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थायराइड में परहेज, क्या खाना चाहिए और क्या नहीं खाएं

Written by Dr. Anas B.A.M.S

@ B.A.M.S

आजकल इस भागदौड़ भरी जिंदगी और व्यस्थ जीवनशैली के कारण लोग आते-जाते बाहर का खाना खा ले लेते हैं। क्योंकि पूरे दिन के भागदौड़ के बाद उनके पास इतना समय नहीं बचता की वो घर जाकर खाना बनाए। जिसके कारण वो बाहर का खाना खाने को मजबूर हो जाते हैं। और इससे शरीर को कई तरह के पीड़ा का सामना करना पड़ता है। थायराइड (thyroid) होने का भी एक बड़ा कारण गलत खानपान है। इसके अलावा तनाव और धुम्रपान के कारण भी व्यक्ति थायराइड का शिकार हो सकता है।

थायराइड में परहेज, क्या खाना चाहिए और क्या नहीं खाएं

  1. थायराइड के प्रकार
  2. क्यों होता है थायराइड
  3. कैसे पहचाने थायराइड के लक्षणों को
  4. इन घरेलू उपचारों से दूर करें थायराइड
  5. मौसम में बदलाव के कारण भी हो सकता है थायराइड
  6. पुरूषों में थायराइड की समस्या
  7. महिलाओं में थायराइड की समस्या
  8. ऐसे बचें थायराइड से
  9. थायराइड होने के बाद रोकथाम
  10. थायराइड में क्या खाना चाहिए
  11. थायराइड में क्या नहीं खाना चाहिए?

थायराइड के प्रकार(types of thyroid)

थायराइड के प्रकार(types of thyroid)

थायराइड (thyroid) होने के कारण व इसका इलाज जानने से पहले ये जानना ज़रूरी है कि थाइराइड कितने प्रकार का होता है। तो हम आपको बता दें कि थायराइड दो प्रकार के होते हैं हाइपोथायराइडिज्म, हाइपरथायराइडिज्म। तो आइए जानते हैं क्या होता है हाइपोथायराइडिज्म और हाइपरथायराइडिज्म?

  • हाइपरथायराइडिज्म( hyperthyroidism)- हमारे शरीर में एक थायराइड ग्रंथि होती है। जब इसकी सक्रियता बढ़ने लगती है तो ये थायराइड हार्मोन पैदा करती है। जो हाइपरथायराइडिज्म का कारण बनता है। इस स्थिति में व्यक्ति का ऊर्जा स्तर बढ़ जाता है।
  • हाइपोथायराइडिज्म(Hypothyroidism)- हाइपोथायरायडिज्म अधिकांश अनुवांशिकता के कारण होता है। जब परिवार का एक सदस्य इस रोग से पीड़ित होता है तो आपरूपी परिवार के दूसरे सदस्य में ये बीमारी आ सकती है। इस स्थिति में पीड़ित व्यक्ति का ऊर्जा स्तर कम हो जाता है।

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    क्यों होता है थायराइड ( reason of thyroid in hindi)

    शरीर में रोगों का लगना तो आम है। इस भागदौड़ वाली दिनचर्या में लोगों के पास अपने शरीर पर ध्यान देने का समय नहीं मिलता जिसके कारण व्यक्ति थायराइड का शिकार हो जाता है। और यदि आप नहीं जानते कि आखिर ये बीमारी होती क्यों है? तो घबराइए नहीं आज हम आपको बताएंगे कि थायराइड होने के क्या कारण है। तो आइए जानते हैं।

