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पित्ताशय (Gallbladder) की पथरी के कारण, लक्षण, निदान और इलाज

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Written by Sonali

@ Health Expert

गॉल ब्लैडर स्टोन को आम बोल-चाल में पित्ताशय में पथरी की समस्या कहा जाता है। यह बीमारी लोगों में ज्यादात्तर देखी जा रही है। पित्ताशय एक छोटी थैली के आकार के रुप में लिवर के नीचे की ओर होती है। इसका कार्य बाइल को इक्ट्ठा करके पाचन क्रिया में बदलते हुए फैट को तोड़ता है बाइल में कोलेस्ट्रॉल के स्तर का अधिक हो जाने पर उससे क्रिस्टल्स बनना शुरु हो जाते हैं। जो बाद में पथरी का रुप ले लेते हैं। यह एक पथरी बनने की समस्या है। जिसकी वजह से कई बार पेट में ज़ोरदार दर्द होने लगता है।

पित्ताशय में पथरी होने का मतलब(Meaning of Gall Bladder Stone)

पित्ताशय में पथरी होने का मतलब(Meaning of Gall Bladder Stone)

यह समस्या आमतौर से खान-पान की वजह से होने लगती है। वैसे यह समस्या हर दूसरे इंसान में देखने को मिल जाएगी। अधिकत्तर लोगों का मानना है कि, यह बीमारी जड़ से खत्म तभी होती है जब इसका ऑपरेशन करवाया जाता है। वहीं, कुछ लोग दवा की सहायता से इस बीमारी से निजात पाने की कोशिश करते हैं। वहीं, कई बार इस समस्या का पता मरीज़ को सही समय पर नहीं पता लग पाता। जिसकी वजह से वह इसके भयानक दर्द से काफी समय तक जूझझता है, इसलिए ज़रा भी संकेत मिलने पर आप लापरवाही बिल्कुल ना बरतें और तुरंत इसका इलाज करवाएं।

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पित्ताशय में पथरी होने के कारक( Cause of Gall Bladder Stone)

पित्ताशय में पथरी होने के कारक( Cause of Gall Bladder Stone)

पित्ताशय में पथरी होने की समस्या आजकल आम हो रही है। इसके लक्षण अगर आप शुरुआत में पहचान लेते हैं तो आपको ठीक होने में ज्यादा समय नहीं लगेगा। इससे ऑपरेशन करवाने की नौबत नहीं आएगी। साथ ही दवाओं के जरिए यह पथरी जड़ से खत्म हो जाएगी। इसके लिए शुरुआती लक्षणों का जानना बेहद जरूरी है।

  • इस समस्या की पहचान होने में कई बार महीने, दिन, सप्ताह और यहां तक की साल भी लग जाते हैं।
  • यह दर्द आमतौर पर तला-भूना या फास्टफूड के सेवन करने के 30 मिनट बाद होना शुरु होता है।
  • इसका दर्द आपको लगातार 5 घंटे तक हो सकता है। यह दर्द जिस जगह आपको पथरी की शिकायत होगी उसी जगह काफी देर तक होता है।
  • इस दर्द की लहरें दाहिने कंधे व पीठ तक जाती है। इससे दर्द शरीर में घूमने लगता है। ऐसा दर्द असहनीय हो जाता है।
  • यह दर्द अधिकत्तर रात के समय उठता है। जिससे मरीज़ नींद से जाग जाता है।
  • इस दर्द से व्यक्ति इतना मजबूर हो जाता है कि, वह राहत पाने के लिए इधर-उधर तड़पने लगता है, क्योंकि इस दौरान आपको चुभन वाला दर्द महसूस होता है, जोकि, असहनीय दर्द है।
  • पित्ताशय में पथरी होने पर आपको उल्टी जैसा महसूस होगा और मन मचलने लगेगा। यह भी एक प्रकार का लक्षण है। पथरी होने का।पित्ताशय में इंफेक्शन होने से कई बार पथरी के मरीज़ को बुखार की समस्या हो सकती है।

पित्ताशय में पथरी होने के लक्षण(Symptoms of Gall Bladder Stone)

पित्ताशय में पथरी होने के लक्षण(Symptoms of Gall Bladder Stone)

वैसे पित्ताशय में पथरी बनने के कारण आमतौर पर स्पष्ट नहीं है। बताया जाता है कि, पित्ताशय में पथरी तब बनना शुरु होती है, जब पित्ताशय की थैली में केमिकल पूर्ण रुप से नहीं बनता है या कह सकते है कि, असंतुलित हो जाता है। इन केमिकलों में कोलेस्ट्रोल, कैल्शियम बिलीरूबीनेट और कैल्शियम कार्बोनेट आदि होते है। पित्ताशय पथरी की समस्या मोटे लोगों में अधिक पाई जाती है। ज्यादात्तर मोटे किस्म की महिलाओं को इस बीमारी का सामना अमूमन करना पड़ता है।

  • पित्ताशय की थैली ठीक ढंग से खाली नहीं हो पाती

यदि आपका पित्ताशय अच्छे से खाली नहीं हो पाता है और ऐसे में पित्तरस में अधिक संकेंद्रित हो जाता है। इस स्थिति में पथरी बनने की संभावना बढ़ जाती है।

  • पित्तरस में कोलेस्ट्रोल की मात्रा का बढ़ना

अगर आपका लीवर अधिक मात्रा में लगातार कोलेस्ट्रोल जारी कर रहा है और वो पित्तरस में घुल नहीं पा रहा है तो ये स्थिति भी कोलस्ट्रोल की अधिक मात्रा में क्रिस्टल के रुप में पथरी बनना शुरु हो जाती है।

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पित्ताशय में पथरी होने के कारण(Reasons of Gall Bladder Stone)

