[gtranslate]

छाती (सीने) में दर्द होने के कारण, लक्षण और घरेलू उपाय

Written by Sonali

@ Health Expert

छाती में दर्द होना आम समस्या नहीं है। इस पर समय रहते यदि ध्यान नहीं दिया तो ये गंभीर रुप तक ले सकती है। जब कभी कोई छाती में दर्द (chest pain in hindi) बताता है तो सबसे पहली बात दिमाग में दिल को लेकर आती है। कहीं ये किसी प्रकार का हार्ट अटैक तो नहीं है। ऐसा सोचना लाज़िमी भी है, क्योंकि हार्ट अटैक होने पर आपको छाती में दर्द होने लगता है। जोकि खतरनाक संकेत होता है, लेकिन हर बार एक ही समस्या नहीं होती। इसके पीछे कई कारण है…हमारी बदलती जीवनशैली के साथ-साथ हमारे खान-पान में भी कई बदलाव आ रहा है। जिसके चलते आजकल ऐसा कोई भी इंसान नहीं होगा जो किसी भी बीमारी से अछूत हो।

हर इंसान किसी ना किसी समस्या से ग्रस्त होता है। ऐसे में छाती का दर्द होना एक आम समस्या के साथ गंभीर समस्या भी हो सकती है। बस फर्क इतना है कि आपको इसकी पूर्ण जानकारी होनी चाहिए। छाती के दर्द को मराठी भाषा (chest pain in Marathi) में छाती दुखणे कहते हैं। इसके अलावा दाहिनी छाती का दर्द किस बीमारी तरफ संकेत करता है और बाई छाती में दर्द होना कौन-सी बीमारी की सूचना देता है। यह जानना हर किसी के लिए जरूरी है। इसलिए आज हम आपको इस आर्टिकल के जरिए बताने जा रहे हैं कि छाती के दर्द की समस्या के बारे में-

ये भी पढ़ें – दिल की धड़कन तेज होने के कारण

छाती में दर्द होने के कारण (Chest pain reasons in hindi):-

छाती में दर्द होने के कारण (Chest pain reasons in hindi):-

  • पेट की समस्या पेट में दिक्कतें होने से आपको कई समस्या होने लगती है। जैसे अपच व गैस। इसकी वजह से दर्द भी होने लगता है, जो छाती तक पहुंच जाता है। यह सामान्य है। जब आप खाते वक्त ख्याल नहीं रखते हैं तो आपके पेट में एसिडिटी होती है और पित्त की थैली में बनी गैस छाती की तरफ चली जाती है जिसकी वजह से छाती में दर्द होना शुरु हो जाता है।
  • फेफड़ों की दिक्कतें अधिकत्तर लोगों को छाती में दर्द खांसने, छींकने व सांस लेने में होता है। यह समस्या टी.बी की ओर इशारा करती है। यह दर्द तभी होना शुरु होता है।
  • अंदुरूनी सूजन कई बार अंदुरुनी सूजन की वजह से आपको छाती में दर्द होने की संभावना बनी रहती है। छाती की भीतरी दीवारों पर सूजन आ जाना गंभीर समस्या है।
    इस दौरान व्यक्ति को सांस लेने पर भी छाती में तेज दर्द होने लगता है।
  • हार्ट अटैक यदि किसी व्यक्ति की छाती में बाईं ओर ज़ोरों का दर्द होता हो तो यह संकेत हार्ट अटैक का होता है।
  • मांसपेशियों में खिंचाव छाती में दर्द होना हमेशा दिल की समस्या की ओर इशारा नहीं करता बल्कि कई बार मांसपेशियों में सूजन व पसलियों के आस-पास टेंडन्स की वजह से छाती में दर्द होता है। अगर यह दर्द काफी हद तक बढ़ जाए तो यह मांसपेशियों में खिंचाव का भी लक्षण हो सकता है।
  • पसली का चोटिल होना अगर आपकी पसलियों में चोट जैसे खरोंच लगना, हड्डी टूटना या फिर फ्रैक्चर होने पर व्यक्ति को छाती में दर्द रहता है। कई बार यह दर्द असहनीय बन जाता है।
  • पेप्टिक अल्सर अक्सर पेट की परत में घाव हो जाना पेप्टिक अल्सर का लक्षण है। हालांकि इससे तीव्र दर्द नहीं होता लेकिन फिर भी यह छाती में दर्द पैदा कर सकते हैं। पेट में बनी गैस और अल्सर जब छाती तरफ जाती है तो दर्द होना शुरु हो जाता है। इससे राहत पाने के लिए आपको दवाईयों का सेवन करना पड़ता है।
  • अस्थमा सर्दी के दिनों में अस्थमा मरीज़ों को काफी तकलीफ होती है। इस मौसम में उनकी समस्या बढ़ जाती है। इस बीमारी के चलते उन्हें छाती में दर्द होने की समस्या का सामना करना पड़ता है। छाती में दर्द होने की वजह से इन रोगियों को सांस लेने में तकलीफ, खांसी, आवाज़ में घरघराहट होती है। यह अहम लक्षण होते हैं अस्थमा के।
  • एसोफैगल सकुंचन विकार एसोफैगल संकुचन विकार एक समस्या है जोकि भोजन नली में ऐंठन व सूजन को कहा जाता है। इन विकारों से ग्रस्त व्यक्तियों को छाती में दर्द होता है। एसोफैगसे नली गले से लेकर पेट तक जुड़ी रहती है। वहां पर इसकी परत की अलग प्रकार की कोशिकीय बनावट होती है।