    • पीने के पानी में क्लोरीन की मात्रा अधिक होने पर व्यक्ति थायराइड का शिकार हो सकता है।
    • अधिकांश उम्रदराज लोगों को थायराइड की समस्या होती है। क्योंकि बढ़ती उम्र में व्यक्ति का शरीर ठीक ढंग से काम करना बंद कर देता है। जिसके कारण थायराइड हो जाता है।
    • पोषक तत्वों की कमी और धुम्रपान करना भी थायराइड होने का सबसे बड़ा कारण है।
    • ज़्यादा आयोडिन के सेवन से भी थायराइड का खतरा बढ़ सकता है।
    • गर्भावस्था के दौरान शरीर में कई तरह के हार्मोनल बदलाव आते हैं जिसके कारण थायराइड की समस्या हो सकती है।

    ऐसे पहचाने थायराइड के लक्षणों को ( Symptoms of thyroid)

    अक्सर लोग थाइराइड के लक्षणों को शुरूआत में नहीं समझ पाते जिसके कारण समय बढ़ने के साथ वो हाइपोथाइरॉइड या हाइपरथाइरॉइड के शिकार हो जाते हैं। तो आज हम आपको थायराइड के कुछ लक्षण बताने जा रहे हैं जिसे ध्यान में रखकर आप थायराइड की समस्या से बच सकते हैं।

    • वज़न बढ़ना व कम होना- अगर किसी व्यक्ति का वज़न अचानक से बढ़ने लगे या घटने लग जाए तो वो व्यक्ति थायराइड का शिकार हो सकता है।
    • नींद में कमी आना- यदि आपको नींद ना आए तो समझ जाएं की आप थायराइ के शिकार हो सकते हैं।
    • गर्दन में सूजन- थाइराइड बढ़ने पर गर्दन में सूजन आने लगती है।
    • हार्मोनल बदलाव-जो महिलाएं थायराइड से पीड़ित होती है उन्हें पीरियड्स के दौरान पेट में काफी दर्द महसूस होता है।
    • थकान महसूस होना- थायराइड के शिकार व्यक्ति को अधिक थकान महसूस होती है।

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    ऐसे पहचाने थायराइड के लक्षणों को ( Symptoms of thyroid)

    इन घरेलू उपचारों से दूर करें थायराइड (home remedies for thyroid in hindi)

    वैसे तो थायराइड के कई एलोपैथी इलाज हैं। जिसकी सहायता से आप आसानी से इस बीमारी से छुटकारा पा सकते हैं। यदि आप भी थायराइड से पीड़ित हैं और कोई दर्दनाक ट्रीटमेंट नहीं करवाना चाहते तो घबराइए नहीं। इस बीमारी को कुछ आसान घरेलू उपचारों द्वारा भी ठीक किया जा सकता है। तो आइए जानते हैं थायराइड में आराम के लिए कुछ आसान घरेलू उपचार।

    • धनिया का इस्तेमाल- थायराइड के रोगी के लिए धनिया सबसे ज़्यादा फायदेमंद है। इसके लिए खड़े धनिया को बारीक पीस लें। इसके बाद इस धनिया पाउडर में से एक चम्मच लें और इसे एक गिलास पानी में डाल कर अच्छी तरह मिला लें। इस मिश्रण को उबालकर काढ़े जैसा बना लें। और रोज़ाना 10 से 15 दिन तक इसका सेवन करें।
    • रोजमेरी तेल का इस्तेमाल– रोजमेरी को नारियल तेल में मिलाकर थायराइड के एक्यूप्रेशन पॉइंट पर लगाकर 2 से 3 मिनट तक मालिश करें।
    • लोबान तेल का इस्तेमाल- अक्सर थायराइड के संपर्क में आने से व्यक्ति की त्वचा में जलन और सूजन की समस्या हो जाती है। इसके लिए लोबान के तेल को नारियल के तेल में मिलाकर थायराइड वाली जगह पर इसकी मालिश करें। ये सूजन व दर्द में राहत प्रदान करेगा।
    • केल्प का सेवन- केल्प में आयोडीन की भरपूर मात्रा होती है। इसके सेवन से शरीर में थायराइड जैसी समस्या नहीं होती है।
    • गुग्गुल का सेवन– गुग्गुल मुंहासे ठीक करने के साथ-साथ सूजन को कम करने में भी मदद करता है। नियमित रूप से इसके सेवन से थायराइड की शिकायत नहीं होती है।

