दुबई की नूर जहां जी हकीम साहब की औषधि से हुई स्वस्थ
दुबई की रहने वाली नूर जहां आज बेहद खुश और सेहतमंद जिंदगी बिता रही हैं। कारण है खुद पर विश्वास और यूनानी दवाओं पर काफी भरोसा। यूनानी दवाओं पर भरोसा उन्हें काफी समय से नहीं था लेकिन वक्त के साथ और खुद के स्वास्थ्य में राहत देखने के बाद वे यूनानी दवाओं पर काफी ज्यादा भरोसा करने लगीं। कभी वक्त था कि नूर जी भी अपनी बीमारियों को लेकर काफी परेशान रहती थीं। वक्त ने भी नूर जी के साथ ऐसा खेल खेला कि एक तो पहले ही समस्या ऊपर से एक और हादसा। नूर जी बताती हैं कि यह हादसा उनकी जिंदगी का सबसे बड़ा हादसा था। इस हादसे ने उन्हें अंदर से बुरी तरह से परेशान कर दिया था। दरअसल नूर जी का एक कार एक्सीडेंट हुआ था तब उनके दोनों पैरों में काफी गंभीर चोटे आईं थी। पैरों में चोट लगने के बाद वे काफी समय तक हॉस्पिटल में भी भर्ती रहीं। कई महीनों तक उन्होनें सही होने का प्रयास भी किया।
एक तरफ पैरों की समस्या और दूसरी तरफ अंग्रेजी दवाओं का लगातार सेवन। दोनों से अब नूर जी काफी परेशान हो चुकी थीं। हादसे से कुछ समय बाद वे जैसे ही स्वस्थ हुईं वैसे ही अचानक उनका पांव फिसल गया और फिर से उनकी कमर और घुटनों में दर्द होना शुरू हो गया। उनका दर्द कुछ समय के लिए तो बंद हो जाता लेकिन हाल फिर वैसे का वैसा ही। उन्हें अपने स्वस्थ होने की कोई उम्मीद नहीं थी। बस अपना पुराना समय याद करके ही आगे का जीवन काट रही थीं। लेकिन वक्त कितना भी बुरा हो उसकी एक अच्छी आदत होती है कि वह गुजर ही जाता है। नूर जी का भी वक्त गुजरने ही वाला था बस देरी थी तो उस इंसान की जो उन्हें इस दुख भरी समस्या से बाहर निकाल सके। शायद वो वक्त भी आ चुका था। फिर इसी बीच वे एक ऐसे महान व्यक्ति से जुड़ीं जिनके पास उनकी सारी समस्याओं का हल था। उनका नाम है हकीम सुलेमान खान साहब।
हकीम साहब से जुड़ने के बाद मानो वे किसी अल्लाह के फरिश्ते से मिल चुकी हों। नूर जहां जी हकीम साहब से टीवी के माध्यम से जुड़ीं। उन्होंने टीवी पर हकीम जी का बहुचर्चित शो सेहत और जिंदगी देखा। वहीं से उनके मन में हकीम साहब के घरेलू नुस्खों को इस्तेमाल करने का मन हुआ। इन सभी के बीच डॉक्टर ने उन्हें अपने घुटनों का ऑपरेशन करने की भी सलाह दी। लेकिन नूर जी ने ऑपरेशन को रूकवा कर पहले हकीम साहब की दवाओं का इस्तेमाल करने की सोची। आखिर क्या ही हर्ज है जो हकीम साहब की औषधि एक बार इस्तेमाल कर ली जायें। हकीम साहब से सलाह लेकर नूर जी ने ATIYA HERBS से अपने पैरों और घुटनों के लिए S.CARE मंगवा लिया।
हकीम साहब की औषधि का इस्तेमाल करते करते नूर जी को राहत मिलने लगी। जिस दर्द के कारण वे कराह उठतीं थी अब वही दर्द धीरे धीरे कम होता जा रहा था। ये हम नहीं बल्कि खुद नूर जहां जी का कहना है। नूर जहां जी खास बातचीत में बताती हैं कि S.CARE के इस्तेमाल से पहले तो उनका दर्द बढ़ गया लेकिन बाद में वह दर्द कंट्रोल में आने लगा। नूर जी एक घरेलू महिला हैं उसके हिसाब से घर का सारा काम करना भी उन्हीं के जिम्मे था। जहां एक तरफ नूर जी को बिस्तर पकड़ने की नौबत आ गयी थी वहीं दूसरी और हकीम साहब की औषधि और यूनानी दवाओं को अपनाकर वे खुद को स्वस्थ होता महसूस कर रही थीं। जिसका सारा श्रेय वे हकीम सुलेमान खान साहब को देना चाहती हैं। उनका कहना है कि आज जो भी मैं स्वस्थ और सेहतमंद जिंदगी जी रही हूँ वह केवल हकीम साहब और यूनानी औषधि की बदौलत ही जी रही हूँ। नूर जी को साइटिका के दर्द की समस्या भी थी जिसके लिए वह निरंतर हकीम जी द्वारा सुझाई गई दवाओं का इस्तेमाल कर रही हैं और उनके दर्द में काफी हद तक आराम भी है। वह हकीम जी की औषधि भी इस्तेमाल करती हैं। जो दर्द उनका पीछा छोड़ने का नाम नहीं ले रहा था उस दर्द की समस्या से उन्हें काफी हद तक आराम मिला है। जैसा कि हम सब जानते हैं कि यूनानी दवाएं और औषधि असर दिखाने में वक़्त लेती हैं लेकिन समस्या में राहत दिला देते हैं। यूनानी औषधि की मदद से वह काफी बेहतर महसूस करने लगी।
नूर जी फिर से एक बार अपने आपको स्वस्थ महसूस कर रही हैं जिससे उनका जीवन अब बेहतर और सामान्य तरीके से बीत रहा है। उनका शरीर अब दर्द से कर्राहता नहीं हैं बल्कि फुर्तीले तरीके से काम कर रहा है। वह हकीम जी की यूनानी औषधि से इतना प्रभावित हो चुकी हैं कि वह अब अपने सभी दोस्तों, रिश्तेदारों को भी यूनानी जड़ी बूटी को इस्तेमाल करने की सलाह देती हैं। वह चाहती हैं कि जिस तरह उनका जीवन बेहतर बनाया उसी प्रकार अन्य लोगों का जीवन भी बेहतर और स्वस्थ बन सके। इसी के साथ ही वह हकीम साहब के लिए अल्लाह से लंबी उम्र की भी दुआएं मांगती हैं।
यहाँ देखिये उन्होंने हकीम साहब को धन्यवाद करते हुए क्या कहा
S CARE क्या है?
“अतिया हर्ब्स” की S Care दवा अच्छी तरह से शोधित है,जो गठिया या साइटिका जैसे मांसपेशियों और जोड़ों के रोगों के रोगियों को पूरी संतुष्टि देती है। इतना ही नहीं, अल्सर और मुंहासे जैसी अन्य बीमारियों पर भी इस दवा का व्यापक असर होता है। लेकिन, यह मुख्य रूप से मांसपेशियों और हड्डियों से जुड़ी समस्याओं को दूर करने में कारगर है। यह मांसपेशियों की जकड़न का इलाज करता है और दर्द से राहत देता है। यह पूर्ण रूप से आयुर्वेदिक है इसका कोई साइड इफेक्ट नहीं है। इसे बतायी गयी मात्रा के अनुसार ही इस दवा का उपयोग करना जरूरी है।
- Clinic – The Herbals – Atiya Healthcare
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