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जानते हैं किडनी खराब होने के कारण, लक्षण समस्याओं के बारे में

12 मिनट में जानें
Written by Sonali

@ Health Expert

शरीर का मुख्य अंग किडनी या गुर्दे जिसका कार्य शरीर की गंदगी को हटाना, खून साफ करना, तरल पदार्थों को बैलेंस करना, खून से मिनरल्स हटाना, खानों की चीज़ों से अपशिष्ट हटाना, रेड ब्ल्ड सेल्स बनाने वाले हार्मोन बनाना, ब्लड प्रेशर कंट्रोल करना। ये सभी कार्य किडनी के द्वारा होते है, ऐसे में अगर किडनी में गड़बड़ी हो जाए तो जहरीले पदार्थ शरीर से बाहर नहीं निकल पाते जिसका असर दूसरे अंगों पर पड़ता है और शरीर में कई बीमारी होने की संभावना बन जाती है।

जानते है किडनी की समस्या के बारे में (Kidney Problems in Hindi)

किडनी की समस्या के बारे होनी चाहिए ये अहम जानकारी

  1. किडनी की समस्या
  2. किडनी में इंफेक्शन
  3. किडनी में पथरी
  4. किडनी समस्या के नाम
  5. किडनी की समस्या के लिए होम्योपैथिक इलाज
  6. किडनी की समस्या से बचने के लिए घरेलू उपचार

आजकल खराब जीवनशैली की वजह से युवा हो या बुजुर्ग सभी इसकी गिरफ्त में लगातार आ रहे हैं। यह बीमारी अब आम बन चुकी है, लेकिन यह कई बार जानलेवा भी साबित होती है। इसी के साथ लोगों में ज्यादात्तर क्रॉनिक किडनी डिजीज यानि कि गर्दों में खराबी आने वाली समस्या देखी जा रही है, जोकि बेहद खतरनाक है। वहीं, किडनी की समस्या अधिक मैदा का सेवन करने वाले लोगों में देखी जा रही है। यदि समय पर किडनी की समस्या का पता नहीं चलता है तो आपकी जान भी जा सकती है। यह बीमारी जितनी सुनने में खतरनाक लगती है उतनी ही ये असल में भी है। इसके लक्षणों को कभी भी नज़रअंदाज नहीं करना चाहिए, क्योंकि यह जानलेवा बीमारी कब बन जाएगी आप सोच भी नहीं सकते।

किडनी में इंफेक्शन होने के कारण(kidney infection in Hindi)

किडनी में इंफेक्शन होने के कारण(kidney infection in Hindi)

किडनी की शरीर में अहम भूमिका है। यह शरीर में 500 से ज्यादा क्रियाओं करने में मदद करती है। अत्यधिक नमक का सेवन करना, अनावश्यक दवाओं का खाना और पानी की कमी होना किडनी इंफेक्शन(kidney infection) होने के प्रमुख कारण बनते है। किडनी शरीर के खून को छानती है। ऐसे में इसकी छलनियों में सूजन और इंफेक्शन हो जाए तो, इसका असर शरीर की कई क्रियाओं पर पड़ने लगता है। ऐसे में ब्लड प्रेशर मरीज़ और डायबीटिज के रोगियों को इस संक्रमण का खतरा अधिक रहता है।

अब किडनी में होने वाली समस्याओं के नाम जानते है…(kidney problems names)

 

  • किडनी में सूजन आना

 

 

  • किडनी फेल हो जाना

 

 

  • किडनी इंफेक्शन होना

 

 

  • पीठ में दर्द होना

 

 

  • पेशाब का संक्रमण

 

 

  • नेफ्रोटिक सिन्ड्रोम

 

 

  • पथरी की बीमारी

 

 

  • प्रोस्टेट की बीमारी – बी. पी. एच.