    ये भी पढ़े-इन होम्योपैथी दवाइयों से पाएं थायराइड से राहत

    मौसम में बदलाव के कारण भी हो सकता है थायराइड (Thyroid may also occur due to change in weather)

    अक्सर मौसम में बलादव के कारण भी शरीर में कई तरह के रोग लग जाते हैं। थायराइड होने का कारण भी मौसम में बलाव हो सकता है। यदि आप थायराइड से पीड़ित हैं तो मौसम बदलने के कारण ये रोग दर्द बनकर आपको बार-बार परेशान कर सकता हैं। क्योंकि अचानक मौसम में आने वाले बदलाव के कारण हमारा शरीर ठीक से काम नहीं कर पाता है। जिसके कारण शरीर तनाव में आ जाता है। और इस स्थिति में व्यक्ति थायराइड के साथ-साथ अन्य कई रोगों का शिकार हो जाता है।

    पुरूषों में थायराइड की समस्या(Thyroid problem in men)

    महिलाओं की अपेक्षा पुरूषों में थायराइड की शिकायत काफी कम सुनने को मिलती है। लेकिन ऐसा बिल्कुल नहीं है कि पुरूषों को थायराइड होता ही नहीं। आपने देखा होगा कि कई लोग ऐसे होते हैं जिनका वज़न और पेट की चर्बी बढ़ती ही जाती है इसका कारण थायराइड भी हो सकता है। जिन पुरूषों को थायराइड की समस्या होती है। उनकी मांसपेशियों में दर्द और जोड़ों में ऐंठन का अनुभव होता। कई बार तो लोग इसके लक्षण को पहचान नहीं पाते जिसके कारण इसे साइलेंट किलर भी कहते हैं।

    महिलाओं में थायराइड की समस्या( Thyroid problem in women)

    पुरुषों की तुलना में महिलाओं में थायराइड की समस्या ज़्यादा देखी जाती है। अक्सर महिलाओं में ये समस्या कार्बोहाइड्रेट्स का सेवन ना करने, ज़्यादा नमक के सेवन से महिलाओं में थायराइड का खतरा बढ़ जाता है। इसके अलावा पुरूषों के मुकाबले महिलाएं ज़्यादा स्ट्रेस व टेंशन लेती हैं। ये भी थायराइड होने का एक बड़ा कारण हो सकता है।

    ऐसे बचें थायराइड से (Precaution before thyroid)

    यदि आपको डिप्रेशन, जोड़ों में दर्द, वज़न बढ़ने, व घटने की शिकायत रहती है तो ऐसे में आप थायराइड के शिकार हो सकते हैं। इसे कुछ सावधानियों के द्वारा होने से पहले ही रोका जा सकता है। तो आइए जानते हैं।

    • सी फूड और आयोडीन को नज़रअंदाज़ करें।
    • टेंशन व डिप्रेशन से दूर रहें।
    • किसी भी तरह की दवाइयों का सेवन डॉक्टर की सलाह से करें।
    • अगर थायराइड के मरीज हैं तो गर्भधारण से पहले डॉक्टर से संपर्क करें।
    • हाथ, पैर में सूजन दिखे तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें।

    थायराइड होने के बाद रोकथाम(Prevention after thyroid)

    तमाम सावधानियों के बाद भी कई बार थायराइड हो जाता है। इसके लिए आपको कुछ रोकथाम की ज़रूरत होती है।

    • थायराइड की दवाइयां लेने में लापरवाही ना करें।
    • कैफिन युक्त पदार्थों का सेवन ना करें।
    • क्षतिग्रस्त स्थान की अच्छे जेल व तेल से मालिश करें।
    • योग करें।
    • भरपूर नींद लें।

    थायराइड के लिए योग(Yoga for thyroid)

