Co2 ड्राय सिरप मैंगो एक ऐसी एंटीबायोटिक दवा है जिसका प्रयोग बच्चों में होने वाले बैक्टीरियल और पैरासिटिक इन्फेक्शन का इलाज करने के लिए किया जाता है। यह टेबलेट बच्चों में होने वाले दांतों, फेफड़ों,गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ट्रैक्ट , मूत्र पथ,जेनिटल ट्रैक्ट इन्फेक्शन, डायरिया और पेचिश जैसी समस्याओं से राहत दिलाने में असरदार तरीके से काम करती है। इस दवा के कम्पोज़िशन की बात करें तो इसमें सेफिक्सिम और ओफ्लॉक्सासिन जैसे सॉल्ट्स मौजूद है जो इन इन्फेक्शन्स से लड़ने में काम आते हैं। ये एंटीबायोटिक बैक्टीरिया को जीवित रखने के लिए सुरक्षा कवच को बनाने से रोकने का काम करता है जिससे बैक्टीरियल इन्फेक्शन होने का खतरा कम हो जाता है। जैसे कि ये बच्चों के इलाज के लिए इस्तेमाल की जाने वाली दवा है इसलिए इस दवा का सेवन काफी सावधानीपूर्वक किया जाना चाहिए।
- निर्माता कंपनी – मेडली फार्मास्युटिकल्स
- दवा के घटक – सेफिक्सिम (50एमजी/5मि.ली) + ओफ्लॉक्सासिन (50एमजी/5मि.ली)
- स्टोरेज के निर्देश- रूम टेम्परेचर पर स्टोर करें
ड्राय सिरप मैंगो से जुड़ी तमाम जानकारी
- co2 ड्राय सिरप मैंगो के इस्तेमाल और फायदे। (Benefits And Uses of CO2 Dry Syrup Mango)
- co2 ड्राय सिरप मैंगो के साइड इफेक्ट्स। (Side effects Of CO2 Dry Syrup Mango)
- co2 ड्राय सिरप मैंगो का इस्तेमाल कैसे करें? (How to Use CO2 Dry Syrup Mango)
- co2 ड्राय सिरप मैंगो किस तरीके से काम करता है। (How CO2 Dry Syrup Mango Works)
- co2 ड्राय सिरप मैंगो से जुड़ी सुरक्षा संबंधी सलाह। (Safety advise)
Co2 ड्राय सिरप मैंगो के इस्तेमाल और फायदे। Uses And Benefits Of CO2 Dry Syrup Mango
यह दवा निचे दी गई बिमारियों का इलाज करने के लिए इस्तेमाल की जाती है :
टाइफाइड
टाइफाइड एक सदियों पुराना आंतों का संक्रमण है जो आमतौर पर साल्मोनेला टाइफी बैक्टीरिया के कारण होता है। यह साफ पानी और स्वच्छता की अपर्याप्त पहुंच वाले क्षेत्रों में अत्यधिक प्रचलित है। रोग का संचरण मानव से मानव में होता है। यह आमतौर पर संक्रमित व्यक्ति के मल से दूषित भोजन और पानी से फैलता है। टाइफाइड बुखार संदूषित भोजन और पानी के सेवन से फैलता है. जिन बच्चों को टाइफाइड होता है और जिन्हें अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता नहीं है, उन्हें घर पर ही co2 ड्राय सिरप मैंगो से ठीक किया जा सकता है, क्योंकि यह टाइफाइड बुखार का कारण बनने वाले सूक्ष्मजीवों के खिलाफ बेहतर काम करता है.
