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क्या होता है नर्वस ब्रेकडाउन? जानिए इसके लक्षण और अहम कारण

Written by Sonali

@ Health Expert

आजकल दौड़-भाग भरी ज़िंदगी में हर कोई तनाव ग्रस्त रहता है। जिसके चलते तमाम बीमारियां आपको घेर लेती है। ऐसे में आपको मानसिक दिक्कतें होनी शुरु हो जाती है। इसके अलावा आप कंप्यूटर, फोन और लेपटॉप का अत्याधिक इस्तेमाल करते हैं तो आपको कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। तनाव व स्ट्रेस एक बहुत बड़ा कारण है नर्वस ब्रेकडाउन का। सही समय पर इसकी पहचान करना बेहद जरूरी है, क्योंकि इसका प्रभाव ज्यादा होने पर आपको नर्वस ब्रेकडाउन होने की संभावना रहती है। इसके चलते आपके व्यवहार और मानसिक स्थिति में भी परिवर्तन आता है। सही समय पर इसकी पहचान पता लगने पर लापरवाही बिल्कुल ना बरतें। नर्वस ब्रेकडाउन ऐसी अवस्था है जिसके प्रभाव से आप डिप्रेशन का शिकार हो सकते है और मानसिक संतुलन तक खो बैठते हैं।

नर्वस ब्रेकडाउन के लक्षण

नर्वस ब्रेकडाउन के कुछ मुख्य लक्षणों (Top Signs of Nervous Breakdown) का जानना आपके लिए आवश्यक है, क्योंकि यह समस्या कोई आम समस्या नहीं है। इसके लक्षणों का पता चलते ही आप तुरंत डॉक्टर से परामर्श करें और अपने परिवार वालों को इनके बारे में बताएं।

नर्वस ब्रेकडाउन के लक्षण

  • मूड में बार-बार बदलाव

अगर आप नर्वस ब्रेकडाउन के शिकार हो तो ऐसी स्थिति में आपका मूड बार-बार तेज़ी से बदलता रहता होगा। वहीं, छोटी-छोटी बातों पर आपको गुस्सा आने लगता होगा व आप जल्दी दुखी हो जाते हैं। यह सब आपके सामान्य व्यवहार से बहुत अलग लगता है। यदि इसकी पहचान आप समय पर कर लेते हैं तो डॉक्टर से ज़रुर मिलें।

  • आत्महत्या का ख्याल आना

इस समस्या में घिरने के बाद लोगों में आत्महत्या जैसे विचार आने लगते है। ऐसी स्थिति में तुरंत मनोचिकित्सक के पास जाकर अपनी समस्या को बताएं। नर्वस ब्रेकडाउन होने पर इस तरह के ख्याल आना स्वाभाविक है।

  • अवसाद

अवसाद की स्थिति होने पर आप डॉक्टर से ज़रूर मिलें। इससे बाहर निकलने के लिए आपको योग और डॉक्टर की सलाह की अति आवश्यकता है। इस अवस्था में आपको मानसिक दिक्कतें होने शुरु हो जाएगी। वहीं कई मानसिक रोग के भी शिकार हो जाएंगे।

  • थकान और तनाव

यह समस्या आपको अधिक तनाव और थकान की वजह से भी हो जाती है। इसकी वजह से आप परिवार और समाज से कटना शुरु कर देते है। इससे बचने के लिए आपको अच्छी नींद और अपना रुटीन अच्छा रखना जरूरी है।

  • एकाग्र नहीं हो पाते हैं

इस समस्या का शिकार होने के बाद आपका मन किसी भी काम नहीं लगता और ना ही किसी से बातचीत करने का मन करता। ऐसी स्थिति से बाहर निकलने के लिए आप योग और एक्सरसाइज करें।