ये भी पढ़ें – स्वस्थ दिल के लिए योग

हमारे डॉक्टर से सलाह लें

    दाहिनी छाती में दर्द होने के कारण(Right side chest pain in hindi)

    दाहिनी ओर छाती में दर्द की समस्या आपके हद्य से संबंधित नहीं होती, लेकिन यह दर्द भी कभी गंभीर रुप ले लेता है। तो चलिए हम आपको समझाने की कोशिश करते हैं कि किस तरीके का दर्द आपको होना शुरु होता है।

    • अचानक छाती में तीव्र दर्द होना
    • छाती में दबाव व परिपूर्णता का एहसास होना
    • हाथ, पीठ, गर्दन, जबड़े या पेट के जरिये गंभीर दर्द का होना
    • अधिक पसीने निकलना
    • कमजोरी, चक्कर आना या उल्टी होना
    • सांस लेने में मुश्किल होना।

    ये तमाम लक्षण दाहिनी ओर छाती के दर्द के होते है। इसका हद्य की समस्या से कोई लेना-देना नहीं होता, लेकिन यह एंग्जायटीक और पैनिक अटैक का लक्षण जरूर होता है।

    बाईं ओर छाती में दर्द के कारण (left side chest pain in hindi)

    छाती में दर्द होने के कई कारण हो सकते हैं, लेकिन सबसे मुख्य वजह है हार्ट अटैक आने की समस्या। छाती के बाईं तरफ दर्द का अचानक उत्पन्न होना अटैक का संकेत है। यह एक गंभीर और चिंतित होने वाली समस्या है। जिसके चलते आपको जान तक गवांनी पड़ सकती है तो, चलिए पहले जानते हैं कि इसका दर्द किस तरह उठता और आपको कौन-कौन सी दिक्कतें होने लगती है।

    • घबराहट होना
    • शरीर में पसीने पानी की तरह आना
    • ब्लड प्रेशर लॉ या हाई हो जाना
    • सीने में असहनीय दर्द का होना
    • सांस लेने में परेशानी आनी
    • बातचीत ना कर पाना
    • सीने में भारीपन महसूस होना

    ये अलग-अलग लक्षण आपको बाईं तरफ छाती के दर्द होने पर हो सकते है। जिसका पता आप लगा सकते हैं यह किस प्रकार का दर्द है, इसलिए लापरवाही ना बरततें हुए तुरंत डॉक्टर से मिलें।

    गैस की वजह से छाती में दर्द होना है आम (Chest pain due to gas in hindi)

    छाती में गैस के दर्द (chest pain due to gas) को समझ पाना मुश्किल है, क्योंकि पीड़ित यह सही तरीके से नहीं समझ पाता आखिर उसको यह दर्द किस प्रकार का हो रहा है। यदि आपको खाना खाने के बाद या खाली पेट होने पर भी डकार या खट्टी डकार आए, भूख ना लगे, अचानक कुछ खाने के बाद छाती में चुभन वाला दर्द होने लगे तो समझ जाइए कि आपको गैस की समस्या होने लगी है। साथ ही आपको सांस लेने में दिक्कत होगी, मन मचलने लगेगा या चक्कर आएंगे या ठंडा पसीने आने लगेगा। ये सब सीने में गैस बनने के लक्षण हैं।

    गैस की समस्या गलत खान-पान की वजह से होती है। आजकल लोग तेज़ मिर्च मसाले वाला भोजन, भूनी-तली चीज़ें और फास्ट फूड या फिर ऐसी सब्जियों का सेवन करना। यह खाना जल्दी से पच नहीं पाता जिसकी वजह से गैस बनने की संभावना अधिक होती है। ऐसी स्थिति में आपको पेट में गैस बनने लगती है जो छाती तक पहुंच जाती है। जिससे छाती में दर्द होने लगता है।