बैक्टीरियल और पैरासिटिक इन्फेक्शन के इलाज में
यह एक एंटीबायोटिक दवा है जिसका इस्तेमाल बैक्टीरियल और पैरासिटिक इन्फेक्शन ठीक करने के लिए प्रयोग किया जाता है। इन्फेक्शन जैसे मसूड़ों ,निमोनिया, दस्त, डेंटल एब्सिज, पेचिश, पेशाब करते समय जलन और जेनाइटल ट्रैक्ट जैसे इंफेक्शन को ठीक करने में असरदार तरीके से काम करता है। मैंगोगील सिरप इन्फेक्शन उत्पन्न करने वाले माइक्रोऑर्गनिज़्म्स को विकसित होने से रोकने में मदद करता है। और इस दवा की डोज़ लेने के कुछ दिन बाद ही यह दवा अपना असर दिखाना शुरू कर देती है इसलिए इलाज के बिच में दवाई का सेवन करना ना छोड़ें।
Co2 ड्राय सिरप मैंगो के साइड इफेक्ट्स । Side Effects Of CO2 Dry Syrup Mango
वैसे तो इस दवा के कोई गंभीर साइड इफेक्ट्स देखने को नहीं मिलते और अगर मिचली आना ,नींद आना ,चक्कर आना आदि जैसे लक्षण महसूस होते भी हैं तो वह कुछ समय बाद अपने आप ही समाप्त भी हो जाते हैं। लेकिन अगर कुछ समय बीतने के बाद भी आपको इन लक्षणों से निजात नहीं मिल पा रही है तो आप अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें। जैसे कि ये एक एंटीबायोटिक है तो इसका सेवन करने के बाद आपको नींद आने की सम्भावना हो सकती है इसलिए इस दवा का इस्तेमाल करते डॉइरान ड्राइविंग करने का रिस्क ना लें।
co2 ड्राय सिरप मैंगो के कुछ सामान्य साइड इफेक्ट्स:
- डायरिया
- उल्टी
- मिचली आना
- सिर दर्द
- चक्कर आना
- धातु जैसा स्वाद
- त्वचा पर रैश
- पेट में क्रैम्प
- भूख में कमी
- वजन घटना
- अनिद्रा
co2 ड्राय सिरप मैंगो का इस्तेमाल कैसे करें? How To Use CO2 Dry Syrup Mango
co2 ड्राय सिरप का इस्तेमाल डॉक्टर की सलाह और परामर्श के अनुसार ही करे। सेल्फ-मेडिकेशन का समर्थन बिल्कुल भी ना करें। इसका प्रयोग करने से पहले इसको एक बार ढंग से शेक कर लें। आमतौर पर इस दवा का सेवन दिन में दो या तीन बार करने की सलाह दी जाती है। आप इस दवा का सेवन खाने के बाद ही करें। दवा की अवधि पूरी करें। दवा का इस्तेमाल आधा-अधूरा छोड़ने पर आपकी समस्या का समाधान नहीं हो पाएगा और बीमारी के लक्षण शरीर में वापस लौट कर आ सकते हैं इसलिए डॉक्टर द्वारा दी गई डोज़ का सही से सेवन करें। अगर आप निर्धारित समय पर दवाई लेने किसी कारणवश भूल जाते हैं तो उस समय की दवाई को छोड़ दें। समय होने पर ही दवाई की अगली डोज़ लें ,दवाई का ओवरडोज़ ना करें।
co2 ड्राय सिरप मैंगो किस तरीके से काम करता है। How CO2 Dry Syrup Mango Works.
co2 ड्राय सिरप मैंगो दो एंटीबायोटिक्स सेफिक्सिम (50एमजी/5मि.ली) + ओफ्लॉक्सासिन (50एमजी/5मि.ली) जैसे सॉल्ट्स के कॉम्बिनेशन से बनी है। सेफिक्सिम बैक्टीरिया के सेल्स को डिवाइड होने और रिपेयर होने से रोकती है और इनको जड़ से खत्म करने में मदद करती है। ओफ्लॉक्सासिन इन्फेक्शन फ़ैलाने वाले पैरासाइट्स और बैक्टीरिया को उनके डीएनए को नुकसान पहुँचाकर खत्म करने में मदद करता है। इसके साथ ये दोनों एंटीबायोटिक्स आपके इन्फेक्शन को ठीक करने में भी प्रभावी रूप से कारगर है।
Co2 ड्राय सिरप मैंगो से जुड़ी सुरक्षा संबंधी सलाह (Safety advise)
किडनी
लिवर
जरूरी सूचना – हमारा काम आपको दवाइयों से जुड़ी जानकारी देना है। यहां दी गई जानकारी को डॉक्टर की सलाह नहीं मानें। कृपया डॉक्टर से सलाह लेकर ही दवाइयों का सेवन करें।