  • शारीरिक लक्षण

नर्वस ब्रेकडाउन होने पर ना सिर्फ आपकी मानसिक अवस्था प्रभावित होती है बल्कि शरीरिक समस्याएं भी बढ़ना शुरु हो जाती है। नर्वस ब्रेकडाउन के दौरान आपकी हार्ट बीट अनियमित रहती है, पेट खराब होना, मांसपेशियों में खिंचाव, बहुत अधिक कमजोरी महसूस होना या बेचैनी जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं।

  • भावनाओं पर नियंत्रण नहीं रहता

नर्वस ब्रेकडाउन होने की वजह से आपको अकेलापन महसूस होता है और मन में नकरात्मक विचार अधिक आते है। इसके अलावा आप हर किसी से बिना वजह नाराज़ होने लगते है। ऐसे में आप किसी से बात करना पसंद नहीं करते।

  • पैनिक अटैक

कई बार नर्वस ब्रेकडाउन (nervous breakdown meaning) की स्थिति में आपको पैनिक अटैक आ सकता है। इस दौरान आपको सांस लेने में तकलीफ होती है, चिंता, आपको ऐसा लगता है कि आपका कोई गला दबा रहा हो। ऐसे भाव आपके मन में इतनी तेज़ी से आने लगते हैं कि यह पैनिक अटैक रूप ले लेते है।

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    नर्वस ब्रेकडाउन के कुछ अहम कारण

    नर्वस ब्रेकडाउन के कुछ कारणों को जानने के तुरंत बाद डॉक्टर से मिलें। क्योंकि यह समस्या आम नहीं है। इसकी वजह से आपके व्यवहार में काफी बदलाव आता है। जिसकी वजह से आप अकेला रहना पसंद करने लगते है और आत्महत्या जैसी घिनौनी हरकत करने का मन करता है।

    नर्वस ब्रेकडाउन के कुछ अहम कारण

    • इग्नोर करना

    नर्वस ब्रेकडाउन की स्थिति में आपको ऐसा महसूस होता है कि, आपको लोग इग्नोर कर रहे हैं जिसकी वजह से आपका गुस्सा बढ़ जाता है। ऐसे में आपका व्यवहार चिढ़चिढ़ा होने लगता है। वहीं आप खुद को भी इग्नोर करने लगते है। अपनी क्षमताओं पर आपको शक होने लगता है। इसके अलावा आप अकेले रहना ज्यादा पसंद करते है, लेकिन अकेलपन में आपको बुरे-बुरे ख्याल आने लगते है। जिससे बचने का एक उपाय है आपको डॉक्टर परामर्श करना जरुरी है।

    • भावनात्मक रुप

    नर्वस ब्रेकडाउन का शिकार होने पर आप भावनात्मक रुप से भी प्रभावित होते है। ऐसे में आप अपने अंदर कई बातों को छिपाकर रखते है। इन्हीं वजह से आप खुलकर किसी से भी अपने दिल की बात नहीं कर पाते है। यह स्थिति आपके लिए बेहद भयानक होती है। इसमें आपके दिमाग में तमाम विचार आते है। जोकि गलत होते है। इसकी वजह से आप लड़ने ज्यादा लगते है। छोटी-छोटी बातों पर आपको अधिक गुस्सा आने लगता है जिसके चलते आप हर किसी से बिना सोचे-समझे बहस करने लगते है और वो बहस लड़ाई का रुप ले लेती है। इस दौरान आप अपने अंदर छिपे गुस्से को जाहिर करते है।

    • मानसिक रोग

    नर्वस ब्रेकडाउन होने की स्थिति को आप यदि सही समय पर समझ नहीं पाते। जिसकी वजह से यह किसी मानसिक रोग का रुप ले लेती है। इसके लक्षणों को समझते हुए आपको तुरंत डॉक्टर से मिलना चाहिए व रोज़ाना योग का सहारा लेना चाहिए। इस दौरान आपको खुद पर कंट्रोल नहीं रहता। आप चिल्लाना शुरु कर देते है। जिसकी वजह से लोग आपको पागल कहने लगते है। इसका शिकार होने पर आप गुस्से से लाल ( uncontrolled emotional outburst) हो जाते है और एक ही बार में अपना गुस्सा सामने वाले को दिखाते है। जोकि एक भयंकर स्थिति पैदा कर सकती है। समय पर नर्वस ब्रेकडाउन का इलाज होने पर आप इससे निजात पा सकते हैं। यदि आप इसमें लापरवाही बरततें हैं तो आपको भयानक स्थिति से गुज़रना पड़ेगा। या तो आप किसी मानसिक रोग के शिकार हो जाएंगे। इसलिए समय पर इसकी जानकारी होने पर तुरंत इलाज करवाएं।