 

 

  • क्रोनिक किडनी डिजीज

 

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    किडनी खराब होने के कारण( Reasons Of Kidney Problems)

    किडनी खराब होने के कारण( Reasons Of Kidney Problems)

    किडनी खराब होने के ये आम कारण जिनको पहचानकर आप जान सकते हैं कि, आपकी किडनी सुचारु रुप से कार्य नहीं कर रही है, जिसका पता चलते ही तुरंत डॉक्टर से मिलें और इसका इलाज करवाएं।

     

    • पेट में दर्द

     

    हर इंसान पेट दर्द को आम समस्या मानकर उस पर ध्यान नहीं देता, लेकिन बार-बार पेट में दर्द होना गंभीर समस्या है। अगर दर्द पेट के बांयी या दांयी ओर होने लगे और असहनीय हो जाए तो समझ लीजिए कि, यह दर्द किडनी से जुड़ा हुआ है। इसी के साथ यूरिन में कई समस्याएं होने पर भी ये किडनी खराब की ओर इशारा करती है तो इसलिए इसे बिल्कुल भी नज़रअंदाज ना करें। यह संकेत आपकी किडनी खराब होने का होता है।

     

    • हाथों-पैरों में सूजन आना

     

    किडनी की समस्या होने पर यह संकेत आम है, आपके हाथों-पैरों में सूजन का आना, किडनी खराब होने का सबसे अहम इशारा होता है। इस दौरान शरीर में हानिकारक पदार्थ जमा होने लगते है। जिसकी वजह से हाथों-पैरों में सूजन आ जाती है। इसी के साथ यूरिन का रंग गाढ़ा हो जाता हैं।

     

    • यूरिन में खून आना

     

    यदि आपको यूरिन पास करते वक्त खून आने की समस्या होने लगे तो समझ जाईये कि, आपकी किडनी में खराबी होने लगी है। इसको बिल्कुल अनदेखा ना करें और तुरंत डॉक्टर से संपर्क करके उन्हें अपनी सारी प्रॉब्लमस के बारे में बताएं।

     

    • अचानक यूरिन का निकलना

     

    ऐसी स्थिति में देखा गया कि, लोगों का यूरिन अचानक निकल जाता है। उनका यूरिन उनके कंट्रोल में नहीं रहता। यह भी किडनी खराब होने का संकेत है। इस समस्या को आम ना समझते हुए तुरंत डॉक्टर से मिलें।

     

    • किडनी इंफेक्शन

     

    जब आप यूरिन पास करते उस वक्त अगर जलन महसूस हो या फिर बेचैनी हो तो यह एक बड़ा कारण होता यूरिन इंफेक्शन या किडनी इंफेक्शन का, तो इस दौरान बिल्कुल भी लापरवाही ना बरतें। डॉक्टर को दिखाएं।

     

    • अधिक थकान और कमजोरी होना

     

    वैसे तो दिनभर काम करके हर इंसान को थोड़ी थकान और कमजोरी-सी महसूस होने लगती है, लेकिन इसका अधिक होना और रोज़ाना रहना आपके लिए खतरे की घंटी है। इसलिए यह किडनी खराब होने का एक बड़ा कारण है।

    किडनी में पथरी होने की समस्या(kidney infection in hindi)

    किडनी की सबसे आम समस्या होती है पथरी। यह किडनी के अलावा शरीर के किसी अन्य अंग में भी हो सकती है, लेकिन सबसे ज्यादा शिकायत किडनी में पथरी होने की आती है। आइए जानते है कि, पथरी क्या होती है… विशेषज्ञों के मुताबिक, किडनी में कुछ खास तरह के साल्ट्स का जमा होन जाना पथरी का बड़ा कारण बनता है। इस दौरान सबसे पहले स्टोन का छोटा खंड बनता है। जिसके चारों ओर सॉल्ट जमा हो जाता है। जिसकी वजह से पथरी बन जाती है। बताया जाता है कि, पुरुषों के मुकाबले महिलाओं में पथरी की समस्या होने की संभावना अधिक होती है। पथरी कई अन्य कारणों की वजहों से भी हो सकती है, तो चलिए जानते हैं पथरी होने के कुछ अहम कारणों के बारे में…

    ये भी पढ़ें- किडनी स्टोन निकालने का घरेलू उपाय

    पथरी होने के कारण(Symptoms Of Kidney Problems)

