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कमर दर्द के लिए रामबाण इलाज है अफीम…जानिए कैसे

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Written by Dr. Manisha B.H.M.S

@ B.H.M.S

आजकल इस भागदौड़ भरी जिंदगी में कमर में दर्द की समस्या तो आम है। ज़्यादा देर तक एक ही अवस्था में बैठकर काम करने, दौड़ने-भागने, या चोट आदि लगने के कारण कमर में दर्द की समस्या हो जाती है। ये दर्द इतना तेज़ होता है कि इससे आपका दैनिक जीवन आसानी से प्रभावित हो सकता है।

कमर दर्द के लिए रामबाण है अफीम…जानिए कैसे

  1. इन कारणों से होता है कमर में दर्द
  2. कमर दर्द का आयुर्वेदिक उपचार
  3. कमर दर्द के लिए आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियां

इन कारणों से होता है कमर में दर्द

कमर दर्द के कई कारण हैं जैसे-

  • गठिया कई बार गठिया रोग के कारण भी कमर में दर्द हो जाता है क्योंकि गठिया रोग शरीर के जोड़ों को प्रभावित करता है। जिसके कारण कमर में दर्द होने लगता है।
  • गलत ढंग से सोना- गलत तरीके से सोने के कारण भी कमर में दर्द की परेशानी हो सकती है। क्योंकि सोते समय ऊंची-नीची जगह और करवट बदलने के कारण कमर की नसों में खिंचाव आ जाता है जिससे दर्द होता है।
  • हड्डियां कमजोर होना- हड्डि‍यों के कमजोर होने के कारण भी पीठ या कमर में दर्द होता है। सही खानपान ना होना या व्यायाम आदि ना करने के कारण हड्डियां कमजोर होने लगती हैं। जिसके कारण दर्द होता है।
  • मोटापा मोटापे के कारण भी कमर में दर्द होता है। इसके अलावा मोटापे से कई और बीमारियां भी हो जाती हैं।
  • तनाव के कारण- जब आप ज़्यादा तनाव में रहते हैं तो आपकी तंत्रिका तंत्र प्रभावित होती है। जिसके कारण कमर में दर्द शुरू हो जाता है। इसके अलावा तनाव के कारण भी रीढ़ की हड्डी प्रभावित होती है।

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    कमर दर्द का आयुर्वेदिक उपचार

    जब हमारे कमर में दर्द होता है तो इसे जल्द से जल्द ठीक करने के लिए एलोपैथी दवाइयों का सेवन कर लेते हैं। जिससे दर्द कुछ समय के लिए दब तो जाता है लेकिन दोबारा हो जाता है। ऐसे में कुछ ऐसे उपचारों की ज़रूरत होती है जिससे कमर दर्द हमेशा के लिए गायब हो जाए। इस स्थिति में आयुर्वेदिक इलाज ही एक बेहतर विकल्प है।
    आयुर्वेदिक दवाइयां अपना असर दिखाने में काफी समय तो लेती हैं। लेकिन इससे कमर का दर्द हमेशा के लिए छू-मंतर हो जाता है। इतना ही नहीं ये आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियां घरेलू चीजों से मिलकर बनी होती हैं। जिसका सेहत पर कोई बूरा असर नहीं पड़ता है।

    कमर दर्द के लिए आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियां

    कमर दर्द जैसी समस्या को जड़ से खत्म करने के लिए आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियां बहुत फायदेमंद है। यदि आप भी हमेशा कमर में होने वाले दर्द की समस्या से झूझ रहे हैं तो ऐसे में आज हम आपको कमर दर्द के कुछ प्रभावकारी जड़ी-बूटियां बताने जा रहे हैं। तो आइए जानते हैं।–

    कमर दर्द के लिए आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियां

    • राइ और तिल का इस्तेमल- राइ और तिल का तेल एक प्रभावकारी ज़ड़ी-बूटी है। इन दोनों को मिलाकर 15 से 20 दिन तक रोज़ाना सोने से पहले कमर की टाइट हाथों से मालिश करें। जल्द ही आपको कमर दर्द से छुटकारा मिल जाएगा।
    • अखरोट- कमर के दर्द में अखरोट बहुत असरदार दवा है। ये एक जड़ी-बूटी की तरह काम करता है। रोज़ाना सुबह खाली पेट अखरोट की 4 से 5 गिरियां खाएं। इस औषधी का सेवन रोज़ाना सुबह खाली पेट करने से आपको कमर की समस्या में आराम मिलेगा।
    • सौंठ का चूर्ण- किसी भी आयुर्वेदिक स्टोर से सौंठ का चूर्ण खरीदें। और इसे 1 गिलास दूध में डालकर अच्छी तरह उबाल लें। जब दूध आधा बच जाए तो इसे पी लें। नियमित रूप से ऐसा करने से कमर दर्द, जोड़ों का दर्द और पीठ के दर्द में आराम मिलता है।
    • जायफल का चूर्ण- जायफल की पत्तियां एक औषधी की तरह काम करती हैं। इसके इस्तेमाल के लिए जायफल को सरसों के तेल में मिलाकर आग पर अच्छी तरह पका लें। उसके बाद इसे दर्द वाली जगह पर मलें। इससे दर्द में राहत मिलेगा।
    • अफीम का इस्तेमाल- अफीम एक आयुर्वेदिक दवा है। इसके इस्तेमाल के लिए सबसे पहले अफीम को सरसों के तेल में मिलाकर इसे पकाएं। और थोड़ा ठंडा होने पर इससे कमर की मालिश करें। 3 से 4 दिन तक लगातार ऐसा करने से आपको कमर दर्द की समस्या से निजात मिल जाएगा।

    यदि आप भी कमर में दर्द की समस्या से परेशान हैं तो इस स्थिति में ऊपर बताई गई जडी-बूटियां आपके लिए फायदेमंद होंगी।

    ये भी पढ़े-ये एक कारण है एड़ियों में दर्द का जिम्मेदार

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