    सरल व सहज इलाज किसे नहीं पसंद इन्हीं सहज और सरल इलाजों में से एक है योगा। योगा से दर्द व थायराइड जैसी समस्या से आसानी से निजात पाया जा सकता है। तो आज हम आपको थयराइड से छुटकारा के लिए कुछ आसान योग बताने जा रहे हैं। जिसको नियमित रूप से करने से आप थायराइड की समस्या को चुटकियों में भगा सकते हैं। तो आइए जानते हैं।

    • सर्वांगासन- इस योग को करने के लिए सबसे पहले आप अपनी पीठ के बल लेट जाएं। अब अपने कूल्हे और पैरों को ऊपर उठाने की कोशिश करें। धीरे-धीरे शरीर को ऊपर की तरफ ऐसे उठाएं कि आपका सारा भार आपके कंधों पर आ जाए। इसके बाद अपने हाथ को पीछे अपनी कमर पर लगाएं। इस योग से शरीर का दर्द और थायराइड की समस्या दूर होती है।
    • मत्स्यासन- इस योग को करने के लिए घुटनों के बल बैठकर पीछे की तरफ झुकें। अब अपने दोनों हाथो को जोड़कर सिर के पीछे ले जाएं। इसके बाद पीठ को ऊपर की ओर उठाकर गर्दन को मोड़ते हुए सिर को ज़मीन पर टिकाएं। अपने दोनों पैर के अंगूठे को हाथों से पकड़ें। 3 से 4 मिनट तक इस योग को करें। इस आसन से पाचन शक्ति मज़बूत होती है। साथ ही यदि आप थायराइड से पीड़ित हैं तो ये आपके सूजन को कम करने में भी मदद करता है।
    • हलासन- इसे करने के लिए सबसे पहले पीठ के बल लेट जाएं। और अपने हाथों को जांघो के पास रखें। इस अवस्था में सांस लेते व छोड़ते रहें। जिसे मधुमेह, मोटापा और थायराइड की शिकायत रहती है। उसे हलासन ज़रूर करना चाहिए। ये थायराइड के अलावा बवासीर की समस्या भी खत्म करता है।

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    थायराइड में क्या खाना चाहिए (What to eat in thyroid)

    नीचे बताए गए आहार थायराइड के रोगी के लिए बहुत फायदेमंद है।

    • दूध,दही का सेवन करें– थायराइड के रोगी को ज़्यादा से ज़्यादा दूध,दही का सेवन करना चाहिए। क्योंकि दूध और दही में कैल्शियम और विटामिन पाए जाते हैं जो थायराइड के रोगी को स्वस्थ बनाने में मदद करता है।
    • फलों का रस पीएं– थायराइड की समस्या से छुटकारा पाना चाहते हैं तो ज़्यादा से ज़्यादा फलों का रस जैसे नारियल पानी, संतरे का जूस, गाजर का रस आदि पीएं।
    • हरी पत्तेदार सब्जियां खाएं- हरी सब्जियां जैसे फूल गोभी, ब्रोकली आदि थायराइड के रोगी के लिए बहुत फायदेमंद होता है।

    थायराइड में क्या नहीं खाना चाहिए? (What not to eat in thyroid)

    थायराइड के मरीज को निम्न चिज़ें नहीं खानी चाहिए।

    • सोयाबीन का सेवन ना करें- थायराइड बढ़ने पर व्यक्ति को सोयाबीन और सोया युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन नहीं करना चाहिए।
    • जंक फूड का सेवन ना करें- थायराइड के रोगी को तली-भूनी, मसालेदार चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए। क्योंकि इसमें आयोडीन की मात्रा अधिक होती है।
    • ग्रीन टी- अत्यधिक ग्रीन टी का सेवन थाइराइड के रोगी के लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है।

    यदि आप भी थायराइड की समस्या से परेशान हैं तो ऐसे में ऊपर बताई गई बातें आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकती हैं।

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