    पथरी होने के कारण(Symptoms Of Kidney Problems)

    पथरी होने के पीछे कई कारण होते है जिन्हें जानना जरूरी होता है। खासतौर से आपके खान-पान की वजह से पथरी हो सकती है, इसलिए इन कारणों को जरूर पढ़ें।

     

    • आनुवंशिकता

     

    अधिकत्तर लोगों को किडनी में पथरी की संभावना आनुवंशिकता के कारण होती है। कैल्शियम का स्तर अधिक होने की वजह से किडनी में पथरी की समस्या हो सकती है। मूत्र में कैल्शियम का स्तर पीढ़ी दर पीढ़ी बढ़ता रहता है।

     

    • पानी कम पीने की आदत

     

    हर व्यक्ति को रोज़ाना पानी काफी अच्छी मात्रा में पीना चाहिए। इसकी कमी से आपको कई तरह की बीमारियां हो सकती है। इससे आपको पथरी की समस्या होने की संभावना काफी बढ़ जाती है। पानी कम पीने की आदत आपको इस बीमारी का शिकार बना देगी। यदि आप पानी का सेवन अच्छी मात्रा में नहीं करते हैं तो मिनरल्स आपकी किडनी में एकत्रित होते रहते है। जिसकी वजह से पथरी बन जाती है, इसलिए 8-10 गिलास पानी रोज़ाना पीएं।

     

    • बीज वाली चीज़ों का सेवन

     

    यदि आप अपने खाने में बीज वाली चीज़ों का सेवन अधिक करते हैं तो आपको पथरी की समस्या हो सकती है। ऐसी परेशानियों में बीज वाली चीजें जैसे टमाटर, अमरूद, बैगन, अनार बिल्कुल नहीं खाने चाहिए।

     

    • मांस से बना भोजन

     

    अगर आप रेड मीट, मुर्गी, अंडे और समुद्री भोजन जैसे खाद्य पदार्थों का सेवन करते हैं तो आपको पथरी की समस्या हो सकती है, क्योंकि इस खाने से आपके शरीर मे यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ जाती है। जिससे किडनी में पथरी हो जाती है। उच्च प्रोटीन आहार से साइट्रेट का स्तर भी कम होता है।

     

    • सोडियम का सेवन ना करें

     

    सोडियम का सेवन का अधिक मात्रा में करने से किडनी में पथरी हो सकती है, क्योंकि सोडियम नमक का ही रुप होता है। सोडियम डिब्बा बंद खाद्य पदार्थ, फास्ट फूड, मीट, मसालों में अधिक मात्रा में मौजूद होता है, इसलिए इन पदार्थों को ना खाएं। इसके अलावा डॉक्टर से जरूर पूछे कि एक दिन में आपको कितनी मात्रा में सोडियम का सेवन करना ठीक होता है।

    किडनी में पथरी का लक्षण( Symptoms of Kidney Stone)

    किडनी में पथरी का लक्षण( Symptoms of Kidney Stone)

    आपकी किडनी में पथरी है या नहीं इसका पता इन लक्षणों को जानकर कर लगा सकते हैं।

     

    • किडनी में पथरी की शुरुआत(Start Stone in Kidney)

     

    अगर आपको किडनी की पथरी से पीठ या पेट के निचले हिस्से में बहुत तेज दर्द होता है तो ऐसा शुरुआती समय होना शुरु हो जाता है। जो कुछ मिनटो या घंटो तक बना रह सकता है। इस दौरान दर्द होने के साथ-साथ जी मचलने लगता है व उल्टी होने की शिकायत होती है। यदि आपके मूत्र में इसकी समस्या होने लगे तो इसके लक्षणों में बुखार, कंपकंपी, पसीना आना, पेशाब आने के साथ-साथ दर्द होना आदि भी शामिल हो सकते हैं यहां तक कि आपके मूत्र में खून भी आ सकता है।

     

    • यूरीन में खून आना

     

    जिन लोगों को किडनी में पथरी की समस्या होती है उनका यूरीन अक्सर गुलाबी, लाल या भूरे रंग का आने लगता है। इसी के साथ पथरी बढ़ने से मूत्रमार्ग ब्लॉक हो जाता है।