    • अनिंद्रा और तनाव

    वैसे यह बीमारी ज्यादा समय तक नहीं रहती। इलाज मिलने पर यह खत्म होना शुरु हो जाती है। इस समस्या के पीछे की वजह तनाव और अनिंद्रा भी हो सकती है। आजकल बिजी लाइफस्टाइल की वजह से आप अधिकत्तर तनाव की स्थिति में रहते है। कई लोग ऑफिस के काम की वजह से तनाव में रहते हैं तो कई परिवारिक समस्याओं की वजह से तनाव की स्थिति में रहते हैं। तो इससे बचें खुद को तनाव मुक्त रखें, क्योंकि तनाव में रहने से आपको नींद आने में मुश्किल होती है और आप डिप्रेशन में चले जाते हैं।

    • कम समय के लिए होती है बीमारी

    नर्वस ब्रेकडाउन की स्थिति परिवर्तनशील होती है। कई लोगों में यह समस्या कुछ घंटों के लिए होती है तो कुछ लोग इससे हफ्ते भर तक जूझझते है। ऐसा उनके शरीरिक कारणों की वजह से होता है। जिनमें नर्वस ब्रेकडाउन के कारण अधिक होते है वह लोग इस समस्या का सामना लंबे समय तक करते है। इसके अलावा जिनमें इसके कारण कम होते है वह कुछ ही घंटों के लिए इससे परेशान रहते है। यह लंबे समय तक इसलिए भी रहती है क्योंकि इस पर आप ज्यादा ध्यान नहीं दे पाते है। इसकी वजह से कई बार लोग अपनी जान तक गवां बैठते है। यह बीमारी जितनी सामान्य होती है उतनी भयानक भी बन जाती है।

    नर्वस ब्रेकडाउन देखा जाए तो कोई बड़ी बीमारी नहीं है, लेकिन इसका इलाज समय पर ना हो तो यह जानलेवा साबित हो जाती है। ऐसा इसलिए है क्योंकि, यह बीमारी आपकी मानसिकता से लेकर शरीरिकता तक को बुरी तरह प्रभावित करती है। जिसके कारण आप खुद को कमज़ोर समझने लगते है। साथ ही ज्यादा ताकत नहीं रहने की वजह से आप आपके व्यवहार में परिवर्तन आने लगता है। जिसकी वजह से आप ज़रा-ज़रा सी बात पर गुस्सा करने लगते है। ऐसी स्थिति काफी भयंकर साबित होती है। इसलिए डॉक्टर की सलाह को जरूर मानें और अपना रुटीन बदलें। इसका सबसे दर्दनाक लक्षण होता है आत्महत्या करने की कोशिश। इस स्थिति में आप खुद का गला दबाकर मरने की कोशिश करते है। इस दौरान आपकी सोचने-समझने की शक्ति कम होने लगती है। जिसकी वजह से आप अपना आपा खो बैठते है। तो देरी ना करते हुए इसका इलाज करवाएं। नहीं तो आप अपनी जान से हाथ धो बैठेंगें। आजकल लोग इसकी चपेट में ज्यादा आ रहे हैं। नर्वस ब्रेकडाउन होने पर तमाम समस्याएं हो सकती है शायद जिनके बारे में आपको नहीं पता हो, लेकिन घबराने की जरूरत नहीं है आप डॉक्टर से बातचीत करके इसका समाधान पा सकते है। हो सके तो इसका जिक्र अपने परिवार वालों के साथ अवश्य करें।

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