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पीठ में दर्द (Back Pain) क्यों होता है? कारण और घरेलू उपचार

3 मिनट में जानें
Written by Pooja Sharma

@ Health Expert

क्यूँ होता है पीठ दर्द

आमतौर पर पीठ में दर्द मांसपेशियों में खिंचाव के कारण होता है। लगातार कुछ काम करने से या एक ही जगह पर बैठे रहने के कारण भी पीठ का दर्द बढ़ सकता है। हमारे शरीर में प्रत्येक कार्य को पूरा करने में स्पाइनल कॉर्ड की मुख्य भूमिका होती है। भागदौड़ भरी जिंदगी में व्यस्त रहने के कारण पीठ में दर्द होना आम बात है। लेकिन अगर समय रहते इसका सही इलाज ना करवाया जाए तो ये ट्यूमर भी बन सकता है। ये बीमारी कैंसर का रूप भी ले सकती है।

पीठ में दर्द के कुछ अन्य कारण भी हो सकते हैं

खान-पान और जीवनशैली में बदलाव के कारण पीठ में दर्द की समस्या बढ़ने लगी है। जिसके कारण पीठ में दर्द की समस्या बढ़ जाती है। जैसे गलत मुद्रा में बैठे रहने के कारण भी पीठ में दर्द उत्पन्न होता है। कभी-कभी रीढ़ की हड्डी के मुड़ जाने से भी दर्द बढ़ जाता है।अधिक मिर्च या तेल युक्त आहार खाने के कारण भी पीठ में दर्द की समस्या हो सकती है। ज़्यादा ठंडी चीज़े जैसे आइसक्रीम खाने से पीठ का दर्द बढ़ सकता है।ज़रूरत से ज़्यादा व्यायाम करना भी पीठ के दर्द को दावत देना है। कुर्सी पर झुककर बैठने से कमर और पीठ में दर्द होने लगता है। टी.वी या कम्प्यूटर के आगे अधिक समय बिताने से भी पीठ में झुकाव आ जाता है।वज़न बढ़ने के कारण रीढ़ की हड्डी पर भार पड़ता है।

इसके कुछ मुख्य लक्षण भी हो सकते हैं।

यदि आप समय रहते इसके लक्षणों की पहचान कर लेते हैं। तो ट्यूमर को बढ़ने से रोक सकते हैं।

  • पैरों और हाथों में ज्यादा कमज़ोरी और सुन्नपन आ जाता है।
  • हाथों और पैरों की मांसपेशियों में खिंचाव आने लगता है।
  • यूरीन पास करने में परेशानी होती है।
  • रीढ़ की हड्डी में सूजन और उठने बैठने में तकलीफ़ होने लगती है।
  • सांस लेने में परेशानी होती है और थकान महसूस होती है।
  • पीठ अकड़ जाना सबसे आम लक्षण है। बहुत देर तक एक ही जगह बैठने से भी पीठ अकड़ सकती है।
  • रीढ़ की हड्डी में असहनीय दर्द होने लगता है। जो कभी-कभी सहन से बाहर होने लगता और आप पूरे दिन कोई काम नहीं कर पाते हैं।
    रीढ़ की हड्डी में झुकाव आ जाना भी ट्यूमर के होने का संकेत हो सकता है।

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    पीठ में दर्द के घरेलू उपचार

    बैक नर्व पीठ के निचले हिस्से में रीढ़ की हड्डी के पास शुरू होने वाली सबसे लंबी नर्व होती है। इस नर्व में दर्द को पीठ का दर्द कहा जाता है। पीठ का दर्द अक्सर इतनी गंभीर स्थिति बना देता है की खड़े रह पाना असंभव लगता है

    बर्फ से सिंकाई

    वैकल्पिक रूप से आप फ्रोजन मटर या मक्का के बैग का उपयोग आइस को रखने में कर सकते है। आप बर्फ का उपयोग व्यायाम या शारीरिक गतिविधियों के बाद भी कर सकते है।

    गरम पानी की सिंकाई

    बर्फ के उपयोग के 48 घण्टे के बाद आप गरम पानी की सिंकाई कर सकते है जो की रक्त प्रवाह को प्रोत्साहित कर दर्दनाक ऐंठन को कम करने में मदद करता है। गर्म पानी में एक तौलिया डुबोकर बाहर निकालकर पानी निचोड़ दे।  अब तौलिए को समतल कर अपनी कमर पर दर्दनाक क्षेत्र में तौलिए को प्लास्टिक की चादर के साथ कवर करके रखे।इस तौलिए को 20 मिनट के लिए छोड़ दें। आप कई दिनों तक इसे दिनभर में तीन या चार बार दोहरा सकते है।

    इन उपायों से आप आसानी से पीठ दर्द से मुक्ति पा सकते हैं। नियमित रूप से इन उपायों को करने से पीठ में दर्द से छुटकारा पा सकते हैं।

    ये भी पढ़े : कमर दर्द का आयुर्वेदिक इलाज

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