     

    • दर्द के साथ बार-बार यूरीन आना

     

    जो लोग इस समस्या से पीड़ित होते हैं, उन्हें बार-बार यूरीन दर्द के साथ आने लगता है। ऐसी स्थिति तब होती है जब किडनी से पथरी मूत्रमार्ग से मूत्राशय में चली जाती है। यह काफी दर्दनाक होता है। साथ ही ये (यूरिनरी ट्रेक्ट इंफैक्शन) का कारण भी बनता है।

     

    • ठंड और बुखार का महसूस होना

     

    किडनी में पथरी होने पर आपको तेज़ बुखार और ठंड लगने जैसी समस्या रहती है। इसका वजह मूत्र के रास्ते संक्रमण होना (या यूटीआई) की संभावना बढ़ जाना। ऐसी स्थिति को नज़रअंदाज ना करते हुए डॉक्टर से अवश्य मिलें।

     

    • बैठने में दिक्कत होना

     

    इस दौरान पीड़ित की पथरी का साइज बढ़ने से उस क्षेत्र पर दबाव पड़ने की वजह से रोगी को बैठने में दिक्कत होती है। इसके अलावा वह दर्द की वजह से लेटने में भी असमर्थ महसूस करते हैं। ऐसी स्थिति में पीड़ित को खड़े रहने पर बेहतर लगता है।

     

    • बदबूदार यूरीन

     

    पथरी के पीड़ित व्यक्ति के यूरीन के रंग में बदलाव होने लगता है, साथ ही बदबू भी आने लगती है। ऐसा यूरीन में इसलिए होता है, क्योंकि हार्ड केमिकल की मौजूदगी की वजह से होता है, जो शरीर में वास्‍तविक रूप से क्रिस्टल बनाते हैं।

     

    • पीठ दर्द

     

    किडनी में पथरी होने की वजह से दर्द आपको कई बार उठता है। यह दर्द गंभीर हो जाता है, खासतौर से ये दर्द कमर और कमर के निचले हिस्से में होता। इसी के साथ दर्द पेट के निचले हिस्से से पेट और जांघ के बीच के भाग में होता है। पथरी का यह दर्द कुछ मिनटों या घंटों तक बना रहता है। कभी-कभी बीच-बीच में इस दर्द से आराम भी मिलता है।

    किडनी की समस्या से बचने के लिए घरेलू उपचार( Home Remedies for kidney Problems)

    किडनी की समस्या से बचने के लिए घरेलू उपचार( Home Remedies for kidney Problems)

    किडनी की समस्या से ग्रस्त लोगों को इस बीमारी से बचने के लिए ये घरेलू उपाय( Home Remedies) अपनाने चाहिए।

     

    • रस का सेवन करें

     

    जब आपको इस समस्या का पता चले तो आप कुछ दिनों तक गाजर, खीरा, पत्तागोभी तथा लौकी के रस पीएं। हो सके तो उपवास भी रख लें।

     

    • तरबूज और आलू का रस

     

    तरबूज और आलू के रस का सेवन आपकी किडनी की समस्या के लिए फायदामंद होता है, इसलिए पीड़ित को इसका सेवन सुबह शाम करना चाहिए।

     

    • विटामिन सी

     

    इस समस्या से पीड़ित व्यक्ति को अपने भोजन में विटामिन ‘सी’ वाले पदार्थों को शामिल कर लेना चाहिए। विटामिन ‘सी’ वाले पदार्थ जैसे- आँवला, नींबू। इसी के साथ फलों को भी खाएं इससे किडनी मजबूत होगी।

     

    • प्रोटीन का सेवन ना करें

     

    इस समस्या से पीड़ित व्यक्ति को प्रोटीन वाले खाद्य पदार्थों का सेवन कम करना चाहिए।

     

    • मुनक्का भिगोकर खाएं

     

