के लक्षण।

    वायरल फीवर के लक्षण (Symptoms of viral fever)

    • वायरल फीवर से पीड़ित व्यक्ति को तेज़ बुखार रहता है। साथ ही हमेशा सिर में दर्द की शिकायत बनी रहती है।
    • जब आपको ज़रूरत से ज़्यादा ठंड लगे या आपको हमेशा थकान महसूस हो तो इस स्थिति में आप वायरल फीवर के शिकार हो सकते हैं।
    • वायरल बुखार में पीड़ित के आंखो में जलन रहती है। इतना ही नहीं उसे जोड़ों में दर्द, दस्त, खांसी, बुखार आदि भी हो जाते हैं।

    वायरल फीवर के लिए घरेलू उपचार (Home remedies for viral fever)

    वायरल फिवर का समय रहते इलाज के लिए घरेलू उपचार एक बेहतर विकल्प है। घरेलू इलाज में किचन में मौजूद कुछ चीज़ों का दवाई के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। जिसका शरीर पर किसी भी तरह का कोई दुष्प्रभाव नहीं पड़ता है। तो आज हम आपको वायरल फिवर से छुटकारा पाने के कुछ आसान घरेलू इलाज बताने जा रहे हैं। जिसके प्रयोग से आप वायरल फिवर को फैलने से रोक सकते हैं। तो आइए जानते हैं-

    वायरल फीवर के लिए घरेलू उपचार (Home remedies for viral fever)

    • हल्दी का इस्तेमाल- वायरल में हल्दी का इस्तेमाल बहुत फायदेमंद होता है। इसके लिए एक चम्मच काली मिर्च का चूर्ण लें उसमें एक छोटी चम्मच हल्दी और अदरक के पाउडर को एक कप पानी में मिला लें। इसके बाद इसे थोड़ा गर्म करें। ठंडा होने के बाद इसे पीएं। इससे वायरल फीवर में आराम मिलेगा।
    • नींबू और शहद का सेवन- वायरल में नींबू का रस और शहद दवाई का काम करते हैं। इसके लिए आप नींबू के रस में एक चम्मच शहद मिलाकर इसका सेवन करें। ये वायरल फीवर को फैलने से रोकता है।
    • तुलसी का सेवन- तुलसी में एंटीबायोटिक के गुण पाए जाते हैं। जो शरीर में होने वाले खांसी, जुकाम और बुखार जैसे वायरल को खत्म करने में मदद करता है। इसके लिए आप 3 से 4 लौंग और 15 से 20 तुलसी के पत्तों को पानी में डालकर इसे उबाल लें। उसके बाद इस काढ़े को ठंडा करके पी लें। दिन में 1 से 2 बार इसके सेवन से वायरल फीवर में आराम मिलता है।
    • सिरका का इस्तेमाल- नहाने के पानी में एक कप सिरका डालें। और मिला लें। इससे आपको खांसी, जुकाम में आराम मिलेगा।
    • आलू का प्रयोग- वायरल में आलू का इस्तेमाल आपके बुखार को खत्म करने में मदद करेगा। इसके लिए आप 1 आलू को काटकर उसे सिरके में डूबाएं और माथे पर लगा लें। इससे आपका बुखार कम होने लगेगा।

    ऐसे करें वायरल फीवर से बचाव ( how to avoid viral fever)

    वायरल फिवर एक घातक बीमारी है और इसका समय रहते इलाज नहीं किया गया तो ये आपके साथ-साथ पूरे परिवार को बीमार कर सकता है। ऐसे में आप कुछ सावधानियों का ध्यान रखकर पहले ही इस रोग से अपाना बचाव कर सकते हैं। जो कि निम्न हैं-

    • खांसते और छींकते समय अपने मुंह पर रुमाल रखें। इससे ये संक्रमक दूसरों में फैलने से बच जाता है।
    • आस-पास के साफ-सफाई का खास ध्यान रखें।
    • वायरल में गुनगुना पानी पीएं।
    • खाना-खाने से पहले हाथ साफ करें।
    • मौसम बदलने पर खाने पीने का खास ध्यान रखें।

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    वायरल में क्या खाएं? (What to eat in viral)

    वायरल फीवर होने पर खाने पीने का खास ध्यान रखना चाहिए। अन्यथा ये और फैल सकता है। तो आज हम आपको बताएंगे कि वायरल फीवर में क्या खाना चहिए।

    • लहसुन में पाया जाने वाला कैल्शियम, फास्फोरस आदि वायरल को खत्म करने का रामबाण इलाज है। इसके लिए आप लहसुन को शहद में डालकर इसे सुबह शाम खा सकते हैं।
    • वायरल में दही का सेवन करें। क्योंकि दही आपकी पाचन क्रिया को मज़बूत करती है। साथ ही बैक्टीरिया को भी खत्म करता है।
    • पोटैशियम वाले फल जैसे केले, सेब आदि का सेवन करें।

    वायरल फीवर में क्या ना खाएं? ( what do not eat in viral fever)

    खानपान सही ना होने के कारण वायरल फीवर की समस्या और बढ़ सकती है। ऐसे में आपको इस बात का ध्यान रखना ज़रूरी होता है कि आपको क्या खाने से परहेज करना चाहिए। तो आइए जानते हैं। वायरल में क्या नहीं खाना चाहिए।

    • वायरल में प्रोसेस्ड फूड के सेवन से बचें।
    • ठंडी चीजों से दूरी बनाए रखें।
    • वायरल फीवर में बाज़ार की चीज़ें जैसे कुकीज, बिस्किट, मोमोस आदि का सेवन ना करें।
    • शराब और धुम्रपान ना करें।
    • लाल मीट से परहेज करें। क्योंकि ये पचने में काफी समय लेता है।

    यदि आपको भी वायरल फीवर है या आप इससे बचना चाहते हैं तो ऊपर बताई गई बातों का ध्यान ज़रूर रखें।

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