पित्ताशय में पथरी होने के कारण(Reasons of Gall Bladder Stone)

पित्ताशय में पथरी होने के तमाम कारण हो सकते हैं। शरीर में अलग-अलग परेशानियां होने से अंदाजा लगाया जा सकता है कि, किन वजहों से इनको पथरी की समस्या होनी शुरु हो जाती है।

  • वजन बढ़ना

पित्ताशय में पथरी की समस्या उन लोगों में ज्यादा होती है जिनका वजन सामान्य से अधिक होता है। अधिक वजन होने के कारण व्यक्ति के शरीर में शुगर लेवल और ब्लड लेवल भी बढ़ोत्तरी होने लगती है। जिस वजह से मरीज़ इसका शिकार हो जाता है।

  • उम्र का बढ़ना

पित्ताशय में पथरी होने की संभावना अक्सर उम्र बढ़ने के साथ-साथ होनी शुरु हो जाती है। 40 या उससे अधिक उम्र के लोगों में यह समस्या होने लगती है, इसलिए इस उम्र में पहुंचने पर लोगों को अपनी सेहत का विशेष ध्यान रखना चाहिए।

  • अनुवांशिक कारण

अगर किसी पीड़ित व्यक्ति के घर में यह बीमारी है तो अन्य व्यक्ति को पित्ताशय में पथरी होने की समस्या हो सकती है।

  • मसालेदार भोजन

आजकल लोग मसालेदार खाने को बेहद पसंद करते हैं। यदि आप मसालेदार खाना खाने के अधिक शौकीन हैं तो आपको यह समस्या होनी लाज़िमी है। अधिक मात्रा में मसालेदार भोजन का सेवन करना आपके लिए हानिकारक साबित हो सकता है, इसलिए डॉक्टर्स भी हमेशा कम मसाले और तला-भूना कम खाने की सलाह देते हैं।

  • सर्जरी को कराना

पित्ताशय में पथरी उन व्यक्तियों को भी हो सकती है। जिन्होंने हाल ही में, वजन कम करने के लिए सर्जरी का सहारा लिया हो।

पित्ताशय में पथरी का इलाज( Treatment of Gall Bladder Stone)

पित्ताशय में पथरी का इलाज( Treatment of Gall Bladder Stone)

    • घरेलू नुस्खे अपनाएं

आजकल लोग दवाईयों से बचने के लिए घरेलू नुस्खों की मदद लेते हैं। इससे आपको फायदा भी मिलता है और शरीर को कोई नुकसान भी नहीं होता। पित्ताशय में पथरी होने पर आप घरेलू नुस्खे अपना सकते है। कोई व्यक्ति अगर इस समस्या से जूझझ रहा है तो इसके इलाज के लिए वह सेब के रस या सिरका, नाशपती इत्यादि का इस्तेमाल कर सकता है।

  • होम्योपैथिक इलाज

पित्ताशय में पथरी होने पर आप होम्योपैथिक इलाज भी करवा सकते हैं। होम्योपैथिक में डॉक्टर्स मरीज़ को ऐसी दवाएं देते हैं जो इस बीमारी को जड़ से खत्म कर देती है।

  • दवाई लेना

पित्ताशय की थैली में पथरी होने पर डॉक्टर्स कुछ दवाईयां भी देते हैं। जिससे इस बीमारी से जल्द राहत मिलती है। इन दवाईयों से पथरी नहीं बढ़ती है और इसी के साथ वह अन्य जोखिमों को कम करने में सहायक होती है।

  • आयुर्वेदिक इलाज

पित्ताशय में पथरी होने पर आप आयुर्वेदिक इलाज का सहारा ले सकते हैं। इससे आपको कोई जोखिम उठाना नहीं पड़ेगा, इसलिए अधिकत्तर लोग पित्ताशय में पथरी होने पर इस तरीके को अपनाना सही समझते हैं।

  • सर्जरी कराना

जब इन तमाम तरीकों से किसी व्यक्ति को आराम नहीं मिलता तब डॉक्टर्स उन्हें सर्जरी कराने की सलाह देते हैं। इससे आपको पथरी के दर्द से जल्द निजात मिल सकती है।

  • हल्दी

पित्ताशय में पथरी का सबसे असरदायक घरेलू उपचार हल्दी है। इसमें एंटी-ऑक्सीडेंट और एंटी-इन्फ्लेमेट्री होती है। एक चम्मच हल्दी लेने से लगभग 80 प्रतिशत पथरी का खात्मा होना मुमकिन है।

  • गाजर और ककड़ी का रस

पित्त की पथरी होने पर गाजर और ककड़ी का रस काफी फायदेमंद साबित होता है। गाजर और ककड़ी का रस प्रत्येक 100 मिलिलीटर की मात्रा में मिलाकर दिन में दो बार पीएं। यह घरेलू उपचार अधिक लाभदायक है। ये कॉलेस्ट्रॉल के सख्त रूप को नर्म कर बाहर निकालने में मदद करती है।

  • संतरा/मौसमी/ टमाटर

यह समस्या होने पर आप खाने में विटामिन सी की मात्रा को बढ़ा दें। ऐसी स्थिति में आप संतरा, टमाटर आदि का जूस पी सकते हैं, क्योंकि इनमें मौजूद विटामिन सी शरीर के कोलेस्ट्रॉल को पित्त अम्ल में परिवर्तित करती है जो पथरी को तोड़कर बाहर निकालता है।

अगर आपको तमाम इलाज के बावजूद भी पित्ताशय में पथरी की बीमारी में आराम नहीं मिल रहा है तो आप इन घरेलू उपायों को इस्तेमाल करके बीमारी से निजात पा सकते हैं।

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