    जब गैस के दर्द के छाती की ओर बढ़ता है तो आपको छाती में चुभन सी महसूस होती है जिसके कारण आपको कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। यह एक भयानक समस्या है। गैस का दर्द कई बार असहनीय भी बन जाता है, इसलिए अपने खान-पान का अच्छे से ख्याल रखें। जिसे खाने से आपको दिक्कतें होती है उस खाने को खाना बंद कर दीजिए, क्योंकि गैस का दर्द बार-बार छाती में होना ठीक नहीं है। इसके लिए डॉक्टर्स से अवश्य मिलें।

    ये भी पढ़ें – पथरी में क्या खाना चाहिए

    डॉक्टर से लें मुफ्त सलाह

      छाती में दर्द के खतरनाक लक्षण (Reasons of Chest Pain in hindi)

      छाती में दर्द के खतरनाक लक्षण (Reasons of Chest Pain in hindi)

      अधिकत्तर लोग छाती के दर्द को हद्य की समस्या से जोड़ते है। ऐसा अमूमन होता भी है, लेकिन इस बारे में जानकारी होनी जरूरी है कि आपको छाती में किस प्रकार का दर्द उठ रहा है और इसके लक्षण क्या हैं…

      • छाती में खिंचाव महसूस होना
      • छाती में भारीपन व दबाव होना
      • तेज़ चुभन वाला दर्द होना जिसकी का असर जबड़े, गर्दन, कंधे, बाजूओं तक होना
      • कुछ मिनटों में तेज़ दर्द
      • बार बार दर्द होना
      • सांस लेने में तकलीफ होना
      • ठंडा पसीना आना
      • कमजोरी और चक्कर आना
      • उल्टी और जी मचलना

      छाती के दर्द से निजात पाने असरदार घरेलू उपाय (Chest pain treatment home in hindi)

      • पानी में सिरका मिलाकर पीएं यदि अचानक आपकी छाती में दर्द उठता है तो एक गिलास पानी में एक चम्मच सिरका मिलाकर पीने से आपको दर्द से काफी मिलेगी।
      • लहसुन का सेवन करना  दिल के लिए लहसुन खाना काफी फायदेमंद साबित होता है। अगर छाती में दर्द रहता है तो आप एक कप गुनगुने पानी में एक चम्मच लहसुन का रस डालकर पीएं। इसके अलावा रोज़ाना सुबह लहसुन के दो टुकड़े भी चबा सकते हैं इससे दर्द में आराम मिलेगा।
      • ऐलोवेरा जूस पीएं ऐलोवेरा जूस के कई फायदें होते है। इससे दिल की समस्याओं से छुटकारा मिलता है। यह कार्डियोवस्कुलर सिस्टम को मजबूत करने, गुड कोलेस्ट्रॉल को नियमित करने, ट्राइग्लिसराइड के स्तर को कम करने और रक्तचाप को कम करने में भी मदद करता है। इसके लिए आप दिन में एक दो बार जूस का सेवन करें।
      • गर्म पेय का सेवन करें अगर आपको अपच या ब्लोटिंग की वजह से छाती में दर्द हो रहा हो तो आप एक कप गर्म हर्बल चाय या कुछ गर्म पेय पदार्थ का सेवन कर सकते हैं। इससे आपको अपच की समस्या व ब्लोटिंग दूर होगी और छाती के दर्द से राहत मिलेगी।
      • तुलसी के पत्ते हैं असरदार छाती के दर्द से बचने के लिए तुलसी के पत्तों का सेवन करें। इसके 8-10 पत्ते निकालकर चबा लें या फिर तुलसी की कड़क चाय पीएं। इससे आपको दर्द से राहत मिलेगी, क्योंकि तुलसी में विटामिन-के और सफेद मैग्नीशियम होता है, इसका कार्य हृदय तक रक्त प्रवाह को दुरुस्त करता है और रक्त वाहिकाओं को आराम देता है।
      • डॉक्टर से परमार्श जरूर करें ध्यान रखें कि इन घरेलू उपायों को अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें। हो सके तो इन घरेलू उपचार का ज़िक्र डॉक्टर से करें।

      छाती के दर्द के लक्षण और कारण जानकर आप घबराएं नहीं। इस प्रकार की समस्या में अगर शुरूआती दौर पर ध्यान दे दिया जाए तो इसके गंभीर होने की संभावनाएं कम होती हैं। ऐसे में अगर आप इस लेख में बताए गए लक्षणों का सामना कर रहें हैं तो अपने डॉक्टर से ज़रूर साझा करें। इसके अलावा आप ऊपर दिए गए घरेलू उपायों को भी अपनाकर देख सकते हैं।

      ये भी पढ़ें – अर्थराइटिस के लक्षण और उपचार

      हमारे डॉक्टर से सलाह लें

        रिलेटेड आर्टिकल्स