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फैटी लीवर के कारण, क्या खाना चाहिए और क्या नहीं खाना चाहिए?

4 मिनट में जानें
Written by Juli Kumari

@ Health Expert

खराब लिवर के कारण व्यक्ति का शरीर अन्य कई रोगों का शिकार हो सकता है। क्योंकि लिवर हमारे शरीर का एक ऐसा अंग है जो खाने को पचाने के साथ-साथ खून को साफ करने का भी काम करता है। लेकिन गलत खानपान के कारण इसमें अनावश्यक फैट जमा हो जाते  हैं। जिसके कारण ये फैटी लिवर में तब्दिल हो जाता है। जो स्वास्थ को भी काफी नुकसान पहुंचाता है।

लिवर क्या होता है? ( What is liver?)

लिवर (Liver) शरीर का एक महत्वपूर्ण अंग है। इसका काम विभिन्न खाद्य पदार्थों को छानकर पचाना है। मानव शरीर में ये पेट के दाएं और स्थित होता है। लिवर के निचले हिस्से में नाशपाती के आकार की एक थैली मौज़ूद होती है जिसे पित्ताशय (Gall bladder) कहते हैं। ये सभी भोजन को पचाकर खून को साफ करने का काम करता  है।

इन कारणों से होता है फैटी लिवर (Fatty liver causes in hindi)

लीवर बढ़ने के कारण व्यक्ति का पेट बड़ा हो जाता है। लीवर हमारे शरीर में खून को साफ करने का काम करता है। जिससे शरीर स्वस्थ बना रहता है। यदि आप भी फैटी लिवर की समस्या से बचना चाहते हैं तो सबसे पहले ये जानना ज़रूरी है कि आखिर फैटी लिवर होता क्यों है? तो चलिए जानते हैं फैटी लिवर होने के कारण।

  • अनुवंशिकता (genetic causes)- यदि आपके परिवार में कोई फैटी लिवर से पीड़ित है तो निश्चय ही ये रोग आपको भी आसानी से हो सकता है।
  • अनुचित आहार (poor diet)- अनुचित आहार जैसे आयरन, ज़्यादा तला-भूना पदार्थ भी फैटी लिवर का एक बड़ा कारण है
  • मोटापा (obesity)- मधुमेह, मोटापा, आदि से भी फैटी लिवर होने का खतरा रहता है। क्योंकि मोटापे के कारण ही शरीर में कई तरह के रोग लगते हैं।
  • शराब (alcohol) – शराब पीने से लिवर में फैट जमा हो जाता है जिसके कारण वे धीरे-धीरे काम करना बंद कर देता है।
  • रेड मीट(red meat)- एक स्वस्थ व्यक्ति का लिवर खराब होने का कारण रेट मीट का सेवन है। इस रोग से बचने के लिए व्यक्ति रेट मीट की जगह चिकन का सेवन कर सकता है।

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    फैटी लिवर में क्या नहीं खाना चाहिए? (What not to eat in fatty liver)

    जैसा की हमने ऊपर बताया फैटी लिवर का सबसे बड़ा कारण गलत खानपान है। तो आज हम आपको इस लेख में बताएंगे की फैटी लिवर से बचने के लिए क्या नहीं खाना चाहिए। तो आइए जानते हैं।

    फैटी लिवर में क्या नहीं खाना चाहिए?

    • एडेड शुगर लेने से बचें– फैटी लिवर से बचने के लिए उन सभी चीज़ों के सेवन से बचें जिसमें एडेड शुगर होता है। क्योंकि इससे मोटापा बढ़ता है जिससे लिवर में फैट जमा हो सकता है।
    • एल्कोहल ना लें– शराब लिवर को खराब करती है। इसलिए जल्द से जल्द शराब का सेवन बंद कर दें।
    • पास्ता खाने से बचें– पास्ता मैदे का बना होता है जो पचने में काफी समय लेता है। जिससे लिवर पर बूरा असर पड़ता है। इसलिए फैटी लिवर से बचने के लिए मैदे से बनी चीज़ों को नज़रअंदाज़ करें।
    • घी व चीनी से परहेज- इस स्थिति में घी और चीनी का प्रयोग कम करें।
    • सोडा का सेवन ना करें- लिवर के रोगी को खाने में सोडा का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।

    ये भी पढ़े-जानें लिवर की गर्मी के मुख्य लक्षण

    फैटी लिवर में क्या खाएं? (What to eat in fatty liver)

    आप सोच रहे होगें की इस बीमारी में ऊपर बताई गई सभी चीजों को खाने से परहेज करें तो खाएं क्या? तो घबराएं नहीं इस लेख में आगे हम आपको बताएंगे की फैटी लिवर से पीड़ित व्यक्ति को किस तरह का आहार लेना चाहिए। तो आइए जानते हैं।

    फैटी लिवर में क्या खाएं?

    • ब्रोकली का सेवन करें- फैटी लिवर से पीड़ित व्यक्ति के लिए ब्रोकली बहुत फायदेमंद है। क्योंकि ब्रोकली में कुछ ऐसे दुर्लभ तत्व पाए जाते हैं फैटी लिवर की समस्या को ना केवल कम करता है बल्कि इसे जड़ से खत्म भी कर सकता है।
    • ग्रीन टी पीएं- ग्रीन टी शरीर के चर्बी को कम करने में मदद करता है। साथ ही ये पाचन क्रिया को भी मजबूत करता है। क्योंकि मोटापा भी फैटी लिवर होने का एक मुख्य कारण माना जा  सकता है। इसलिए इस स्थिति में ग्रीन टी ज़रूर पीएं।
    • लहसुन खाएं- लहसुन हर बीमारी का एक अचूक इलाज है। क्योंकि इसमें मोनोमर्स पाया जाता है जो फैटी लिवर की समस्या से छुटकारा दिलाने में काफी लाभकारी है।
    • सूरजमुखी के बीज का सेवन करें- सूरजमुखी के बीज स्किन के साथ-साथ लिवर को भी स्वस्थ रखने का काम करते हैं। क्योंकि इसमें कॉपर पाया जाता है। इसके नियमित सेवन से लिवर में जमा होने वाला फैट कम होने लगता है।
    • मछली का सेवन करें- फैटी लिवर की समस्या से पीड़ित व्यक्ति के लिए मछली एक उचित आहार है। साथ ही मछली के तेल का इस्तेमाल भी आपको इस समस्या से छुटकारा दिला सकता है।

    यदि आप भी फैटी लिवर की समस्या से परेशान हैं तो ऊपर बताइ गई बातों का ध्यान ज़रूर रखें। साथ ही यदि आपको ज़्यादा समस्या का सामना करना पड़ रहा है तो ऐसे में डॉक्टर से सलाह लेना बिल्कुल ना भूलें।

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