    सोने से पहले रात के समय कुछ मुनक्का को पानी में भिगो दें। सुबह के समय में मुनक्का पानी से निकालकर इस पानी को पीना चाहिए। कुछ दिनों तक इस उपाय को लगातार करें। इससे किडनी की समस्या जल्द ठीक हो जाएगी।

     

    • नमक का सेवन बंद कर दें

     

    किडनी की समस्या से पीड़ित व्यक्ति को नमक का सेवन करना कुछ दिनों तक बंद कर देना चाहिए।

     

    • खूब पानी पीएं

     

    किडनी के रोगी को खुद को इस समस्या से बचाने के लिए ढाई किलो पानी प्रतिदिन पीना चाहिए।

     

    • नींबू का रस पानी में डालकर पीएं

     

    इस बीमारी से ग्रस्त व्यक्ति को पानी के अंदर नींबू का रस निचोड़कर पीने से किडनी साफ होती है। साथ ही आपको किडनी की अन्य समस्या नहीं होगी।

    डॉक्टर से लें मुफ्त सलाह

      क्या आप जानते हैं…

      किडनी की समस्या आम नहीं है। यह समस्या समय रहते ठीक की जा सकती है। इसके लिए आपको इसके लक्षणों को पहचनना होगा और बिना लापरवाही बरतें डॉक्टर्स के मुताबिक दवा और परहेज दोनों का ध्यान रखना होगा। इससे आप जल्द ही बीमारी से निजात पा सकते हैं।

      किडनी खराब होने पर होम्योपैथी इलाज( homeopathy Treatment)

      किडनी खराब होने पर होम्योपैथी इलाज( homeopathy Treatment)

      होम्योपैथी इलाज के जरिये इस बीमारी को आगे बढ़ने से रोका जा सकता है, यहां तक इससे पूरी तरह से ठीक भी किया जा सकता है। इसके इलाज के दौरान रोगी के लक्षणों, चिकित्सा इतिहास और स्वास्थ्य के आधार पर होम्योपैथिक इलाज किया जाता है। एक अध्ययन के मुताबिक, होम्योपैथिक इलाज किडनी की समस्या से पीड़ित लोगों की उम्र बढ़ाने में मदद करता है बल्कि उनका स्तर बेहतर करता है।

      ये निम्न प्रकार के होम्योपैथिक इलाज किडनी खराब होने पर उपयोगी होते है:-( homeopathy medicine for kidney stone in hindi)

      ये भी पढ़ें- किडनी की पथरी की होम्योपैथिक दवा

       

      एपिस मेलिफिका

      इस दवा का सेवन वही व्यक्ति करें जिनके लक्षण कुछ इस प्रकार के हो।

      लक्षण

       

      • शरीर में सूजन आना

       

       

      • सिर, पीठ और अन्य अंगों में चुभन वाला दर्द होना

       

       

      • रुखी त्वचा के साथ फटी त्वचा होना

       

       

      • संवेदनशीलता और गर्मी का सहन नहीं हो पाना

       

       

      • किडनी में असहनीय दर्द होना

       

       

      • किडनी में सूजन आना

       

       

      • प्यास कम लगना

       

       

      • पेशाब करने में जलन होना

       

       

      • बार-बार पेशाब आना

       

       

      • सांस लेने में दिक्कत होना

       

       

      • पेशाब में एल्ब्यूमिन और रक्त कोशिकाओं का स्तर बढ़ना

       

       

      • गर्मी से बैचेन हो जाना

       

      इन लक्षणों को देखते हुए आपको ऊपर दी गई दवा का सेवन करने को डॉक्टर बोलता है।

      आर्सेनिकम एल्बम

      लक्षण

      जब रोगी के अंदर नीचे दिए गए लक्षम नज़र आ रहे हो तब ही इस दवा का सेवन करें। इस दवा को लेने से पहले डॉक्टर से ज़रुर मिलें।
      पानी पीने के बावजूद भी प्यास का ना बूझना

       

      • त्वचा पपड़ीदार, सूखी और रुखी होने की वजह से खुजली होना

       

       

      • चेहरे पर सूजन आना, पीला पड़ना और पसीना अधिक आना

       

       

      • कम मात्रा में पेशाब आना और पेशाब में जलन होना

       

