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यहां मौजूद है रूमेटाइड अर्थराइटिस की बेहतरीन आयुर्वेदिक दवा

Written by Juli Kumari

@ Health Expert

अर्थराइटिस की समस्या से तो आप भलीभांति परिचित होंगे। अर्थराइटिस को गठिया भी कहते हैं। ये एक ऐसा रोग है जिसके कारण शरीर के जोड़ों में सूजन आ जाती है। इतना ही नहीं इससे शरीर के तंत्र, त्वचा, आंखों, लंग्स, दिल आदि पर भी बुरा प्रभाव पड़ता है। ये रोग जो एक बार शरीर में लग जाए तो जीवन भर आपका पीछा नहीं छोड़ती है। इस बीमारी का इलाज लंबे समय तक चल सकता है।

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क्या होता है रूमेटाइड अर्थराइटिस ( what is Rheumatoid Arthritis in hindi)

रूमेटाइड अर्थराइटिस एक क्रोनिक, ऑटोइम्यून, इंफ्लेमेशन होती है। जो शरीर के जोड़ों को प्रभावित करती है। जिससे जोड़ों की आसपास की झिल्ली कमज़ोर होने लगती है। और जोड़ों में सूजन आने लगता है। कई बार ऐसा भी होता है कि इस स्थिति में जोड़ों के कार्टिलेज भी नष्ट हो जाते हैं। जिसके कारण हड्डियां कमज़ोर हो जाती है। इस स्थिति को ही कार्टिलेज अर्थराइटिस कहते हैं। ज़्यादातर ये परेशानी 40 से 60 साल की उम्र के लोगों को होती है। ये एक घातक बीमारी है जो शुरू में तो सामान्य लगता है लकिन समय बीतने के साथ-साथ कलाई, कोहनी, टखनों, घुटनों, कूल्हों और कंधों तक फैलने लगता है।

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रूमेटाइड अर्थराइटिस के कारण (Causes of Rheumatoid Arthritis in hindi)

रूमेटाइड अर्थराइटिस निम्न कारणों से हो सकता है। जैसे-

रूमेटाइड अर्थराइटिस के कारण

  • जिन महिलाओं की धुम्रपान करने की आदत होती है। उन महिलाओं को रूमेटाइड अर्थराइटिस की समस्या हो सकती है। साथ ही ये महिलाएं जिस बच्चे को जन्म देती हैं उस बच्चे को भी रूमेटाइड अर्थराइटिस का खतरा हो सकता है।
  • कभी-कभार ऐसा होता है कि बीमारी के कारण व्यक्ति के सिनोवियल झिल्ली में सूजन आ जाती है जिसकी वजह से उसमें जलन होने लगता है। और एंजाइम निकलने लगता है। इसके कारण भी ये रोग हो जाता है।
  • उम्र बढ़ने के साथ-साथ महिलाओं और पुरुषों दोनों को ये समस्या हो सकती है।
  • मोटापे के कारण भी व्यक्ति इस रोग से पीड़ित हो सकता हैं। अक्सर रूमेटाइड अर्थराइटिस किसी ऐसी महिला को होता है जिसका वज़न ज़्यादा हो। इस रोग के कारण वज़न तेज़ी से गीरने लगता है।
  • जब किसी व्यक्ति का शरीर ठीक ढंग से काम नहीं करता है तो इस स्थिति में सफेद रक्त कोशिकाएं जीवाणु और विषाणु का शिकार कर लेती हैं जिसकी वजह से शरीर में कई तरह के रोग लग जाते हैं।

रूमेटाइड अर्थराइटिस के आयुर्वेदिक इलाज (Ayurvedic treatment of rheumatoid arthritis in hindi)

रूमेटाइड अर्थराइटिस को निम्न आयुर्वेदिक उपचारों द्वारा ठिक कर सकते हैं-

रूमेटाइड अर्थराइटिस के आयुर्वेदिक इलाज

  • कैस्टर ऑयल- अक्सर 40 की उम्र के बाद जोड़ों में दर्द की परेशानी शुरू हो जाती है जिसकी वजह से उन्हें काफी दर्द का सामना करना पड़ता है। ऐसे में यदि आप रोज़ाना हल्के गुनगुने कैस्टर ऑयल से प्रभावित जगह की मालिश करें। इससे आपको गठिया के दर्द में आराम मिलता है।
  • त्रिफला चूर्ण- अर्थराइटिस में रोज़ाना त्रिफला के चूर्ण का सेवन करें। त्रिफला 3 फलों के मिश्रण से बना है जिसके सेवन से पाचन शक्ति मजबूत होती है। अगर आपका पाचन तंत्र मजबूत है तो कोई भी अंदरूनी समस्या आपके शरीर तक नहीं पहुंच सकती है।
  • आमलकी- आमलकी एक बीज रहित फल है जिसका रसायन हमें बीमारियों से दूर रखता है। ये रूमेटाइड अर्थराइटिस के साथ-साथ रक्त प्रवाह को भी ठीक करता है और आपको एसिडिटी की समस्या से भी सुरक्षित रखता है।
  • हरीतकी चूर्ण- अर्थराइटिस के कारण शरीर में सूजन की परेशानी हो जाती है सूजन होने के बाद इसमें काफी दर्द भी होता है। ऐसे में हरीतकी चूर्ण का सेवन करें ऐसा करने से जोड़ों में दर्द और सूजन की समस्या नहीं होती है। आप चाहे तो इस चूर्ण को हल्के गुनगुने दूध या पानी के साथ ले सकते हैं।
  • हल्दी- अर्थराइटिस होने पर जोड़ों में काफी दर्द होता है। ऐसे में हल्दी को सरसों के तेल में अच्छे से पका लें और इस मिश्रण को प्रभावित स्थान पर लगाकर सूती कपड़े से बांध लें। ऐसा करने से आपको दर्द में काफी आराम मिलेगा।

रूमेटाइड अर्थराइटिस की आयुर्वेदिक दवाइयां (Ayurvedic medicine for rheumatoid arthritis in hindi)

वैसे तो रूमेटाइड अर्थराइटिस के लिए कई एलोपैथी दवाइयां मार्केट में उपलब्ध है। लेकिन अर्थराइटिस की समस्या में आयुर्वेदिक दवाइयां ज़्यादा फायदेमंद हैं। क्योंकि आयुर्वेदिक दवाइयां रोगों को जड़ से खत्म कर देती हैं। तो आज हम आपको अर्थराइटिस के कुछ आयुर्वेदिक दवाइयां बताने जा रहे हैं जो कि इस प्रकार है।

रूमेटाइड अर्थराइटिस की आयुर्वेदिक दवाइयां

  • सिंहनाद गुग्गुलु (Sinhanad Guggul)
  • शल्लकी कैप्सूल (Shallaki Capsule)
  • ऑर्थोहर्ब ऑयल(Orthoherb Oil)
  • आर-मेट रिहूमेटिक ऑयल (R-Mate Rheumatic Oil)
  • हमदर्द हब्बे-ई-सुरंजन (Hamdard Habb-E-Suranjan)

हड्डियों के जोड़ों से संबंधित समस्या को रूमेटाइड अर्थराइटिस कहते हैं। ये एक तरह का गठिया रोग है। यदि आपके भी जोड़ों में हमेशा सूजन की परेशानी रहती है तो ऐसे में ऊपर दिया गया लेख आपके लिए बहुत फायदेमंद होगा। लेकिन ध्यान रहे किसी भी तरह की दवाइयों का सेवन करने से पहले अच्छे डॉक्टर या सलाहकार से संपर्क ज़रूर करें।

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