       

      • गहरा और एल्बुमिनस पेशाब

       

       

      • पेशाब में मवाद या खून का आना

       

       

      • पीठ में जलन होना

       

       

      • थोड़ी-सी मेहनत करने पर ज्यादा थकान होना

       

       

      • बैचेनी महसूस होना

       

       

      • सांस लेने में दिक्कत होना और डिस्पेनिक अटैक आना

       

      ये तमाम लक्षण दिखने पर दवा ले सकते हैं, लेकिन बिना डॉक्टर के पर्रामश के सेवन कतई ना करें।

      बेलाडोन

      जिन लोगों को किडनी की समस्या के साथ-साथ दर्द और सूजन होने लगे तो उसको डॉक्टर इस दवा की सलाह देते हैं।

      लक्षण

       

      • त्वचा में पीलापन आना, त्वचा की लालिमा बढ़ती घटती

       

       

      • सूजन हुआ और चमकदार चेहरा

       

       

      • ठंडा पानी पीने

       

       

      • किडनी से लेकर मूत्राशय तक जलन और चुभन वाला दर्द

       

       

      • ऐंठन के साथ थोड़ा-सा पेशाब आना

       

       

      • बार-बार पेशाब आना

       

       

      • पेशाब रोकने में मुश्किल आना

       

       

      • पेशाब के साथ खून निकलना

       

       

      • प्रोस्टेट बढ़ जाना

       

       

      • गर्दन की ग्रांथियों में सूजन का आना

       

       

      • लेटते वक्त हालत बिगड़ जाना

       

      यह कुछ लक्षण रोगी में दिखने पर डॉक्टर्स इस होम्योपैथिक दवा को लेने को कहते हैं।

      बेंजोइकम एसिडम

      इस दवा की सलाह डॉक्टर रोगी में गाउट के लक्षण दिखने पर देते हैं। नीचे दिए गए लक्षणों के मुताबिक ही इस दवाई का सेवन करें।

      लक्षण

       

      • चेहरे पर फफोले आ जाना

       

       

      • तीखी गंध और भूरे रंग का अम्लीय पेशाब पास होना

       

       

      • शरीर में यूरिक एसिड का बढ़ना

       

       

      • मूत्राशय में सूजन आना

       

       

      • किडनी में दर्द का होना

       

      इन लक्षणों का दिखना इस बात का सबूत है कि आपकी किडनी में समस्या हो रही है। जिन लोगों की दोनों किडनी मे दर्द के साथ-साथ पेशाब बार-बार आता है ऐसे रोगियों को यह दवा दी जाती है। इसी के साथ पेशाब करते वक्त असहनीय दर्द पर भी इस दवा का सेवन किया जा सकता है, लेकिन डॉक्टर की सलाह से।

      कन्वैल्लैरिया मैजालिस

      जिन लोगों को क्रोनिक किडनी की समस्या होती है उनके लिए यह दवा काफी असरदायक साबित होती है। इस दौरान आपको ऐसे कुछ लक्षण देखने को मिलते हैं।

      लक्षण

       

      • मूत्राशय के हिस्से में दर्द होना

       

       

      • मूत्राशय पर सूजन महसूस होना

       

       

      • पेशाब में से बदबू आना

       

       

      • बार-बार पेशाब का आना

       

       

      • सांस लेने में मुश्किल होना

       

      ऐसे लक्षण किडनी की समस्या को दर्शाते हैं। इसलिए डॉक्टर्स आपको इस दवा को लेने की सलाह देते हैं।

      हमारे डॉक्टर से सलाह लें

        हमारे देश में हर दूसरे व्यक्ति को किडनी की समस्या है। कई लोग गरीबी की वजह से इसका इलाज नहीं करा पाते और जो करवाते हैं उनका बचना मुश्किल होता है, क्योंकि समस्या बढ़ जाने पर यह जानलेवा हो जाती है, इसलिए हमारे इस आर्टिकल के जरिए लक्षणों को पहचनाने की कोशिश करें और तुरंत डॉक्टर्स से संपर्क करें।

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